यह वीडियो अभी का नहीं, वर्ष 2019 में हुये वर्ल्ड कप के समय का है।

7 तारीख को शारजाह में हुये अफगानिस्तान और पाकिस्तान की मैच में एक विकेट से पाकिस्तान की जीत हुई है। इस दौरान स्टेडियम में मौजूद दोनों ही देशों के फैन्स में मारपीट हो गयी। इसके कई वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे है।
इसी बीच एक और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है। उसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अफगानिस्तान और पाकिस्तान की मैच में फैन्स की लड़ाई का है।
वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “उधर पिच पर फरीद और आसिफ भिड़े। इधर अफ़गानिस्तान। पाकिस्तान के फैंस आपस में भिड़े। हो देखो ई बुरा मार हुवत, जैसे गली क्रिकेट हो रहा है।“
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरूवात हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर की। परिणाम में हमें यही वीडियो 30 जून 2019 को NYOOOZ TV नामक एक वैरिफाइड चैनल पर प्रसारित किया हुआ मिला। उसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा हुआ है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हुई मैच में दोनों देशों के फैन्स ने एक- दूसरे के साथ मारपीट की और कूर्सियाँ फेंकी। इसके बाद उन्होंने मैच के अंत में पिच पर भी चले गये जिससे खिलाड़ी जोखिम में पड़ गये थे।
आर्काइव लिंक
29 जून 2019 में प्रकाशित इंडिया टुडे की खबर में बताया गया है कि यह वीडियो अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच इंग्लैंड के हेडिंग्ले स्टेडियम में हो रहे वर्ल्ड कप के मैच का है। उसमें बताया गया है कि खेल के पहले भाग के दौरान ही दोनों पक्षों ने फैन्स के बीच झडप शुरू हो गयी थी।
रिपोर्ट के अनुसार इस वजह से दो लोगों को स्टेडियम से बाहर भी निकाला गया था। उस दौरान लोगों के स्टेडियम में अवैध रूप से प्रवेश करने और सीटों पर कब्जा करने की भी खबरें भी सामने आयी थी।
ए.एन.आई के ट्वीट में बताया गया है कि दोनों देशों के फैन्स के बीच झडप इसलिये हुई क्योंकि स्टेडियम के उपर से एक विमान उड़ाया गया था जिसमें “जस्टिस फॉर बलूचिस्तान” का नारा दिख रहा था। जाहिर तौर पर यह एक अनधिकृत विमान था जिसने स्टेडियम के ऊपर से उड़ान भरी थी और राजनीतिक संदेश दिखाई दे रहे थे।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो अभी का नहीं बल्की वर्ष 2019 के वर्ल्ड कप के मैच के समय का है।

Title:अफगानिस्तान और पाकिस्तान के फैन्स की लड़ाई के पुराने वीडियो को अभी का बताकर वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: False
