क्या यह झारखंड में मोब लिंचिंग में मारे गए तबरेज़ अंसारी के जनाजे का विडियो है?

False National Social

२६ जून २०१९ को ज़ेबा फातिमा नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “तबरेज अंसारी का जनाजा, अल्लाह मगफिरत फरमाए | आमीन” | सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ प्रसारित किया गया है कि यह झारखंड में हाल ही में हुई मोब लिंचिंग की घटना का शिकार तबरेज अंसारी के अंतिम संस्कार का है | फर्स्ट पोस्ट द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार तबरेज़ अंसारी पर चोरी के संदेह में १८ जून को झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में भीड़ द्वारा हमला किया गया था | चोरी के आरोप में पुलिस के हिरासत में लेने से पहले उन्हें चार घंटे तक पीटा गया और ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगाने  के लिए मजबूर किया गया | चार दिन बाद २२ जून को उसकी मृत्यु हो गई | इस विडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि यह विडियो तबरेज़ अंसारी की अंतिम यात्रा का है | यह विडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा में हैं | फैक्ट चेक किये जाने तक यह विडियो ५०० प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी और साथ ही १६००० व्यूज मिल चुकी है | 

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव विडियो | फर्स्ट पोस्ट | आर्काइव लिंक 

इसी अंतिम संस्कार के दावे का एक और वीडियो, जो एक अलग एंगल से शूट किया गया है, दुसरे शीर्षक के साथ साझा किया जा रहा है | लिखा गया है कि “तबरेज अंसारी का जनाज़ा अल्लाह इनको जन्नतुल फिरदौस में आला से आला मकाम आता फरमाये, आमीन |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव विडियो 

क्या वास्तव में यह विडियो तबरेज़ अंसारी का अंतिम यात्रा को दर्शाता है ? हमने इस विडियो की सच्चाई जानने की कोशिश की | 

संशोधन से पता चलता है कि…
जांच की शुरुआत में हमने इस विडियो को इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए छोटे की फ्रेम्स में तोडा | इन की फ्रेम को हमने यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च पर ढूँढा | परिणाम से हमें २२ सितम्बर २०१८ को इटीवी भारत द्वारा प्रसारित खबर मिली | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “तबरेज के जनाजे में जुटी हजारों की भीड़ देखें VIDEO” | विडियो के विवरण में लिखा गया है कि “जहानाबाद: आरजेडी के पूर्व बाहूबली सांसद शहाबुद्दीन के शार्प शूटर तबरेज आलम उर्फ तब्बू का शव उसके पैतृक घर गरेड़िया खंड मोहल्ला पहुंचा | जहां ईदगाह में जनाजे की नमाज अदा की गई | तबरेज के जनाजे में हिस्सा लेने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे |” ईटीवी भारत पर शेयर किए गए वीडियो में एनाडुइंडिया वॉटरमार्क भी है |

इसके पश्चात उपरोक्त विवरण से “तबरेज़ आलम जहानाबाद प्रोसेशन” जैसे की वर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए हमने ऐसा ही एक वीडियो ढूँढा | यह विडियो २३ सितंबर २०१८ को यू-ट्यूब चैनल जहानाबाद न्यूज़ पर अपलोड किया गया था | इस विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “Tabrez Alam! अतीत को पीछे छोड़ लोगों के दिल मे बनाई जगह, जनाज़े में उमड़ी भीड़ कह रही पूरी कहानी |”

२२ सितम्बर २०१८ को जहानाबाद न्यूज़ के यू-ट्यूब चैनल ने इसी खबर से जुडा एक विडियो प्रसारित किया था | यह विडियो भी वायरल विडियो के साथ मेल खाता है | इस विडियो के विवरण में लिखा गया है कि “पटना में शुक्रवार को कोतवाली थाने के पास जहानाबाद निवासी तबरेज आलम की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी | शनिवार को तबरेज आलम का शव जहानाबाद स्थित पैतृक आवास पर लाया गया | जनाजे में भारी संख्या में लोग शामिल हुए |”

इसके पश्चात हमने यह जानने की कोशिश की तबरेज़ आलम कौन था | टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार तबरेज़ आलम जेहानाबाद के गैंग ऑफ़ वासेपुर का सदस्य था | एक ज़माने में वह सिवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के लिए शार्प शूटर के तौर पर काम करता था | तबरेज़ अपनी एसयूवी की ओर जा रहा था जब एक बाइक पर सवार दो लोगों ने तबरेज़ पर चार गोलियां चलाईं | कथित तौर पर एक ज़मीन को लेकर विवाद के चलते उनकी हत्या कर दी गई थी |

टाइम्स ऑफ इंडिया | आर्काइव लिंक 

हत्या एक ज़मीन विवाद का नतीजा था, जैसा कि स्थानीय पुलिस ने पत्रकारों को बताया। आप इस वीडियो को देख सकते हैं, जहां तत्कालीन एसएसपी पटना, मनु महराज, तबरेज़ आलम हत्या मामले पर मीडिया को जानकारी दे रहे हैं | विडियो के विवरण में लिखा गया है कि “पटना: राजधानी पटना के कोतवाली थाना के पास शार्प शूटर तबरेज आलम हत्याकांड मामले में पटना पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है | हत्या की प्लांनिग करने वाले अपराधी तारिक मल्लिक को एसएसपी मनु महाराज की टीम ने धर दबोचा है | वहीं हत्या में इस्तेमाल होने वाले बाइक को भी पुलिस ने बरामद कर लिया |”  

निष्कर्ष : तथ्यों के जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | तबरेज आलम एक कुख्यात शार्प शूटर था, जिसकी बिहार में हत्या कर दी गई थी, जबकि तबरेज अंसारी की हाल ही में झारखंड में भीड़ ने हत्या कर दी थी | यह निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि वायरल वीडियो तबरेज अंसारी के अंतिम संस्कार का नहीं है बल्कि यह विडियो तबरेज़ आलम के अंतिम संस्कार का है जो लगभग ९ महीने पुराना है | नाम की समानता का फायदा उठाकर इस विडियो को भ्रमित रूप से तबरेज अंसारी के जनाजे का बताया गया है |

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Title:क्या यह झारखंड में मोब लिंचिंग में मारे गए तबरेज़ अंसारी के अंतिम संस्कार का विडियो है?

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False