एंटी-सीएए आंदोलन में हुए लाठीचार्ज का पुराना वीडियो हाल ही के शिक्षक भर्ती प्रदर्शन से जोड़ कर हो रहा वायरल

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यह वीडियो वर्ष 2019 में सीएए के खिलाफ हुये प्रदर्शन का है। इसका वर्तमान और शिक्षक भर्ती के संबन्ध में हो रहे प्रदर्शन से कोई संबन्ध नहीं है।

हाल ही में लखनऊ में शिक्षक भर्ती के उम्मीद्वार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिये लाठीचार्ज किया था। इस पार्श्वभूमी पर एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। 

उसमें भीड़ पर पुलिस को लाठीचार्ज करते हुए देख सकते है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि वर्तमान में शिक्षक भर्ती उम्मीद्वारों पर हुए लाठीचार्ज का यह वीडियो है।

वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “69000 शिक्षक भर्ती भर्ती बच्चों को जॉइन लेटर देते हुए योगी सरकार डीएलएड बीटीसी B.Ed यूपीटेट सुपर टेट याद रखना सीटेट याद रखना यह दिन। ”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। परिणाम में हमें इस वीडियो से मिलता-जुलता वीडियो 19 दिसंबर 2019 को इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया हुआ मिला। इसके साथ दी गया जानकारी में लिखा है, लखनऊ में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ को हटाने के लिये पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

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फिर आगे बढ़ते हुये हमें 19 दिसंबर 2019 को प्रकाशित जनसत्ता का एक खबर मिली। उसमें बताया गया है कि लखनऊ में नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध कर रही भीड़ ने हसनगंज इलाके की पुलिस चौकी को और कई गाड़ियों को आग लगायी। 

इसको नियंत्रण में लाने के लिये पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। इस मामले में पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया था।

फिर हमने इस बात का पता लगाया कि हाल ही में लखनऊ में शिक्षक भर्ती के लिये हो रहे विरोध प्रदर्शन की क्या स्थिति है।

5 दिसंबर को नवभारत टाइम्स ने एक वीडियो प्रसारित किया था। उसमें आप पुलिस को भीड़ पर लाठीचार्ज करते हुये देख सकते है। बताया जा रहा है कि लखनऊ में 69,000 शिक्षक भर्ती मामले में प्रदर्शन कर रही भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वे अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के आवास तक कैंडल मार्च निकाल रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें दौड़ा- दौड़ाकर पीटा। बताया जा रहा है कि इस घटना में 50 से अधिक लोग घायल हुये है।

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क्या है 69,000 शिक्षक भर्ती मामला?

2018 में उत्तर प्रदेश सरकार ने 69,000 सहायक अध्यापकों के पद पर चयन की सूचना जारी की थी। इस भर्ती के लिये 2019 में परिक्षा का आयोजन किया गया था। इस मामले में लंबे समय से छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे है। 

उनका आरोप है कि इन सीटों में से 22 से 23 हजार सीटों पर आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया है। आंदोलनकारियों का कहना है कि इस भर्ती प्रक्रिया में ओबीसी वर्ग के कैंडिडेट्स की कुल सीट 18,598 थीं, जिनमें से उन्हें सिर्फ 2637 सीट ही दी गई है। याने की ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण की जगह 3.86 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। 

साथ ही आंदोलनकारियों ने यह भी दावा किया है कि एससी वर्ग को 21 प्रतिशत आरक्षण की जगह सिर्फ 16.6 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इस मामले में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी आरक्षण नियमों का पालन नहीं होने पर यूपी सरकार से जवाब मांगा था। उन्होंने बेसिक शिक्षक अधिकारियों पर कार्रवाई करने को भी कहा था। 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो वर्ष 2019 का है। लखनऊ में प्रदर्शनकारी सीएए के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे और तब पुलिस ने उनके उन पर लाठीचार्ज किया था।

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Title:एंटी-सीएए आंदोलन में हुए लाठीचार्ज का पुराना वीडियो हाल ही के शिक्षक भर्ती प्रदर्शन से जोड़ कर हो रहा वायरल

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: Missing Context