वर्तमान में देश में बढ़ रहे कोरोनावायरस मामलों की पृष्ठभूमि पर एक मैसेज काफी तेजी से सोशल मीडिया व व्हाट्सउप ग्रुप्स पर साझा किया जा रहा है | मैसेज में लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश के सभी थाना क्षेत्रों में मास्क चैकिंग का ३० दिनों का अभियान चलेगा जिसके चलते अगर कोई भी व्यक्ति मास्क का प्रयोग करते हुए नहीं पाया गया तो उस व्यक्ति को चालन के साथ १० घंटे की अस्थाई कारावास होगी | मैसेज के अनुसार यह सन्देश उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी किया गया है, बिलकुल ऐसा ही सन्देश उत्तराखंड को लेकर भी वायरल किया जा रहा है|

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि

“*आज प्रातः 9 बजे से उत्तर प्रदेश के सभी थाना क्षेत्रों में मास्क चैकिंग का 30 दिनों का अभियान चलेगा सभी शहर एवं ग्रामवासी *मास्क* का प्रयोग करें और चालान की कार्यवाही से बचें और साथ ही 10 घंटे की अस्थाई कारावास (जेल) सजा से भी बचे।_निवेदक - ऊत्तर प्रदेश पुलिस | उत्तर प्रदेश *पुलिस द्वारा जनहित में जारी....*”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

इस मैसेज को फेसबुक पर काफी तेजी से फैलाया जा रहा है |

अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी है | उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड पुलिस द्वारा इस प्रकार का कोई भी ३० दिवसीय मास्क चेकिंग अभियान नहीं चलाया जा रहा है |

जाँच की शुरुवात फैक्ट क्रेसेंडो उत्तर प्रदेश के डी.जी.पी एच.सी अवस्थी के ऑफिस से संपर्क किया जहाँ से हमें पता चला कि
“सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर फर्जी है | उत्तर प्रदेश द्वारा इस प्रकार की कोई भी ३० दिवसीय चेकिंग अभियान नही चलाया जा रहा है | ऐसे ख़बरों पर विश्वास ना करें और इन्हें आगे साझा ना करें | इस बारे में स्पष्टीकरण उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर दिया गया है |”

तद्पश्चात हमें उत्तर प्रदेश पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर वायरल हो रहे मैसेज का खंडन किया हुआ पोस्ट मिला | वायरल मैसेज को फर्जी बताते हुए ट्वीट में लिखा गया है कि

“उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मास्क चेकिंग का 30 दिन का ऐसा कोई भी अभियान नहीं चलाया जा रहा है, और न ही ऐसी कोई सूचना प्रसारित की गई है। अतः ऐसी भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें, जो भी इस प्रकार की भ्रामकता फैलायेगा, उसके विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही की जाएगी। #UPPAgainstFakeNews |

आर्काइव लिंक

हमने उत्तराखंड के प्रदेश के डी.जी.पी अशोक कुमार के ऑफिस से संपर्क किया जहाँ से हमें पता चला कि सोशल मंचों पर उत्तराखंड मास्क चेकिंग अभियान को लेकर किये जा रहे दावे भ्रामक हैं व सरासर गलत हैं, उत्तराखंड पुलिस द्वारा इस प्रकार का कोई ३० दिवसीय अभियान या इस प्रकार की सजा का कोई प्रावधान नहीं है|

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड पुलिस द्वारा दिए गये स्पष्टीकरण के अनुसार वायरल हो रहा मैसेज फर्जी है | सोशल मंचों पर उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड में इस प्रकार का कोई भी ३० दिवसीय मास्क चेकिंग अभियान व बताई जा रहीं सजा के प्रावधान का सन्देश गलत है |

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Title:उत्तरप्रदेश / उत्तराखंड पुलिस द्वारा ये स्पष्ट किया गया है कि उनके राज्यों में एक महीने-लंबा मास्क चेकिंग अभियान नहीं शुरू किया गया है|

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False