कर्नाटक के दांदेली में सड़क पर मगरमच्छ के चलने के वीडियो को महाराष्ट्र के चिपलून से बताया जा रहा है |

False Natural Disaster Social

वर्तमान में मुंबई, कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी वर्षा के चलते कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुये हैं | रत्नागिरी के चिपलून और रायगढ़ के महाड़ में इस प्राकृतिक आपदा ने सबसे अधिक नुकसान किया है | रत्नागिरी जिले में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया था, जिससे चिपलून शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। शहर में वशिष्ठी नदी के उफान पर होने से चिपलून के सैकड़ों निवासी अपने घरों में पानी में फंसे हुए थे । इस दुखद स्थिति को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 25 जुलाई 2021 को शहर का दौरा किया और वहां प्रभावित लोगों को ये आश्वासन दिया कि वे शहर के लोगों के साथ खड़े हैं और राज्य सरकार लगातार इस स्थिति को सुधारने के कार्य में लगी है  | 

सोशल मीडिया पर वर्तमान मूसलाधार वर्षा व बाढ़ के चलते महाराष्ट्र के कई जिलों की तस्वीरें व वीडियो साझा किये जा रहे हैं, इन्ही सब के बीच चिपलून के नाम से वीडियो एक आगे आया है जिसमें खुली सड़क पर एक विशाल मगरमच्छ को चलते हुए देखा जा सकता है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर फैलाते हुए दावा किया जा रहा है की यह वीडियो महाराष्ट्र के चिपलून से है | इस मगरमच्छ के पीछे हम कई ग्रामीणों को चलते हुए व वीडियो खींचते हुए देख सकते है |

फैक्ट क्रेस्केंडो के पाठकों ने इस वीडियो को हमारे व्हाट्सएप फैक्टलाइन नंबर (9049053770) पर भेजकर तथ्य की जांच करने का अनुरोध किया |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि 

“चिपलून में मगरमच्छ”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसन्धान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया है कि यह वीडियो कर्नाटक के दांदेली से है जहाँ एक मगरमच्छ को सड़क पर चलते हुए देखा गया था  |

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को यूट्यूब पर सम्बंधित कीवर्ड सर्च करने से ढूँढकर की, जिसके परिणाम से हमें २ जुलाई २०२१ को लेटेस्टली के आधिकारिक यूट्यूब चैनल द्वारा प्रसारित खबर मिली | इस खबर में वायरल हो रहे वीडियो को साझा करते हुए बताया गया है कि कर्नाटक के दांदेली शहर के एक गांव की सड़कों पर एक विशाल मगरमच्छ को लापरवाही से टहलते हुए देखा गया। कोगिलाबन्ना गांव में घरों से गुजरते हुए मगरमच्छ के कई वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किए गए हैं। गांव दांदेली वन्यजीव अभयारण्य के पास स्थित है जो कई जानवरों का घर है। माना जाता है कि मगरमच्छ कोगिलाबन्ना से 5 किमी की दूरी पर दांदेली शहर में काली नदी से गांव में भटक गया था | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है की “कर्नाटक के दांदेली में मगरमच्छ गांव की सड़क पर टहलता है |”

इससे सम्बंधित अग्रिम कीवर्ड सर्च करने पर हमें NDTV द्वारा प्रकाशित एक खबर मिली जिसके अनुसार कोगिलबन गाँव दांदेली वन्यजीव अभयारण्य के पास स्थित है जो कई जानवरों का घर है | वन अधिकारियों को सरीसृप (मगरमच्छ) को बचाने और पास की एक नदी में छोड़ने में लगभग ४५ मिनट का समय लगा |

रमेश पांडे नाम के वन अधिकारी द्वारा उनके आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा किए गए एक वीडियो में, मगरमच्छ को इत्मीनान से टहलते हुए देखा जा सकता है जिसके पीछे जिज्ञासु ग्रामीणों ने दूर से नज़र रखी है | इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है की “कर्नाटक के दांदेली के कोगिलबाना गांव में एक मगरमच्छ फंस गया। वन अधिकारियों ने बचाया और जानवर को उसके आवास में वापस छोड़ दिया |”

आर्काइव लिंक 

आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने रत्नागिरी के वन मंडल में एक अफसर से बात करते हुए इस वीडियो के बारे में पूछा | उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि वायरल हो रही वीडियो चिपलून का नही है | “हालाकि वशिष्ठ नदी में मगरमच्छों की भरमार है और सोशल मीडिया पर बाढ़ मगरमच्छ के वीडियो सामने आये हैं, परन्तु यह वायरल हो रहा वीडियो चिपलून का नहीं है | जैसे वशिष्ठ नदी का पानी शहर में प्रवेश किया है, नदी से मगरमच्छों के भी रिहायशी इलाकों में प्रवेश करने की संभावना है |”

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त वीडियो के माध्यम से किये गये दावे को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो असल में कर्नाटक से है ना कि महाराष्ट्र के चिपलून से |

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. ज्योतिरादित्य सिंधिया के दो वर्ष पुराने वीडियो को वर्तमान में हुये केंद्रीय मंत्रालय फेरबदल से जोड़ वायरल किया जा रहा है।

२. २०१९ की बांग्लादेश में के ईद-ए- मिलाद- उन नबी के जलूस की तस्वीर को उत्तर प्रदेश में ओवैसी के रैली के नाम से फैलाया जा रहा है|

३. सुप्रीम कोर्ट के वकील ऍड. भानू प्रताप सिंह के भाषण के वीडियो को हिमालया कंपनी के मालिक का बता वायरल किया जा रहा है।

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Title:कर्नाटक के दांदेली में सड़क पर मगरमच्छ के चलने के वीडियो को महाराष्ट्र के चिपलून से बताया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False