पटाखों की आतिशबाजी का यह वीडियो दिल्ली का नहीं, बल्कि इटली का है
इटली का वीडियो गलत दावे के साथ दिल्ली के नाम वायल हो रहा है।
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण के कारण 1 जनवरी 2023 तक सभी प्रकार के पटाखों के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। जिस वजह से दिवली में भी लोगों को पटाखें जलाने पर प्रतिबंध था।
इसको जोड़कर पटाखों की आतिशबाजी का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो दिल्ली का है जहां पटाखों पर प्रतिबंध होने के बावजूद लोगों ने पटाखे जलाये और केजरीवाल सरकार को जवाब दिया।
वायरल हो रहे वीडियो के साथ यूज़र ने लिखा है, “दिल्ली के लोगो ने फतवे वाले के मुंह पे थापड़ मारा है । दिल्ली की दिवाली।“
अनुसंधान से पता चलता है कि...
इस वीडियो की जाँच में यही वीडियो Eminent Woke नामक एक ट्वीटर हैंडल पर 3 जनवरी को शेयर किया हुआ मिला। उसमें दी गयी जानकारी में बताया गया है कि इटली के नेपल्स शहर के महापौर ने नये साल की शाम पर कोविड के प्रतिबंधों के कारण पटाखों पर बैन लगा दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर नियमों का उल्लंघन किया गया तो €500 का जुर्माना भरना पड़ेगा।
लोगों ने मेयर की नहीं सुनी और उन्होंने ज़ोरों से पटाखें जलाये। और यह वीडियो उस घटना का है।
हमें 1 जनवरी को Marca नामक एक स्पैनिश वेबसाइट पर भी यह वीडियो प्रसारित किया हुई मिला।
उसमें भी यही बताया गया है कि यह वीडियो इटली के नेपल्स शहर का है। वहाँ के महापौर ने इस साल नये वर्ष के मौके पर 31 दिसंबर 2021 से लेकर 1 जनवरी तक पटाखों और आतिशबाजियों पर प्रतिबंध लगाया था। पर वहाँ के लोगों ने वहाँ के कानून व्यवस्था व नियमों का पालन न करते हुये पटाखें जलायें। उस दौरान पूरे शहर में लगभग चार लोग पटाखों की वजह से घायल हुये और गनपाउडर की वजह से एक 53 साल के शख्स की आंखें बुरी तरह से घायल हुई थी।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो दिल्ली का नहीं है, इटली के नेपल्स शहर का है। हालांकि दिल्ली में भी कई जगहों पर पटाखे फोड़े गए थे।
Title:पटाखों की आतिशबाजी काय यह वीडियो दिल्ली का नहीं, बल्कि इटली का है
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: Misleading