भारत में तालाबंदी के चलते लगभग सारे स्कूल, कॉलेज और ऑफिसों को बन्ध रखा गया है ताकि कोरोनावायरस का संक्रमण फैलने से रोका जा सके, ऑफिस वालों को वर्क फ्रॉम होम याने घर से काम करने को कहा गया है वहीँ कई स्कूल व कॉलेज ऑनलाइन क्लासेस ले रहें हैं | इन्ही सब के चलते सोशल मीडिया पर एक वायरल पोस्ट के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि भारतीय दूरसंचार विभाग ने ये घोषणा की है कि जब तक लॉकडाउन जारी है (यानि ३ मई २०२०) तक सभी को घर के काम करने के लिए फ्री इन्टरनेट सुविधाएँ दी जाएगी | इस सुविधा का उपयोग करने एक लिंक दिया गया है जिसे क्लिक करने पर सभी को फ्री रिचार्ज प्राप्त होगा | साथ ही कहा गया है कि यह ऑफर केवल ३ मई २०२० तक सीमित है |

मैसेज में लिखा गया है कि “*Covid-19: भारतीय दूरसंचार विभाग का एलान*

कोरोना महामारी के कारण 03 मई 2020 तक लाॅकडाउन के वजह से भारतीय दूरसंचार विभाग नें सभी मोबाइल यूजर को फ्री इन्टरनेट देने का ऐलान किया है ताकि आप घर बैठे अपना काम कर सके।

*कृपया घर में रहकर कोरोना वायरस (Covid-19) को फैलने से रोकें।*

*नोट:-* नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके अपना फ़्री रीचार्ज प्राप्त करें

👉🏼 https://mysafecovid19.com?internet

*कृपया ध्यान दे:* यह ऑफर केवल *03 मई 2020* तक ही सिमित है!”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच कि शुरुवात हमने लिंक पर क्लिक करने से की जिससे हमने पाया कि वेबसाइट व्यक्तिगत जानकारी जैसे मोबाइल नंबर, ऑपरेटर नेटवर्क, रिचार्ज प्लान आदि मांगती है, फिर उपयोगकर्ताओं को इस वायरल मैसेज को १० व्हाट्सएप ग्रुप में साझा करने के लिए कहा जाता है | ऐसा करने पर, "4 मज़ा" नामक एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है | इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि इस वेबसाइट पर रजिस्टर करने से कोई मुफ्त रिचार्ज नहीं मिलता है, लेकिन यह लोगों से ऐप डाउनलोड करने के लिये बाध्य करता है | ऐसे लिंक को क्लिक बैट कहा जाता है, जहाँ गलत जानकारी देकर लोगों को लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है और आखिर मे यह लिंक किसी ऐप या वेबसाइट की रीच बढाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है |

आर्काइव लिंक

इसके आलावा हमें PIB के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा दिए गये स्पष्टीकरण मिला, जिसमे स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सोशल मीडिया पर फ्री इन्टरनेट सेवायों प्राप्त कराने वाला मैसेज फर्जी है | यह दावा बिलकुल झूठ है, व दिया गया लिंक फर्जी है |

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज के माध्यम से किये गये दावे फर्जी है | भारतीय दूरसंचार विभाग लोगों को लॉकडाउन के बीच काम करने के लिए फ्री इन्टरनेट सेवा की सुविधा नही दे रही है | इस मैसेज के साथ साझा किया गया लिंक क्लिक बैट है |

Avatar

Title:भारतीय दूरसंचार विभाग द्वारा फ्री इन्टरनेट के मैसेज पर विश्वास ना करे |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False