चंदा इकट्टा करने वालें दो बहरूपिये की तस्वीर को बच्चा चोर के नाम से फैलाया जा रहा है |

False Social

२२ अगस्त २०१९ को “निषाद एकता बिहारनामक एक फेसबुक यूजर ने एक तस्वीर पोस्ट की, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “सावधान पूरे हिन्दुस्तान में रोहिंग्या की 2000 लोगो की टीम आयी है जो बच्चों को उठा के ले जा रही है कोई बेचता है कोई बलि के लिये ले जाता है खुद देखो सुनो ओर ज्यादा से ज्यादा इसे फैलाओ”

तस्वीर में हम पुलिस वालों द्वारा महिला की वेशभूषा किये दो आदमीयों को पकड़कर ले जाते हुए देख सकते है | इस तस्वीर के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि हिंदुस्तान में रोहिंग्या लोगों की टोली आई है जो बच्चों का अपहरण करते हुए उनकी बलि देती है और तस्वीर में उनमे से दो लोगों को पुलिस पकड़कर ले जा रही है |

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, परिणाम से हमें ५ अगस्त २०१९ को भारत न्यूज़ लाइव २४ द्वारा प्रसारित खबर मिली, जिसके अनुसार यह घटना हरियाणा में फतेहाबाद जिले के रतिया नामक किसी क्षेत्र की है | इस खबर के विवरण में लिखा गया है कि रतिया ज़िला फ़तेहाबाद में बच्चे पकड़ने वाले गिरोह में से २ आदमी औरत की वेशभूषा में पकडे गए, जिसके चलते वार्ड के लोगो ने उनकी जमकर धुलाई की व मौके पर पहुंची पुलिस के हवाले किया |

इसके पश्चात हमने भारत न्यूज़ लाइव २४ से संपर्क किया जिन्होंने हमें इस घटना से जुडा एक विडियो दिया जिसमे हम पुलिस को इन दो लोगों को पुलिस की गाड़ी में लेकर जाते हुए देख सकते है | पुलिस की गाड़ी के नंबर से हमें पता चला कि यह गाडी हिसार में पंजीबद्ध है | हिसार के एसपी शिव चरण जी ने हमें बताया की यह गाडी रतिया में इस्तेमाल करने के लिए दी गई है |

इसके पश्चात हमने रतिया सिटी के पुलिस स्टेशन के मुंशी, अमर सिंह से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि यह घटना एक दो हफ्ता पुराना है और रतिया सिटी में घटित हुई थी | साथ ही उन्होंने हमें कहा कि, “यह दो व्यक्ति कोई बच्चा अपहरणकर्ता नहीं है | लोगों को शक था कि इन दोनों ने बच्चों का अपहरण किया था जिसके कारन उन्हें पीटने लगे थे | हमने उन्हें जांच के लिए बुलाया था और हमें पता चला कि वे बच्चे अपहरणकर्ता नहीं थे | वे दोनों बहरूपिये हैं जो चंदा इकट्ठा कर रहे थे और दोनों मध्यप्रदेश के रहने वाले है |”

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | तस्वीर में महिला की वेशभूषा में दिखाई दे रहे दो आदमी बच्चा चोर नही है, बल्कि वे बहरूपिए है जो औरतों की वेशभूषा में चंदा इकट्टा कर रहे थे |

बच्चा चोरी पर अन्य फैक्टचेक – 

1. इस मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति का विडियो बच्चा चोर के नाम से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है |
2. वीडियो में इस युवक के मुंह से जबरन बच्चा चोर होने की बात कहलवाई गई है |
3. इन लोगों को बच्चा चोर होने के शक में पीटा गया है |

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Title:चंदा इकट्टा करने वालें दो बहरूपिये की तस्वीर को बच्चा चोर के नाम से फैलाया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False