ममता बनर्जी के पुराने वीडियो को वर्तमान में अमित शाह के पश्चिम बंगाल के दौरे से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले चुनावों के चलते प्रदेश में सभी राजनीतिक दल जोर- शोर से प्रचार करने में लगी हुई हैं, इन्हीं चुनाव प्रचार के चलते भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बंगाल में कई चुनाव रैलियां करते हुये अकसर देखे जा रहें हैं, वर्तमान में हुये गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान एक भव्य रैली हुई थी, इसी रैली से जोड़ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्षा ममता बनर्जी का एक वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहा है। उस वीडियो में हम उन्हें बहुत क्रोधित होते हुए देख सकते है। वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है, उसके मुताबिक अमित शाह के बंगाल दौरे के बाद ममता बनर्जी को लोग अपना आपा खोते हुये देख सकते हैं।
वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,
“अमित शाह जी का बंगाल दौरा, और मोमता बानो को मिर्गी का दौरा।”
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो वर्ष 2006 से है, जब तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्षा ने अपनी पार्टी के अन्य विधायकों के साथ पश्चिम बंगाल में सिंगूर टाटा नैनो विवाद के तहत विरोध प्रदर्शन किया था।
सबसे पहले हमने इंटरनेट पर वायरल हो रहे दावे में दी गयी जानकारी को ध्यान में रखकर कीवर्ड सर्च किया तो हमें परिणाम में ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जिसमें उपरोक्त वीडियो को प्रसारित किया गया हो व ऐसा लिखा हो कि अमित शाह के बंगाल दौरे के बाद ममता बनर्जी क्रोधित हुई। इसके पश्चात यूट्यूब पर और अधिक कीवर्ड सर्च करने पर हमें वायरल हो रहे वीडियो जैसा सदृश्य वीडियो मिला। इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “ममता बनर्जी और टी.एम.सी ने पश्चिम बंगाल की संसद को नष्ट किया।“ इस वीडियो को 25 सितंबर 2013 में प्रसारित किया गया है। इस 8.22 मिनटों के वीडियो में आप वायरल हो रहे वीडियो को 1.21 से लेकर 3.02 मिनटों तक देख सकते है।
तदनंतर उपरोक्त वीडियो के शीर्षक में दी गयी जानकारी को ध्यान में रखते हुए गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें एन.डी.टी.वी द्वारा 30 नवंबर 2006 को प्रसारित किया हुआ यही वीडियो मिला। वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “ममता ने पश्चिम बंगाल की असेंबली में तोड़-फोड़ पर सहमति व्यक्त की” और उसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्षी तृणमूल कांग्रेस और ट्रेजरी बेंच के सदस्यों द्वारा कुर्सियों और मेज़ों को तोड़ा गया, माइक्रोफोन को बंद कर दिया गया और मिसाइल के रूप में इस्तेमाल किया गया।“
एन.डी.टी.वी के इस वीडियो में समाचार वक्ता इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए कह रहीं है कि, तृणमूल कांग्रेस की सांसद ममता बनर्जी सहित पार्टी के 30 विधायकों ने बंगाल विधानसभा में घुसकर आक्रोश जताया व वहाँ तोड़फोड़ की। उन्होंने ये इसलिए किया क्योंकि ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल के हूगली जिले के सिंगूर शहर में स्थित टाटा मोटर्स कार के कारखाने में जाने से रोका गया, नतीजतन उन्होंने विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया।
हमें इस प्रकरण पर डी.एन.ए द्वारा प्रकाशित समाचार लेख मिला जो 30 नवंबर 2006 को प्रकाशित किया गया था।
जाँच के दौरान हमने पाया कि पश्चिम बंगाल के हूगली में स्थित सिंगूर शहर में टाटा नैनो गाड़ी के विनिर्मान के लिए कारखाना बन रहा था जिसका विरोध कई किसान कर रहे थे। उनके इस विरोध में कई विरोधी राजनीतिक दलों ने उनका साथ दिया, जिनमें से एक ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस भी थी। इसके चलते ममता बनर्जी विरोध प्रदर्शन करने सिंगूर गयी थी, जहाँ उन्हें रोका गया जिसके बाद वे बंगाल विधानसभा में अपने विधायकों के साथ विरोध प्रदर्शन करती दिखायी दीं।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत है। वायरल हो रहा वीडियो वर्ष 2006 का है जब तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्षा ममता ने उनके पार्टी के अन्य विधायको के साथ पश्चिम बंगाल के विधानसभा में सिंगूर टाटा नॅनो विवाद के तहत विरोध प्रदर्शन किया था।
फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :
१. वायरल तस्वीरें बेंगलुरु में किसानों द्वारा चलाए गये सुपरमार्केट की नहीं है|
२. कन्हैया कुमार का इस्लाम कुबूल करने वाला वीडियो एडिटेड है |
Title:ममता बनर्जी के पुराने वीडियो को वर्तमान में अमित शाह के पश्चिम बंगाल के दौरे से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: False