सोशल मीडिया पर एक अत्यंत विचलित करने वाले वीडियो को साझा करते हुए एक भ्रम पैदा किया जा रहा है कि संभवतः ये वीडियो भारत से है और दोषी के खिलाफ सजा की मांग की जा रही है, इस अत्यंत विचलित कर देने वाले वीडियो में हम एक आदमी को एक छोटी सी मासूम बच्ची के गले में फंदा डाल उस मासूम को छत से नीचे धकेल फांसी देते देख सकते हैं, इस वीडियो को सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने साझा कर इसे संभवतः भारत का बताते हुए व उत्तर प्रदेश पुलिस को टैग करते हुये दोषी को कठोर से कठोर सजा की मांग करते हुये शेयर किया है |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि

"इस वीडीओ को पूरे हिन्दूसतान और दुनिया के कोने तक किसी भी जरीये से पहुचाने मे अपना हक अदा करें।। मैंने कर दिया। और आप सोच भी नही सकते जी के आप कितना बड़ा काम कर रहे हो।

(शब्दशः)

आर्काइव लिंक

फेसबुक पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि...

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो भारत से नहीं है, यह वीडियो २०१७ में थाईलैंड के फुकेत आइलैंड में हुई घटना से सम्बंधित है |

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को गूगल पर कीवर्ड सर्च करने से ढूंढा जिसके परिणाम में इस वीडियो का स्क्रीनशॉट नुवाया नामक वेबसाइट पर उपलब्ध मिला | वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार यह घटना २०१७ से है जब फुकेत में एक आदमी ने फेसबुक पर लाइव आ अपनी ११ महीने की मासूम बच्ची को फांसी दी थी | खबर के अनुसार फुकेत पुलिस ने कहा कि 20 वर्षीय वुटिसन वोंगटाले ने फेसबुक पर दो वीडियो को पोस्ट करते हुए दिखाया कि किस तरह वे अपने बेटी को मौत के घाट उतारते है, जिसके थोड़े देर बाद वे खुद भी अपने जान देने की कोशिश करते है |

आर्काइव लिंक

खबर को २०१७ में रॉयटर्स ने भी रिपोर्ट करते हुए लिखा है कि यह घटना थाईलैंड की है और इस बच्ची का नाम नेटली था | मामले के प्रभारी पुलिस अधिकारी जुलौस सुवानिन के अनुसार उस आदमी को अपनी पत्नी के उसे छोड़कर जाने और उससे प्यार न करने के बारे में विमोह हो रहा था जिसके चलते उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया | वुटिसन की पत्नी, जिरानुच त्रिरतना ने रॉयटर्स को बताया कि वह एक साल से अधिक समय से उनके साथ रह रही थी। उन्होंने कहा, पहले तो रिश्ता अच्छा चल रहा था लेकिन फिर वह हिंसक हो गया ।

सिंगापुर में फेसबुक के प्रवक्ता ने रॉयटर्स को इस वीडियो के बारे में बताते हुए ईमेल पर लिखा था कि फेसबुक पर इस तरह की कंटेंट के लिए बिल्कुल जगह नहीं है और अब इसे हटा दिया गया है।

बैंगकॉक पोस्ट के अनुसार यह घटना तंबों साखू पर पेनिन्सुएला होटल में घटी थी | यह एक परित्यक्त होटल जहाँ किसी का आना जाना नहीं था | कुछ पर्यटक वेबसाइटों पर होटल को प्रेतवाधित इमारत के रूप में प्रचारित किया जाता है। इस घटना की जाँच तब की गयी जब जिरानुच नामक एक महिला ने पुलिस से उसके पति, २१ वर्षीय वुथिसन को खोजने के लिए कहा, जो कुछ समय पहले झगड़े के बाद अपनी ११ महीने की बेटी के साथ चला गया था | इस घटना को वाशिंगटन पोस्ट ने भी रिपोर्ट किया था |

इसके आलावा हमें उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उनके आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जारी किया गया ट्वीट मिला | इस ट्वीट वायरल हो रही पोस्ट का खंडन करते हुए उन्होंने लिखा है कि वायरल हो रही घटना भारत के उत्तर प्रदेश की नहीं है बल्कि २४ अप्रैल २०१७ को फुकेट आइलैंड, थाईलैंड से है। साथ ही उन्होंने फुकेत में हुई इस घटना से सम्बंधित एक न्यूज़ रिपोर्ट भी साझा की है |

निष्कर्ष :

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट के माध्यम से किये गए दावे को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर एक ११ महीने की मासूम बच्ची को फांसी पर लटकाने का वीडियो भारत से नहीं है बल्कि यह घटना २०१७ में थाईलैंड के फुकेत आइलैंड की है |

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. असम के एक पानी पूरी विक्रेता द्वारा पानी में मूत्र मिलाने के प्रकरण को फर्जी सांप्रदायिक रंग दे सोशल मंचों पर फैलाया जा रहा है।

२. पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई ने नाम से फिरसे बना फर्जी अकाउंट जिससे सांप्रदायिक ट्वीट किये गये|

३. बिहार के कटिहार में मुर्हरम जुलूस के दौरान घटी मारपीट की घटना को हिन्दू-मुस्लिम कोण दे सांप्रदायिकता से जोड़ साझा किया जा रहा है|

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Title:२०१७ में घटित एक अत्यंत हृदयविदारक व विचलित कर देने वाली घटना के वीडियो को भ्रामक रूप से भारत का बता फैलाया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False