२० फ़रवरी २०१९ को एक विडियो काफ़ी साझा किया गया | विडियो के हेडलाइन मे लिखा है कि, “अब सेना भी लगाने लगे नारा चौकीदार ही चोर है” | यह विडियो १८,००० बार से भी ज़्यादा साझा किया गया है |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

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https://twitter.com/AIMIMUP3/status/1104097131965628418

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विडियो शेयर करते वक़्त यूजर ने पोस्ट के साथ लिखा है कि, “अब सेना भी लगाने लगे नारा, चौकीदार ही चोर है | आजाओ भक्तो इन्हे भी देश द्रोहो साबित करदो ये चोकीदार चोर बोल रहे है ऐसे भी बकिस्तानी बोलो भक्तो कुछ बोलने जरूर इस पोस्ट पे “।

क्या सच मे हमारे सेना ने भी लगाये ‘चौकीदार ही चोर है’ नारे ? आइये देखते हैं सच |

तथ्यों की जांच:

२० फ़रवरी २०१९ को फेसबुक पर साझा किया विडियो डीटीसी ग्रीन बस में रिकॉर्ड किया गया है | इसके बाद यह विडियो इन्स्टाग्राम और ट्विटर पर भी साझा किया जा रहा था ।

विडियो के आधार पर लोगों का कहना कि बस में मौजूद सेना के जवान ये नारे लगा रहे हैं कि ‘चौकीदार ही चोर है’ | साथ मे कथित भक्तों को यह चुनौती दे दी गई है कि अब इन जवानों को देश द्रोही साबित करो |

विडीओ की सत्यता जानने के लिए हमने सबसे पहले इस विडियो को अन्य सोशल मंचों पर ढूँढा |

यूटूब और ट्विटर पर यह विडियो एक ही दिन ८ मार्च २०१९ को अपलोड किया गया था, तथा इन्स्टाग्राम पर ९ मार्च २०१९ को अपलोड हुई है |

यह विडियो २ मिनिट ५१ सेकंड का है | इस विडियो को हमने फ्रेम दर फ्रेम देखा | ऐसा करने पर कई बातें दिखाई दी |

1.१ मिनिट ३२ सेकंड पर आप देख सकेंगे की नारे तो चल रहे हैं, मगर सेना के किसी जवान के होंठ नहीं हिल रहें हैं |

2.उसके तुरंत बाद ही १ मिनिट ३५ सेकंड पर आप देख सकेंगे की जवानों के बगल में बैठा आदमी अपने फ़ोन से इन नारों को और नारे लगाने वालों की रिकॉर्डिंग कर रहा है |

3.इसके बाद १ मिनिट ३७ सेकंड पर एक और व्यक्ति अपने फ़ोन पर रिकॉर्डिंग करता दिखाई देता है |

4.विडियो देखने पर यह भी पता चलता है कि, सेना के सारे जवान बस के पिछले हिस्से में बैठे हैं और नारे लगाने वाला बस के एकदम सामने की ओर है | फ़ोन पर रिकॉर्डिंग करने वाले व्यक्तियों का फ़ोन भी सामने नारा लगाने वाले की तरफ ही है |

5.पूरे विडियो में कहीं भी कोई भी सेना का जवान नारे नहीं लगा रहा था

विडीओ में कुछ और बातें जो ग़ौर करने वाली हैं

पुलिस बल व जवान बस के बीच व पिछले हिस्से में है व आगे से आवाज़ें आ रही है, विडीओ से ये प्रतीत होता है कि ये किसी राजनेतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी के दौरान रिकोर्ड विडीओ है, अक्सर किसी आंदोलन के चलते बहुसंख्यिक जन गिरफ़्तारी के लिए राज्य सरकारें निजी व सरकारी बसों का उपयोग करती हैं ।

ऐसे आंदोलनों में राज्य पुलिस के साथ अक्सर अर्ध सैनिक बलों की सहायता ली जाती है

उपरोक्त विडीओ में ये सारी बातें देखी जा सकती हैं

अर्ध सैनिक बल व राजकीय पुलिस के अलावा बस में महिला पुलिस की उपस्थिति इस बात को पुख़्ता करती है कि ये वाक्या किसी आंदोलन की गिरफ़्तारी का है।

कुछ और बातें जो इस विडीओ मैं उभर कर आतीं है .

पहली तस्वीर में एक व्यक्ति बस से बाहर एक पोस्टर दिखा रहा है

दूसरी तस्वीर में कोई व्यक्ति खिड़की पे खड़े हो बाहर सर निकाले कुछ कह रहा है

तीसरी तस्वीर में आगे सीट पे खड़ा व्यक्ति ज़ोर ज़ोर से नारे लगा रहा है

ये सारे तथ्य इस वाक़ये को किसी राजनेतिक आंदोलन में उस पार्टी के कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी का संकेत देते हैं।

अब इस बात पे आतें है की ये वाक्या कहाँ का है

विडीओ में २:०७ पर ये बोला जाता है की “दिल्ली वाले बोले चोर है , चोर है चोर है” इस नारे से ये पता चलता है कि विडीओ दिल्ली से है।

निष्कर्ष : ग़लत

उपरोक्त विडियो को फ्रेम दर फ्रेम देखने के बाद, हम इस बात की पुष्टि करतें हैं कि बस में मौजूद अर्धसैनिक बल व पुलिस ने कोई नारें नहीं लगाये | बस में मौजूद लोगों में से एक व्यक्ति नारा लगा रहा था और बाकि कुछ लोग नारे मे सहयोग दे रहे थे | मगर किया गया दावा कि ‘अब सेना भी लगाने लगे नारा चौकीदार ही चोर है |”, ग़लत है |

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Title:क्या अब सेना भी लगाने लगे नारा ‘चौकीदार ही चोर हैं’ ? जानिये सच |

Fact Check By: Nita Rao

Result: False