इस तस्वीर को डिजिटली एडिट किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी कोई बात नहीं कही है।

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में एनसीसी के रैली को संबोधित किया। उससे संबन्धित इंडिया टीवी चैनल का स्क्रीनग्रैब इंटरनेट पर वायरल हो रहा है।

उसमें “मैं जाटों के घर से लस्सी मांग कर लाता था- नरेंद्र मोद” ऐसा लिखा हुआ है. इसी तस्वीर को सोशल मंचो पर शेयर किया जा रहा है।

तो क्या पीएम मोदी ने सच में ऐसी बात की?

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

सबसे पहले हमने इंडिया टीवी की मूल न्यूज ढूंढ़ी। 22 जनवरी की इस रिपोर्ट में पीएम मोदी का भाषण दिखाया है। उन्होंने 28 जनवरी को दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की रैली को संबोधित किया था।

इसमें प्रधानमंत्री कह रहे है कि वे भी पूर्व में एनसीसी के कैडर में रह चुके हैं। वे देश की बेटियों के सैनिक होने की प्रशंसा की थी। और बेटियों को ज्यादा से ज्यादा एनसीसी में भर्ती होने के लिये कह रहे है। उन्होंने वोकल फॉर लोकल की बात भी की। उन्होंने एनसीसी कैडेट्स और युवाओं को नशे से दूर रहने का आग्रह भी किया। परंतु उन्होंने कही भी जाटों और जाटलैंड की बात नहीं की।

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इस वीडियो को देखने पर पता चलता है कि वायरल हो रही ग्राफिक प्लेट को डिजिटली एडिट किया हुआ है। आप इसमें 2.45 मिनट पर इस ग्राफिक प्लेट से बिलकुल मिलती-जुलती तस्वीर देख सकते है। फर्क इतना है कि मूल वीडियो में “युवा देश के उत्सव में अलग ही उत्सव दिखाता है।“ और नीचे की तरफ लिखा है कि “NCC कैडेट्स को प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन।”

आप नीचे दी गयी तुलनात्मक तस्वीर में वायरल हो रही तस्वीर और मूल तस्वीर में अंतर देख सकते है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। यह ग्राफिक प्लेट डिजिटली एडिट की गयी है। पीएम मोदी ने जाटों के घर से लस्सी मांगने की बात नहीं की थी।

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Title:क्या प्रधानमंत्री मोदी ने “मैं जाटों के घर से लस्सी मांगता था” ऐसा बोला? जानिये सच...

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False