क्या सच में राहुल गांधी हिंदुस्तान को इस्लामिक देश बनाने की कसम खा रहें हैं ? जानिये सच |

False National Political

बड़ी ही तेज़ी से साझा हो रहा यह विडियो और चित्र दावा करता है की राहुल गांधी इस्लाम धर्म को मानते हैं | वाइरल हो रही पोस्ट में यह दावा किया है की राहुल गांधी का असली नाम राहुल खान है और राहुल खान हिंदुस्तान को इस्लाम देश बनाने की कसम खा रहें हैं |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:  

FacebookPost | ArchivedLink

ArchivedLink  

साझा हो रही पोस्ट मे एक विडियो है जिसमे राहुल गांधी को एक दरगाह मे दुआ मांगते हुए दिखाया गया है | और दुसरे चित्र में वह प्रियंका गांधी के साथ दुआ मांगते दिखाई दे रहें हैं | आइये देखते हैं क्या है सच |

तथ्यों की जांच:

  1. पहले करते हैं विडियो के तथ्यों की जांच |

हमने youtube मे राहुल गांधी के दरगाह जाने वाले विडियो को ढूंढना शुरू किया तो हमें हुबहू उपरोक्त विडियो जैसा एक विडियो मिला | यह विडियो १० सितम्बर २०१६ को अपलोड किया गया था |

YoutubeLink1

इस विडियो में मौलवी जैसा दिखाई देने वाला एक शख्स उर्दू भाषा में दुआ मांग रहा है, जिसका सरल हिंदी भाषा में अनुवाद इस प्रकार है – ‘यें इसी उद्देश्य से यहां आए हैं | इन्हें धन नहीं चाहिए । उसके हाथों में शक्ति चाहिए! सांप्रदायिक ताकतों के कारण वह दिन-रात लड़ रहा है, उसके पास सोने या जागने या चलने का समय नहीं है। उनकी एकमात्र इच्छा भारत से सांप्रदायिकता का सफाया करना है। हिंदुस्तान की इस धरती पर शांति का जो संदेश आप लाए थे, हम चाहते हैं कि फिर से वही शांति हिंदुस्तान में रहे। हमें शक्ति दो! हमें हिम्मत दो! हमें शक्ति दो! ताकि वह पूरी ताकत के साथ सांप्रदायिक ताकतों से लड़ सके और एक बार फिर से इस देश में शांति और पवित्रता बनी रहे।’

विडियो के मुताबिक राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में खाट सभा करने के बाद आंबेडकर नगर में स्थित किचौचा शरीफ़ दरगाह पर मख्तूम साहब की मजार पर माथा टेकने और चादर चढाने के लिए पहुंचे थे | साथ ही उन्होंने देश में अमन चैन कायम रहने की दुआ मांगी और इंतेजामिया कमेटी से मुलाकात भी की | इस खबर को IndiaTV और V6News ने भी कवर किया है |

YoutubeLink2

इस विडियो से यह बात पुख्ता होती है कि, राहुल गांधी जब २०१६ में चुनाव प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश गए थें, तब उन्होंने न केवल दरगाह मे माथा टेका, बल्कि वह शहर में जितने धार्मिक स्थल थे उस हर जगह गए | इस बात की पुष्टि IndiaTV ने भी की है | ‘आजतक’ ने भी राहुल गांधी के उस दिन का पूरा वर्णन अपनी खबर मे किया है | पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे की लिंक पर क्लिक करें |

AajtakPost | ArchivedLink

2.अब करते हैं चित्र के तथ्यों की जांच |

जब हमने राहुल और प्रियंका गांधी के दरगाह के चित्र को ढूंढना शुरू किया तो हमें यह चित्र ZeeNews के एक प्रकाशन मे मिला | यह प्रकाशन २७ अप्रैल २०१४ का है | अप्रैल २०१४ के चुनावी यात्रा के दौरान, राहुल और प्रियंका गांधी अमेठी गए थें | अमेठी में जयास नामक शहर के दरगाह में यह चित्र लिया गया है |

ZeeNews की इस ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें | NDTV ने भी इस ख़बर को प्रप्रकाशीत किया है |

ZeenewsPost | ArchivedLinkNDTVPost | ArchivedLink

यह पोस्ट २०१६ के बाद २०१७ एवं २०१८ में भी फिर से गलत विवरण के साथ साझा की गयी थी | जब यह गलत ख़बर बड़े पैमाने पर साझा होने लगी, तब बूमलाईव, इंडियाटुडे और वायलेंसमीडिया द्वारा भी इस खबर का फैक्ट चेक किया गया था |

IndiatodayPostViolencemediaPostHindi.boomlivePost

निष्कर्ष : ग़लत

तथ्यों की जांच के अनुसार इस बात की पुष्टि की जाती है की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपने चुनाव प्रचार के दौरान अन्य धार्मिक स्थलों के साथ साथ दरगाह में भी माथा टेकने गए थे, मगर ये कहना गलत है कि ‘राहुल खान हिंदुस्तान को इस्लाम देश बनाने की कसम खा रहें हैं’ | वाइरल होते विडियो में भी अमन और शांति की दुआ मांगी जा रही है | अतः साझा हो रही पोस्ट गलत है |

Avatar

Title:क्या सच में राहुल गांधी हिंदुस्तान को इस्लामिक देश बनाने की कसम खा रहें हैं ? जानिये सच |

Fact Check By: Nita Rao 

Result: False