गुजरात के अहमदाबाद के मोटेरा में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया, २४ फरवरी २०२१ को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इसका उद्घाटन किया | हाल ही में सोशल मीडिया पर इस क्रिकेट स्टेडियम के बाहर से कुछ क्रिकेट प्रशंसकों का एक वीडियो वायरल होता दिखा रहा है जहाँ ये लोग स्टेडियम के भीतर राष्ट्रीय ध्वज को ले जाने से सम्बंधित नियमों पर अपनी टिप्पणियां दे रहें हैं, सोशल मंचों पर ये दावा किया जा रहा है कि इन लोगों को बताया गया है कि स्टेडियम के अंदर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को ले जाने की अनुमति नहीं है | वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि जिस स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री के नाम पर रखा गया है उस तिरंगे पर प्रतिबंध लगा दिया गया है |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि

“मोदी स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज के साथ एंट्री पर बैन के बाद गुस्साए हुये दर्शक,तिरंगा से डरती है मोदी सरकार |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

अनुसन्धान से पता चलता है कि..

फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया कि सुरक्षा कारणों से किसी भी प्रकार के फ्लैग पोल / छड़ी/ फ्लैग को पकड़ने का डंडा इत्यादि को स्टेडियम से बाहर रखने के लिए कहा गया था, इनके अलावा ध्वज को अन्दर ले जाने की अनुमति है|

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को बारीकी से देखने से की, जिसके परिणाम से हमें वीडियो के कोने में वी.टीवी का लोगो नज़र आया | यह गुजरात आधारित डिजिटल प्रकाशन है | वीडियो में एंकर द्वारा रखी गई माइक पर वीटीवी समाचार का लोगो भी दिखाई दे रहा है | आगे गूगल पर कीवर्ड सर्च के मदद से, हमें २४ फरवरी, २०२१ को वी.टीवी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए उसी वीडियो का एक लंबा वर्शन मिला |

हमें वीटीवी द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट भी मिली जिसमे हम वायरल वीडियो में दिखाए गये दृश्य को देख सकतें है | रिपोर्ट के मुताबिक, २४ फरवरी को पहला टेस्ट मैच देखने के लिए नरेंद्र मोदी स्टेडियम पहुंचे क्रिकेट प्रशंसकों का एक समूह प्रवेश से वंचित होने के बाद निराश हुए | हालाँकि, रिपोर्ट ने मुद्दों के बारे में कोई और विवरण नहीं दिया है |

आर्काइव लिंक

फैक्ट क्रेसेंडो ने गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के संयुक्त सचिव अनिल पटेल से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में किसी भी देश के राष्ट्रीय ध्वज पर प्रतिबंध नहीं है | हमने २४ फरवरी के मैच के लिए स्टेडियम के अंदर झंडे और बैनर की अनुमति दी थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से, हम भारी पाइप या छड़ी की अनुमति नहीं दे सकते हैं जो आमतौर पर झंडे से जुड़ी होती हैं। ऐसी छड़ें किसी को चोट पहुंचा सकती हैं, इसलिए यह केवल एक एहतियाती उपाय है | इसके आलावा हमने स्टेडियम में मौजूद लोगों को अपने तरफ से राष्ट्रीय ध्वज दिया था |”

इसके आलावा फैक्ट क्रेसेंडो वीटीवी के पत्रकार अनीता पतनी जो घटनास्थल पर मौजूद थे, से संपर्क किया जिन्होंने हमें स्पष्ट किया कि
“स्टेडियम के अन्दर राष्ट्रीय ध्वज को लेकर जाने की अनुमति है | स्टेडियम के बाहर शुरू में सुरक्षा कर्मचारियों और प्रशंसकों के बीच एक गलतफैहमी की स्थिति थी, बाद में इस मुद्दे को वरिष्ठ अधिकारियों ने सुलझाया और ध्वज को अंदर जाने दिया गया | असल में झंडे को अन्दर ले जाने की कोई रोक टोक नही थी परन्तु झंडे के साथ लकड़ी या पाइप को ले जाने की अनुमति सुरक्षा कारणों के वजह से नही थी |”

तत्पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने मोटेरा क्षेत्र के पुलिस सुप्रीटेनडेंट से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि “स्टेडियम में सुरक्षा कारणों के वजह से लोगों को झंडे के साथ आने वाले पाइप और डंडों को लेकर जाने से मना किया गया था | कभी कभी लोगों के बीच झगडे होने पर वे यह डंडों को एक दुसरे पर हमला करने के लिए इस्तेमाल करते है जिस वजह से सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पाइप और डंडे को अंदर ले जाने से मना किया था, हालाँकि राष्ट्रीय ध्वज को लेकर प्रतिबद्ध की ख़बरें ग़लत हैं |”

इसके आलावा फैक्ट क्रेसेंडो ने स्टेडियम में २४ फरवरी को मौजूद अन्य दर्शकों से संपर्क किया, शौनक अमिन नामक एक दर्शक ने हमें बताया कि “स्टेडियम के अंदर हमें तिरंगा ले कर प्रवेश करने से किसी ने नहीं रोका और ना ही वहां ध्वज को लेकर कोई प्रतिबंध था | पूरे मैच के दौरान, हम लोगों को झंडे लहराते हुए देख सकते थे और नए स्टेडियम के अंदर यह एक शानदार अनुभव था |” उन्होंने हमें ग्राउंड में राष्ट्रीय ध्वज लहराते वक़्त का वीडियो भी देखा जिसे आप नीचे देख सकते है |

बीसीसीआई द्वारा अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए गए २४ फरवरी के मैच की हाइलाईट के वीडियो में दर्शकों द्वारा लहराए जा रहे भारतीय राष्ट्रीय ध्वज हो देखा जा सकता है|

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने यह पुष्टि की है कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम के अंदर तिरंगे पर कोई प्रतिबंध नहीं है | सुरक्षा कारणों से ध्वज के साथ लगे फ्लैग पोल/छड़ी व डंडों जिससे किसी को क्षति पहुँच सकती है को स्टेडियम से बाहर रखने के लिए कहा गया था |

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Title:गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज पर प्रतिबंध वाली ख़बरें गलत व भ्रामक है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False