यह वीडियो वर्ष 2019 का है। इसका नितिन गडकरी को संसदीय बोर्ड ने हटाने से कोई लेना-देना नहीं है।

हाल ही में भाजपा की नये संसदीय बोर्ड का निर्माण हुआ है। इस बार इस बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को हटा दिया गया है। इसको लेकर इंटरनेट पर काफी चर्चा हो रही है। इसी बीच नितिन गडकरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। उसमें आप उन्हें कहते हुये सुन सकते है कि “सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते है, पर दिखाये हुये सपने अगर पूरे नहीं किये तो जनता उनकी पिटाई भी करती है। इसलिये सपने वही दिखाओ जो पूरे हो सके।“

दावा किया जा रहा है कि नितिन गडकरी के इस बयान के बाद उन्हें भाजपा के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ लिखा है, “फेकू ने नितिन गडकरी के इस बयान की वजह से नितिन गडकरी को भाजपा के संसदीय बोर्ड से निकाल फेंका।“ (शब्दश:)

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

इस वीडियो को देखने पर हमें उसमें एन.डी.टी.वी का चिन्ह दिखा। इसको ध्यान में रखकर हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। हमें इसका मूल वीडियो 27 जनवरी 2019 को एन.डी.टी.वी के चैनल पर प्रसारित किया हुआ मिला।

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इसमें बताया गया है कि नितिन गडकरी ने ये बयान एक प्रेस कॉन्फरेंस में दिया था जब अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर ने भाजपा ज्वाइन किया था।

28 जनवरी 2019 को द वायर के वेबसाइट पर प्रकाशित जानकारी में बताया गया है कि मुंबई में भाजपा की परिवहन इकाई नवभारतीय शिव वातुक संगठन (एनएसवीएस) के उद्धघाटन समारोह में गडकरी ने ये बयान दिया था।

आपको बता दें कि इस साल 17 अगस्त को भाजपा ने आठ सालों बाद नये संसदीय बोर्ड के सदस्यों को नियुक्त किया है। और यह वीडियो 2019 का है। इससे हम यह कह सकते है कि इसका वर्तमान से कोई संबन्ध नहीं है।


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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो पुराना है। नितिन गडकरी के इस बयान का उनके संसदीय बोर्ड से हटाये जाने से कोई संबन्ध नहीं है।

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Title:“जो नेता वादे पूरे नहीं करते, जनता उनकी पिटाई करती है”, क्या नितिन गडकरी के इस बयान की वजह से उन्हें संसदीय बोर्ड से निकाल गया?

Fact Check By: Samiksha Khandelwal

Result: False