सोशल मीडिया पर अलग अलग समय पर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार से सम्बंधित दावे फैलाए जाते आ रहे है, ऐसे पोस्टों की सत्यता जाँच उनकी प्रमाणिकता फैक्ट क्रेसेंडो अपने पाठकों तक पहुँचाता आ रहा है | एक एस अहि पोस्ट इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी तेजी से फैलता दिख रहा है जिसके माध्यम से दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के एटा में दो दबंगों ने दो नाबालिग दलित बच्चियो से दुष्कर्म करने का प्रयास किया जिसके चलते नाबालिग बच्चियों ने आरोपियो के हाथ पैर काट दिए।

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि

"उoप्रo जनपद #एटा कोतवाली देहात थाना क्षेत्र का मामला जहा ग्राम के 2 दबंगो ने 2 नाबालिग दलित बच्चियो से किया बलात्कार करने का प्रयास, आरोपियो के हाथ पर काट कर नाबालिक बच्चियां पहुँची अपने घर। @uppolice संज्ञान मे लेकर कारवाही करे। @Etahpolice @igrangealigarh |"

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

अनुसन्धान से पता चलता है कि...

फैक्ट क्रेसेंडो ने शोध कर जाँच में पाया कि इस घटना के साथ दुष्कर्म का कोई संबंध नहीं है | यह मामला खेत में भुट्टा तोड़ते हुए बच्चों के साथ हुए झगड़े का है |

जाँच की शुरुवात हमने गूगल पर इस पोस्ट से संबंधित कीवर्ड सर्च कर इससे सम्बंधित न्यूज़ रिपोर्ट को ढूंढ़ने से किया, जिसके परिणाम में हमें कोई भी ऐसी विश्वसनीय न्यूज़ रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई जो इस बात की पुष्टि कर सके की उत्तर प्रदेश के एटा में दो दलित बच्चों के साथ दुष्कर्म का प्रयास हुआ है |

इस खबर की पुष्टि करने के लिए फैक्ट क्रेसेंडो ने एटा के देहात कोतवाली में इंस्पेक्टर जगदीश चंद्र से संपर्क किया जिन्होंने वायरल हो रहे दावे को खारिज करते हुए बताया की उनके क्षेत्र में किसी भी बच्ची के साथ दुष्कर्म का कोई मामला नहीं हुआ है, उन्होंने हमें बताया कि “इस मामले से जुड़े दोनों पक्ष एक ही जात के है | असल में इस मामले में नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की बात झूठी है | वे दो बच्ची रामवीर नामक एक आदमी के खेत से भुट्टा तोड़ रहीं थी, जिसके चलते खेत मालिक ने उन्हें खेत से डांटकर भगा दिया था | इस मामले में कोई ऍफ़.आई.आर नहीं दर्ज करायी है | इन बालिकाओं के पिता ने भी दुष्कर्म के प्रयास जैसी घटना होने से इनकार किया है | यह पूरा विवाद खेत से भुट्टा तोड़ने को लेकर हुआ है |”

साथ ही उन्होंने हमें बताया कि इस मामले को लेकर गावं के कुछ अराजक तत्वों ने बढ़ा चढ़ाकर गलत सन्देश के साथ लोगों के बीच अफवाह फ़ैलाने का काम किया है |

इसके आलावा हमें ट्विटर पर एटा पुलिस के आधिकारिक अकाउंट द्वारा जारी किया गया स्पष्टीकरण भी प्राप्त हुआ | इस पोस्ट में उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जानकारी देते हुए लिखा है कि "थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में दो नाबालिग बालिकाओं द्वारा खेत से भुट्टे तोड़ने के विवाद को दुष्कर्म का प्रयास किए जाने का रुप देकर कुछ अराजक तत्वों द्वारा भ्रामक खबर प्रचारित कर दी गई थी, दोनों पक्षों में आपसी सहमति से घटना के झूठी होने के परिप्रेक्ष्य में समझौता कर लिया गया है।"

आर्काइव लिंक

इसके आलावा हमें उत्तर प्रदेश पुलिस फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर अकॉउंट द्वारा प्रकाशित ट्वीट भी मिला जहाँ उन्होंने वायरल हो रहे दावे का खंडन करते हुए इसे फ़र्ज़ी खबर बताया है | इस ट्वीट में लिखा गया है कि "एटा पुलिस के अनुसार कोतवाली देहात क्षेत्रान्तर्गत दो बालिकाओं से दुष्कर्म के प्रयास की घटना, जांचोपरान्त असत्य पायी गयी, जिसका Etah police द्वारा खण्डन किया गया। कृपया बिना सत्यापन के भ्रामक पोस्ट कर अफवाह न फैलाएं।"

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष:

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट के माध्यम से किये गए दावे को गलत पाया है | उत्तर प्रदेश के एटा में किसी भी दलित बच्चियों के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है | यह मामला खेत में भुट्टा तोड़ने से संबंधित हुए झगड़े का है | इस मामले को गलत तरीके के साथ नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म होने का दावा करते हुए फैलाया जा रहा है |

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. असम के एक पानी पूरी विक्रेता द्वारा पानी में मूत्र मिलाने के प्रकरण को फर्जी सांप्रदायिक रंग दे सोशल मंचों पर फैलाया जा रहा है।

२. पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई ने नाम से फिरसे बना फर्जी अकाउंट जिससे सांप्रदायिक ट्वीट किये गये|

३. बिहार के कटिहार में मुर्हरम जुलूस के दौरान घटी मारपीट की घटना को हिन्दू-मुस्लिम कोण दे सांप्रदायिकता से जोड़ साझा किया जा रहा है|

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Title:एटा में किसी दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास नहीं हुआ है, वायरल पोस्ट फर्जी व मनगढ़ंत हैं |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False