९ जुलाई २०१९ को फेसबुक पर ‘H Umar Khan Khan’ नामक एक यूजर द्वारा ‘India Needs Asaduddin Owaisi’ फेसबुक पेज पर एक पोस्ट साझा किया था, जिसमें एक महिला की तस्वीर दी गयी है | यह पोस्ट ‘Votergiri’ नामक एक वेबसाइट के १७ जून २०१७ को प्रासरित एक लेख के लिंक को साझा करती है | पोस्ट के विवरण में लिखा है – “गाय का मूत्र पी सकते है लेकिन दलित के हाथ से पानी नहीं, इसीलिए मेने हिन्दू धर्म छोड़ इस्लाम कुबूला |” इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ‘इस हिंदू महिला ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपना लिया है और अपना नाम मरयम |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ArchivedLink

संशोधन से पता चलता है कि…

Votergiri’ नामक वेबसाइट पर १४ जून २०१७ के इस लेख में यह दावा किया गया है कि इस महिला को इस्लाम और इस्लाम धर्म की नीयम बहुत अच्छी लगी और उन्होंने इसीलिए इस्लाम धर्म अपनाया और अपना नाम मरयम रखा | पूरे पोस्ट को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

VotergiriPost | ArchivedLink

हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट की तस्वीर को ‘गूगल रिवेर्स इमेज सर्च’ में ढूंढा | हमें मिले परिणाम आप नीचे देख सकतें हैं |

इस संशोधन में हमें ‘Hinduexistance’ नामक एक वेबसाइट मिली, जिसमे ८ जनवरी २०१५ को एक ख़बर साझा की गयी थी | इस ख़बर के मुताबिक उपरोक्त दावे में दर्शायी गयी महिला का नाम जाया भंडारी है और यह रांची की घटना थी | जाया भंडारी ने वकार दानिश अनवर नामक एक आदमी से प्रेम-विवाह किया था | मगर विवाह के वक़्त अनवर ने जाया से कहा कि वह जाया के धर्म की इज्ज़त करता है और उसे अपना धर्म बदलने के लिए कभी मजबूर नहीं करेगा | मगर विवाह के बाद अनवर और उसके घरवालों ने जाया का नाम ज़बरदस्ती बदलकर ज़ोया अनवर रख दिया | इस बारे में ८ जनवरी २०१५ को जाया ने जब थाणे में शिकायत दर्ज की, तो इसपर ‘लव-जिहाद’ का मामला दर्ज हुआ | पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें |

HinduexistencePost | ArchivedLink

इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमने गूगल पर ‘jaya bhandari to zoya anwar’ की वर्ड्स देकर ढूंढा | हमें मिले परिणाम आप नीचे देख सकतें है |

इस संशोधन में हमें ‘Hindujagruti’ द्वारा १० जनवरी २०१५ की एक ख़बर मिली, जिसमे ‘Hinduexistance’ द्वारा प्रकाशित ख़बर की जानकारी के अलावा यह लिखा है कि वकार दानिश अनवर और उनके पिता अनवरुल हक को ‘लव-जिहाद’ के आरोप में धारा २९५A और धारा १५३A ते तहत गिरफ़्तार कर लिया गया है | पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

Hindujagruti.Post | ArchivedLink

इसके अलावा, इस घटना पर ‘TOI’ की ९ जनवरी २०१५ को दी गयी ख़बर मिली | जिसमें भी रांची में घटी इस ‘लव-जिहाद’ के बारे में जाया भंडारी द्वारा दर्ज की गयी FIR के बारे में पूरी ख़बर दी गयी है |

TOIPost | ArchivedLink

हमने जब रांची के नामकुम पुलिस ठाणे में इस बात की पुष्टि करनी चाहि, तो उन्होंने कहा की ऐसी एक घटना की शिकायत दर्ज तो हुई थी मगर २०१५ की घटना होने के कारण उन्हें इस FIR के बारे में पूरी जानकारी निकलने में वक्त लगेगा | जैसे ही हमें इस बारे में पूरी जानकारी मिलती है, हम हमारे पाठकों के लिए इस पोस्ट को अपडेट कर देंगे |

इन संशोधन से हमें साफ़ पता चलता है कि ना तो उपरोक्त पोस्ट मे दरशाई गयी तस्वीर में महिला ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपनाया और ना तो उनका नाम मरयम है | यह घटना ८ जनवरी २०१५ को रांची की है | इस महिला का नाम जाया भंडारी है और एक मुस्लिम लड़के से विवाह के बाद उसका नाम ज़बरदस्ती ज़ोया अनवर रखा गया था | महिला के ससुरालवालों ने जब धर्म बदलने की ज़बरदस्ती की और इस महिला पर अत्याचार किया, तो जाया ने पुलिस के पास अपनी शिकायत देकर ससुरालवालों के खिलाफ़ FIR दर्ज की | इसपर जाया के पति और ससुर को गिरफ़्तार भी किया गया था |

जांच का परिणाम : इस संशोधन से हम इस निष्कर्ष पर आते हैं कि उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘इस हिंदू महिला ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपना लिया है और अपना नाम मरयम |’ ग़लत है | यह तस्वीर जाया भंडारी की है और उन्होंने अपना धर्म नहीं बदला है |

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Title:क्या चित्र में दिखने वाली महिला ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल किया और अपना नाम मरयम रखा ? जानिये सच |

Fact Check By: Natasha Vivian

Result: False