
हालही में अफगानिस्तान में तालिबान के कब्ज़े के बाद सोशल मंचों पर एक खबर वायरल हो रही है जिसके मुताबिक आज तड़के अफगानिस्तान में अफगान वायु सेना की कप्तान साफिया फिरोज़ी की हत्या तालिबानियों ने पत्थर मारकर कर दी है, हालांकि इस खबर को किसी भी विश्वासनीय समाचार संस्था ने रिपोर्ट नहीं किया है। इस खबर के साथ इंटरनेट पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें आप एक महिला को लहूलुहान देख सकते है। इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि उसमें दिख रही महिला साफिया फिरोज़ी है, जिसकी हत्या तालिबान ने की है।
वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,
“साफिया फिरोजी, अफगान वायु सेना की चार महिला पायलटों में से एक। आज सुबह शारिया कानुन के अनुसार सार्वजनिक रूप से पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी गई।“

अनुसंधान से पता चलता है…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही तस्वीर अफगान की वायु सेना की पायलट साफिया फिरोज़ी की नहीं है। यह तस्वीर अफगानिस्तान कि एक महिला फरखुंदा मलिकजादा की है जिनको मार्च 2015 में काबुल में एक भीड़ ने कुरान जलाने के आरोप में सार्वजनिक रूप से पीट-पीट कर मार डाला था।
जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रीवर्स इमेज सर्च कर की, परिणाम में हमें यही तस्वीर वनडियो.कॉम द्वारा प्रकाशित किये हुये एक लेख में वायरल हो रही यही तस्वीर प्रकाशित की हुई मिली। उस लेख के मुताबिक यह तस्वीर अफगानिस्तान की एक 27 वर्ष की महिला फरखुंदा मलिकज़ादा की है, जिस पर लोगों ने कुरान के कुछ पन्ने जलाने का आरोप लगाया था व उसके बाद उन्होंने सामुहिक तौर पर उसकी हत्या कर दी। यह घटना 19 मार्च 2015 को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुई थी।

इसके बाद उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुये हमने गूगल पर अधिक कीवर्ड सर्च किया व हमें द न्यू योर्क टाइम्स द्वारा 26 दिसंबर 2015 को प्रसारित किया हुआ एक वीडियो मिला उसके शीर्षक में लिखा है, “फरखुंदा की हत्या” व वीडियो के साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “फरखुंदा मलिकजादा, एक 27 वर्षीय मुस्लिम महिला पर कुरान जलाने का झूठा आरोप लगाया गया था, जिसे मध्य काबुल में सैकड़ों लोगों द्वारा देखा और फिल्माया गया था। इस वीडियो में ग्राफिक हिंसा के दृश्य हैं।“
इस वीडियो में वायरल हो रही तस्वीर को आप 4 से 4.02 मिनट तक देख सकते है।
तदनंतर यूट्यूब पर अधिक जाँच करने पर हमें द न्यू योर्क टाइम्स द्वारा प्रसारित किया गया वैसा ही वीडियो बी.बी.सी न्यूज़नाइट्स द्वारा 12 अगस्त 2015 को प्रसारित किया हुआ मिला। इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है,फरखुंदा: द मेकिंग ऑफ ए शहीद और इसके नीचे दी गयी जानकारी में लिखा है, फरखुंदा की दिल दहला देने वाली कहानी – वह अफगान महिला जिस पर कुरान जलाने का झूठा आरोप लगाया गया, और पीट-पीटकर मार दिया गया।
इसके बाद हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर फरखुंदा की हत्या की पूरी जानकारी हासिल करने की कोशिश की, हमने पाया कि फरखुंदा मलिकजादा, जिसे आमतौर पर फरखुंदा के नाम से जाना जाता है, एक 27 वर्षीय महिला थी, जिसे 19 मार्च 2015 को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भीड़ द्वारा सार्वजनिक रूप से पीट-पीट कर मार दिया गया था। उसके उपर ये आरोप लगाया गया था कि उसने कुरान को जला दिया था, यह सुन बड़ी संख्या में लोग जमा हो गये व उसे मार डाला। बाद में पुलिस जांच में पता चला कि उसने ऐसा नहीं किया था। उसकी हत्या के लिये तीन पुरुषों को बीस साल की जेल की सजा मिली, अन्य आठ पुरुषों को सोलह साल की सजा मिली, एक नाबालिग को दस साल की सजा मिली, और ग्यारह पुलिस अधिकारियों को एक साल की जेल की सजा मिली।
तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़े से संबंधित अन्य फैक्ट चेक को आप नीचे पढ़ सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। यह तस्वीर अफगान की वायु सेना की पायलट साफिया फिरोज़ी की नहीं है। यह तस्वीर अफगानिस्तान कि एक महिला फरखुंदा मलिकजादा जिसे मार्च 2015 में काबुल में भीड़ ने कुरान जलाने के आरोप में सार्वजनिक रूप से पीट-पीट कर मार डाला था।
फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

Title:मार्च २०१५ की एक तस्वीर को वर्तमान में तालिबान द्वारा महिला अफगान वायुसेना पायलट साफिया फिरोज़ी की पत्थरों से पीट-पीट कर हत्या का बता वायरल किया जा रहा है
Fact Check By: Rashi JainResult: False
