यह वीडियो 2018 का है। इस वीडियो का यूपी चुनावों से कोई संबंध नहीं।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते इंटरनेट पर स्थानीय लोगों द्वारा नेताओं को पीटने के वीडियो साझा किये जा रहा है। इसी बीच न्यूज़ 24 का वीडियो सोशल मंचों पर साझा किया जा रहा है।

उसमें आप एंकर को ये कहते हुये सुन सकते है कि उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में जब विधायक चुनाव जीतने के सालों बाद लोगों से मिलने गये तो उनका गुस्सा फुटा और उन्होंने विधायक की पीटाई कर दी। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह घटना हाल ही में घटी है।

यह वीडियो यूज़र्स ने हमारे वाट्सऐप हैल्पलाइन नंबर 9049053770 पर भेजा है।

यही वीडियो इस कैप्शन के साथ भी वायरल है – “यूपी में भाजपा विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में 5 साल बाद गए तो गांव वालों ने जमकर स्वागत किया निकल गई सारी हेंकड़ी,“ इस दावे के साथ पोस्ट किया हुआ मिला।

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इसी दावे के साथ यह वीडियो ट्वीटर पर भी वायरल है।

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

कीवर्ड सर्च से पता चला कि न्यूज़ 24 चैनल पर 5 दिसंबर 2018 को यह वीडियो प्रसारित हुआ था। यूपी के महाराजगंज जिले की सदर विधानसभा से भाजपा विधायक जय मंगल कनौजिया पर गांववालों का गुस्सा फुटा था।

चुनाव जीतने के बाद नेताजी ने गांव को भेंट नहीं दी थी। इसलिए कुछ सालों के बाद वे गांव गये तो उनकों इतने सालों के बाद देखकर लोग भड़क गये। चुनाव के दौरान भाजपा विधायक ने गांव के विकास के बड़े- बड़े वायदे किये थे; परंतु चुनाव जीतने के बाद उन्होंने गांव की तरफ मुड़कर भी नहीं देखा। इस वजह से गांववालों ने विधायक और उनके समर्थकों की पीटाई कर दी।

लोगों ने विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाये। उसके बाद विधायक कनौजिया ने गांववालों को मुकदमे में फसाने की भी धमकी दी थी। इसपर लोग और भड़क गये और उन्होंने विधायक और उनके समर्थकों को और पीटा। फिर विधायक लोगों के सामने हाथ जोड़कर वहाँ से निकल गये।

दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक तीन वर्ष पहले विधायक जय मंगल कनौजिया ने 4 दिसंबर 2018 को बरवां राजा गांव में कमल संदेश यात्रा निकाली थी। वहाँ ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और उनके वादों के बारे में सवाल कर रहे थे। फिर विधायक के समर्थकों और गांववालों के बीच झड़प हो गयी।

उस बीच कुछ स्थानीय लोग इसका वीडियो बनाने लगे इसको देखकर एक समर्थक ने फोन छिनने की कोशिश की और मारपीट शुरू हो गयी। और फिर मामले को बढ़ता देख विधायक और उनके समर्थक वहाँ से चले गये।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2017 में 11 फरवरी से 8 मार्च तक विधानसभा चुनाव हुये थे और 11 मार्च को चुनाव के परिणाम आये थे। वीडियो में दिख रही घटना 4 दिसंबर 2018 में हुई थी। इस हिसाब से चुनाव जीतने के डेढ़ साल के बाद विधायक निर्वाचन क्षेत्र में गये थे। इस हिसाब से दावे में जो लिखा है कि विधायक 5 साल बाद लोगों से मिलने गये, यह गलत साबित होता है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किये गये दावे में पूरा कथन नहीं बताया गया है। यह घटना वर्ष 2018 में हुई थी। इसको फिलहाल चल रहे यूपी इलेक्शन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

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Title:उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायक को पीटने के पुराने वीडयो को वर्तमान का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: Missing Context