राजस्थान में मौत हुए दलित छात्र के पिटाई का यह वीडियो नहीं; बिहार का वीडियो गलत दावे के साथ वायरल

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यह वीडियो बिहार के पटना का है। इसका दलित छात्र इंद्र मेघवाल की पिटाई का नहीं।

पिछले महिने में राजस्थान के जालोर में एक स्कूल में एक शिक्षक ने नौ वर्षीय दलित छात्र इंद्र मेघवाल की पिटाई की। जिसके बाद 13 अगस्त को अहमदाबाद के एक अस्पताल में उसका निधन हो गया। मृतक के पिता का आरोप है कि दलित छात्र ने हेड मास्टर की मटकी को हाथ लगाने पर शिक्ष छैल सिंह गुस्सा हो गया और उसने बालक की बेरहमी से पिटाई कर दी।

इस घटना को जोड़कर एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप एक शिक्षक को एक छात्र को मारते हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो इंद्र मेघवाल के पिटाई का है।

वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “मेरी क्या गलती थी,क्या मेरा कुसूर था? मटके में था पानी भरा,प्यासा मैं जरूर था। मेरी तो मज़बूरी थी,प्यास से मजबूर था। निकृष्ट सोच वाले को भी ये पता जरूर था। ना सोचा मार पड़ेगी, इस सोच से मैं दूर था। कितना क्यूट और मासूम था इंद्र मेघवाल।”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरूवात हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। हमें यही वीडियो 6 जुलाई को रिपब्लिक वर्ल्ड के चैनल पर प्रसारित किया हुआ मिला। इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि यह वीडियो बिहार के पटना का है। 

वहाँ एक ट्यूशन टीचर ने एक पाँच साल के बच्चे की बेरहमी से पिटाई की थी। बताया गया है कि उसको इतनी बेरहमी से पीटा गया कि लकड़ी भी टूट गयी। उस टीचर ने बच्चे को लात मारी व मुक्का भी मारा। इसमें आप उस बच्चे और उसकी मां का बयान भी सुन सकते है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस ट्यूशन टीचर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 

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आगे बढ़ते हुये हमने 7 जुलाई को प्रकाशित न्यूज़ 18 की खबर में पाया कि अमरकांत कुमार उर्फ छोटू नामक इस ट्यूशन टीचर को पटना पुलिस ने 6 जुलाई को ही गिरफ्तार कर लिया था। इस फरार टीचर को पुलिस ने नालंदा जिले से पकड़ा था। घटना के बाद वह बच्चा बेहोश हो गया व उसकी छाती और रीढ़ पर कई चोटें भी आयी थी। उसे पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसमें यह भी बताया गया है कि अमरकांत कुमार धनरुआ थाना क्षेत्र में स्थित जया पब्लिक स्कूल का संचालक भी था और साथ में कोचिंग क्लास भी चलाता था।

इंद्र मेघवाल की मौत का मामला क्या है?

राजस्थान के जालोर जिले में स्थित सुनारा गांव के सरस्वती विद्या मंदिर नामक एक निजी स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ रहे 9 साल के इंद्र मेघवाल की बुरी तरह से पिटाई की गयी। इंद्र के परिवार वालों का आरोप है कि स्कूल में रखे पानी के मटके से इंद्र ने पानी पिया था। 

उनके मुताबिक दलित होकर मटके को हाथ लगाने की वजह से शिक्षक चैल सिंह ने उसकी पिटाई की। जिसके बाद उसे अस्पताल में भरती कराया गया व 13 अगस्त को अहमदाबाद के अस्पताल में उसकी मृत्यू हो गयी। जालोर पुलिस ने 40 वर्षीय शिक्षक चैल सिंह को आई.पी.सी की धारा 302 और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। और पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की जाँच कर रही है। 


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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो राजस्थान के जालोर में हुये इंद्र मेघवाल की पिटाई का नहीं बल्की बिहार के पटना का है।

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Title:राजस्थान में मौत हुए दलित छात्र के पिटाई का यह वीडियो नहीं; बिहार का वीडियो गलत दावे के साथ वायरल

Fact Check By: Samiksha Khandelwal 

Result: False