वर्तमान में चीन में आई भयावह बाढ़ के चलते सोशल मंचों पर कई वीडियो व तस्वीरें साझा की जा रही है। इनमें कुछ वीडियो व तस्वीरें ऐसी भी है जो पुरानी है व गलत दावे के साथ चीन की बता वायरल की जा रही हैं। ऐसा ही एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है, उस वीडियो में एक शख्स को समुद्र किनारे साइकल से जाते देख सकते है व उसके बाद तूफान आने पर समुद्र के पानी को रास्ते पर आते हुए देख सकते है व उसके परिणाम में रास्ते पर खड़ी गाड़ियाँ व समुद्र में खड़े जहाज़ को बहते हुए देख सकते है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वर्तमान में चीन में आई बाढ़ का दृश्य है।

वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,

प्रकृति का प्रहार चीन पर।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो जापान के मियाको शहर में वर्ष 2011 में आई सुनामी का है। इस वीडियो का वर्तमान चीन में आई बाढ़ से कोई सम्बन्ध नहीं है।

जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे वीडियो को गूगल पर कीवर्ड सर्च कर की, परिणाम में हमें यही वीडियो अपरत.कॉम पर तीन महीने पहले प्रसारित किया हुआ मिला। वीडियो के नीचे दी गयी जानकारी में लिखा है, “जापान सुनामी।

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इस जानकारी को ध्यान में रखते हुये हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया व हमें यूट्यूब पर ए.एन.एन न्यूज़ सी.एच के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर वायरल हो रहे वीडियो का विस्तारित संस्करण 17 जनवरी 2020 को प्रसारित किया हुआ मिला। इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है, सुनामी, ग्रेट ईस्ट जापान भूकंप - मियाको शहर, इवाते प्रीफ़, जापान [11 मार्च 2011]

इस वीडियो में आप वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा दृश्य 2.48 मिनट से आगे तक देख सकते है।

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इसके बाद उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुये हमने गूगल पर सम्बंधित कीवर्ड सर्च किया, परिणाम में हमें वायरल हो रहे वीडियो में दिख हे दृश्य की एक तस्वीर गेट्टी इमेज द्वारा प्रकाशित की गयी मिली व उसके शीर्षक में लिखा है,

सुधार-निर्माण की तारीख ११ मार्च, २०११ को मियाको शहर के एक अधिकारी द्वारा ली गई और १८ मार्च, २०११ को जारी की गई यह तस्वीर एक सुनामी को दिखाती है जो एक तटबंध को तोड़ती है और इवाते प्रान्त के मियाको शहर में बहती है, इसके तुरंत बाद ९.० तीव्रता का भूकंप उत्तरी क्षेत्र में आया। जापान। एक हफ्ते पहले जापान के पूर्वोत्तर तट पर आए विनाशकारी भूकंप और सुनामी के बाद मृतकों और लापता लोगों की आधिकारिक संख्या 16,600 से ऊपर हो गई है, जिसमें 6,405 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, इसकी घोषणा 18 मार्च, 2011 को की गई थी। एएफपी फोटो / जिजी प्रेस (फोटो क्रेडिट को जिजी पढ़ना चाहिए) प्रेस/एएफपी गेटी इमेज के माध्यम से)

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तदनंतर गूगल पर अधिक जाँच करने पर हमें द अटलांटिक द्वारा 10 मार्च 2016 को प्रकाशित किया हुआ एक समाचार लेख मिला जिसमें वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे दृश्य की तस्वीर प्रकाशित की हुई है व लेख में दी गयी जानकारी के मुताबिक 11 मार्च 2011 को जापान में 9.0 तीव्रता का भूपंक आया था व उसके बाद जापान के इवाते प्रीफेक्चर में स्थित मियाको शहर में सुनामी आयी थी जिसमें पानी समुद्र का तट व सड़कें पार करते हुये शहर तक पहुंच गया था।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो जापान के मियाको शहर में वर्ष 2011 में आई सुनामी का है। इस वीडियो का वर्तमान चीन में आई बाढ़ से कोई सम्बन्ध नहीं है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. ALTERED IMAGE: मीराबाई चानू के बधाई समारोह में दिवार पर लगे पोस्टर में उनके रजत पदक दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद करने का बैनर एडिटेड है।

२. राजस्थान में पारिवारिक विवाद के चलते नशे में धुत पति द्वारा अपनी दो बेटियों की हत्या व अपनी पत्नी को गंभीर रूप से घायल करने की घटना को सांप्रदायिक रंग देते हुए फैलाया जा रहा है |

३. ALTERED IMAGE:- मूल तस्वीर को डिजिटली एडिट कर कंडोम का पैकेट कुर्ते की जेब में जोड़ा गया है|

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Title:वर्ष 2011 में जापान में आई सुनामी के वीडियो को वर्तमान चीन में आई बाढ़ का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False