सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ प्रसारित किया जा रहा है कि यह वीडियो हैदराबाद में स्थित अस्पताल के कोरोनावायरस मरीजों की वर्तमान परीस्थिति को दिखता है जहाँ यह संक्रमित मरीज बिना इलाज के हॉस्पिटल के कोरिडोर में बैठे देखे जा सकतें है| वीडियो में पीपीई किट पहनी दो महिलाएं एक अस्पताल के गलियारे में बैठी हुई दिखाई दे रही हैं | इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि वीडियो को गांधी अस्पताल में शूट किया गया था | हैदराबाद का गांधी अस्पताल कोरोनावायरस रोगियों के इलाज के लिए नामित अस्पताल है |

पोस्ट में लिखा गया है कि “हैदराबाद के गाँधी अस्पताल से मिला चौंकाने वाला वीडियो जहां कॉरिडोर के फर्श पर बैठे कोरोनावायरस के मरीजों बिना जाँच के ज़मीन पर बैठे हुए देखा जा सकता है | इनको देखने के लिए कोई डॉक्टर भी नही है | #गाँधी_हॉस्पिटल”

आर्काइव लिंक

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अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच की शुरुवात हमने हमने इस वीडियो के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश से की, जिसके परिणाम से हमें ४ जुलाई २०२० को न्यूज़ मिनट द्वारा प्रकाशित एक खबर मिली | इस रिपोर्ट के अनुसार यह वीडियो हैदराबाद के गाँधी हॉस्पिटल से है |

फैक्ट क्रेसेंडो ने गांधी अस्पताल के मीडिया प्रवक्ता से संपर्क किया जिन्होंने इस वीडियो के माध्यम से किये गये दावों का खंडन करते हुए बताया कि “वीडियो में दिख रहे दोनो व्यक्ति क्लास IV स्वच्छता कर्मचारी थे | वे अपनी १२ घंटे की शिफ्ट पूरी होने के बाद आराम कर रहे थे | वे अपने घर जाने के लिए परिवहन का इंतजार करते हुए मौके पर आराम कर रहे थे | वे पूर्ण व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट पहने हुए हैं, केवल हॉस्पिटल में काम करने वालें कर्मचारी ही पीपीई किट पहनते है | अस्पताल के भीतर दो स्थानों के बीच जाने के लिए मरीजों को केवल मास्क दिया जाता हैं | गांधी अस्पताल ने ५००० से अधिक कोरोनावायरस से संक्रमित रोगियों का इलाज कर उन्हें स्वस्थ कर घर भेजा है लेकिन कुछ लोग वीडियो बना नकारात्मक दावे के साथ इस वीडियो को फैला रहे हैं, ऐसे लोगों का उद्देश्य अस्पताल की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रतीत होता है |”

तद्पश्चात हमने गाँधी अस्पताल के मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट डॉक्टर राजा राव से संपर्क किया, उनके द्वारा भी इस बात की पुष्टि की गई कि वीडियो में दिख रहे व्यक्ति मरीज नहीं है, उन्होंने हमें बताया कि “वीडियो में दिख रही महिलायें कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज नही है बल्कि अस्पताल की सफाई कर्मचारी है | वीडियो को ट्राइएज एरिया के पास ग्राउंड फ्लोर में शूट किया गया था, जहां आने वाले मरीजों की जांच की जाती है | इस वीडियो में सफाई कर्मचारी पीपीई किट पहने हुए नज़र आ रहे हैं, इस इलाके को अक्सर मरीजों के बैठने और वॉर्ड बॉय का इंतजार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है | पेशेंट को पीपीई नहीं दिया जाता है, उन्हें केवल मास्क दिया जाता है | इस वीडियो को शरारती तत्वों ने हॉस्पिटल के प्रतिष्ठा को क्षति पहुँचाने के इरादे से फैलाया है |”

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का दावा सरासर गलत है, वास्तविकता में वीडियो में दिख रहे लोग हॉस्पिटल के सफाई कर्मचारी है जो १२ घंटे की शिफ्ट के बाद घर ले जाने के लिये वाहन के इंतज़ार में बैठे थे |

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Title:क्या ये वीडियो हैदराबाद के गाँधी हॉस्पिटल में कोरोनावायरस के मरीजों की हालत को दर्शाता है?

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False