वर्तमान में हो रहे किसान आंदोलन को लेकर सोशल मंचो पर कई गलत व भ्रामक खबरें वायरल होती चली आ रही है। ऐसी कई खबरों का फैक्ट क्रेसेंडो ने अनुसंधान किया है। इन दिनों इंटरनेट पर एक वीडियो काफी चर्चा में है, वीडियो में आप कुछ लोगों को विरोध प्रदर्शन करते हुये देख सकते हैं। वीडियो में आ रही आवाज़ें सुनने पर पता चलता है कि लोग इमरान खान ज़िंदाबाद, पाकिस्तान ज़िंदाबाद, पंजाब बनेगा खालिस्तान, कश्मीर बनेगा पाकिस्तान, अल्ला हू अकबर, खालिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगा रहे है। वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक यह वीडियो वर्तमान में हो रहे किसान आंदोलन का है।

वायरल हो रहे वीडियो के शीर्षक में लिखा है,

“आंदोलन के नाम पर अल्लाह-हू-अकबर, पंजाब बनेगा खालिस्तान, कश्मीर पाकिस्तान… के नारे! ‘ये कैसे अन्नदाता हैं?”

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो 2019 का अमेरिका से है, ये वीडियो अमेरिका में पिछले साल लोगों द्वारा संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध के वक़्त का है।

जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे दावे की कीवर्ड सर्च के माध्यम से की, परिणाम में हमें यूट्यूब पर एक वीडियो मिला जिसमें वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे शख्स नज़र आ रहे है। यूट्यूब के इस वीडियो में लोग वही नारे लगा रहे है, जो वायरल हो रहे वीडियो में सुनाई दे रहे है। वीडियो में 0.58 मिनट से लेकर 1.35 मिनट तक खालिस्तान व कश्मीर के लिए नारे लगते हुये सुना जा सकता है। इस दौरान आप उन्हें अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते हुए भी सुन सकते है। यूट्यूब वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “भारतीय-अमेरिकी लोगों ने UN, न्यूयॉर्क के सामने पीएम मोदी के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला।” यह वीडियो 29 सितंबर 2019 में प्रसारित किया गया था।

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नीचे दी गई तुलनात्मक तस्वीर में आप वायरल हो रहे वीडियो व उपरोक्त यूट्यूब वीडियो में दिख रहे लोगों को देख सकते है।

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इसके बाद यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें अमेरिका में स्थित न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र (UN) के सामने लोगों द्वारा किये गये विरोध प्रदर्शन के और भी वीडियो मिले।

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तत्पश्चात हमने यूट्यूब वीडियो में दी गयी जानकारी को ध्यान में रखते हुए गूगल पर कीवर्ड सर्च किया, हमें द वायर का एक समाचार लेख मिला जो 28 सितंबर 2019 में प्रकाशित किया गया था। उस समाचार लेख के मुताबिक,

हजारों दक्षिण एशियाई और संबंधित उत्तर अमेरिकियों ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सामने एक रैली का आयोजन किया क्योंकि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। जो लोग प्रदर्शन कर रहे थे, उन्होंने कहा कि वे भारत में एक अघोषित आपातकाल, कश्मीर के "सैन्य कब्जे", दलितों और मुस्लिमों की लिंचिंग, महिलाओं के खिलाफ जारी हिंसा, श्रमिकों, किसानों, आदिवासियों के अधिकारों के उल्लंघन का विरोध करने आए थे।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत है। वायरल हो रहा वीडियो 2019 का है जब अमेरिका में लोगो ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. २०१३ की लंदन में ली गई एक तस्वीर को वर्तमान किसान आंदोलन का बता फैलाया जा रहा है |

२. किसानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह की पुरानी क्लिप को वर्तमान किसान आंदोलन से जोड़कर फैलाया जा रहा है |

३. 2017 की कैप्टन अमरिंदर सिंह और मुकेश अंबानी की एक तस्वीर को वर्तमान भारत बंद से एक दिन पहले की बता वायरल किया जा रहा है।

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Title:अमेरिका में 2019 में हुये मोदी विरोधी प्रदर्शन को वर्तमान में हो रहे किसान आंदोलन का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False