कानपूर में दो बुज़ुर्ग भिखारियों को बच्चा चोर होने के आरोप में पीटा गया |

False Social

२७ अगस्त २०१९ को “ख़बरें सन्त कबीर नगरनामक एक फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “#Kanpur- बच्चा चोरी के शक में 2 बुजुर्गों की पिटाई, लोगों की भीड़ ने बुजुर्गों को जमकर पीटा, मारपीट कर दोनों बुजुर्गों को बनाया बंधक, सूचना के बाद भी नहीं पहुंची स्थानीय पुलिस, बिधनू के सतबरी रोड भीम चौराहे का मामला |” ९ सेकंड के इस वीडियो में हम कुछ लोगों को दो बुज़ुर्ग आदमियों की पिटाई होते हुए देख सकते है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह दो बुज़ुर्ग व्यक्ति कानपूर में बच्चा चोरी करते हुए पकडे गए है जिस वजह से लोगों ने उन दोनों की पिटाई की | साथ ही कहा जा रहा है कि यह घटना कानपूर शहर के बिधनू इलाके में सतबरी रोड, भीम चौराहे पर घटित हुई है |

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव वीडियो 

यह पूरा वीडियो हमें ट्विटर पर मिला | ट्वीट के शीर्षक में लिखा गया है कि “बिधनू  @kanpurnagarpol के सतबरी रोड भीम चौराहे में बच्चा @igrangekanpur चोरी के आरोप में पब्लिक ने दो बुजुर्गों को जमकर धुना @UPPViralCheck ,पब्लिक अभी भी बनाये है दोनो बुजुर्गों को बंधक,,,अकबरपुर कानपुर देहात निवासी बताए जा रहे दोनो बुजुर्ग,,,नही पहुंची पुलिस @adgzonekanpur” |

https://twitter.com/AmitThakurJour1/status/1166231585374404608

ट्वीट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो से जुडी ख़बरों को गूगल पर ढूँढने से की | परिणाम से हमें २७ अगस्त २०१९ को ABP Ganga द्वारा प्रकाशित खबर मिली | खबर के अनुसार, कानपुर के विधनू इलाके में इन दो बुजुर्गों की पिटाई इसलिए हुई क्योंकि किसी ने अफवाह फैला दी थी कि यह दोनों बुजुर्ग कंचन नामक व्यक्ति के घर से उसकी पलक नामक दो साल की बच्ची का अपहरण कर रहे थे |

आर्काइव लिंक

२७ अगस्त २०१९ को अमर उजाला ने भी इस खबर को प्रकाशित करते हुए शीर्षक में लिखा है कि “भीख मांग रहे दो बुजुर्गों को बच्चा चोर समझकर भीड़ ने जमकर पीटा, एक ग्रामीण गिरफ्तार” |

आर्काइव लिंक

इसके पश्चात हमने कानपूर के एसएसपी अनंत देव से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि “इस घटना के साथ बच्चा चोरी का कोई संबंध नही है | वीडियो में दर्शाए गए व्यक्ति बच्चा अपहरणकर्ता नही है, बल्कि वे वहां भीख मांगते थे | दोनों व्यक्ति एक हफ्ते पहले ही यहां रहने आये थे | उनका पीछा कुत्तों ने किया था जिसके कारन लोगों ने उन्हें बच्चा चोर समझ लिया और दोनों को पीटने लगे | उन्होंने बच्चा चोरी नही किया था | मारपीट करने वाले दो लोग फ़िलहाल पुलिस हिरासत में हैं |”

२७ अगस्त २०१९ को कानपूर नगर पुलिस के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर वीडियो के द्वारा एक स्पष्टीकरण भी साझा किया गया है | इस ट्वीट के शीर्षक में लिखा गया है कि “थानाक्षेत्र बिधनू में बच्चा चोरी प्रकरण के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, महोदय द्वारा दी गयी बाईट |” वीडियो में कानपूर के एसएसपी अनंत देव ने इस पुरी घटना का विवरण दिया है | साथ ही यह बात भी स्पष्ट की है कि वीडियो में दिखाए गए बुज़ुर्ग बच्चा चोर नही है |

आर्काइव लिंक 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो में दर्शाए गए बुज़ुर्ग बच्चा चोर नही है | उन्हें बच्चा चोरी करने के संदेह में लोगों द्वारा पीटा गया था | 

बच्चा चोरी पर अन्य फैक्टचेक – 

1. इस मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति का विडियो बच्चा चोर के नाम से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है |

2. चंदा इकट्टा करने वालें दो बहरूपिये की तस्वीर को बच्चा चोर के नाम से फैलाया जा रहा है |

3. इस महिला पर बच्चा अपहरणकर्ता होने का गलत आरोप लगाया जा रहा है |

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Title:कानपूर में दो बुज़ुर्ग भिखारियों को बच्चा चोर होने के आरोप में पीटा गया |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False