हाल फ़िलहाल में सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस के मरीजों के अंग तस्करी की खबरें काफी चर्चा में रहीं है, इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर एक बहुचर्चित वीडियो देखा जा सकता है, जिसमें हम मरीज के रिश्तेदारों को यह कहते हुए हम सकते है कि मरीज की किडनी निकाल ली गई है | इस वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो राजस्थान के कोटा से है जहाँ वीडियो में दिख रहा मृत व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज़ था जिनका अस्पताल वालों ने किडनी निकाल ली है | वीडियो रिकॉर्ड करने वाले को कथित कोरोनावायरस से मृत व्यक्ति की कमर में लगाई गयी पट्टी को दिखाते हुए देखा जा सकता है | वीडियो में मृत व्यक्ति का परिवार को हॉस्पिटल स्टाफ पर किडनी चोरी करने का आरोप लगाते हुए नज़र आ रहे हैं |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि

विडियो राजस्थान में कोटा जिला, सुधा हॉस्पिटल का है, डॉक्टर लोग कोरोना पेशेंट बताकर किडनी निकाली | ये विडियो राजस्थान में कोटा जिला, सुधा हॉस्पिटल का है, डॉक्टर लोग कोरोना पेशेंट बताकर किडनी निकाली है बंदे ने साफ वीडियो बनाकर दिखाया है सभी भाईयो से निवेदन है कि इस वीडियो अधिक से अधिक शेयर करें ताकि ऐसी हरकत करने वाले डॉक्टर को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके एक गरीब परिवार को मदद और विश्वास हो सके जय हिन्द जय भारत |”

फेसबुक पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विड टूल के मदद से गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से शुरू की, जिसके परिणाम से हमें यह वीडियो यूट्यूब पर 6 नवंबर २०१८ को अपलोड किया हुआ मिला | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “कोटा के सुधा हॉस्पिटल पर मृतक की किडनी निकालने का गंभीर आरोप लगाया मृतक के परिजनों ने |” इससे हम स्पष्ट हो गए कि यह वीडियो वर्तमान का नही है और ना ही कोरोनावायरस से संबंधित है |

अधिक कीवर्ड सर्च करने पर हमें ४ नवंबर २०१८ को पत्रिका द्वारा प्रकाशित एक खबर मिली जिसके अनुसार यह मामला कोटा के एक निजी हॉस्पिटल का है, हॉस्पिटल प्रशासन के अनुसार बिल चुकाने से बचने के लिए परिजानों ने किडनी तस्करी का आरोप लगाया जिसके बाद उन्होंने काफी हंगामा किया | मरीज़ का पोस्ट मोर्टेम करने के बाद किडनी शरीर के अंदर ही पाई गई | इसके अलावा हमें इंडिया टीवी द्वारा प्रसारित एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के भाग को देखा जा सकता है | इस वीडियो में डॉक्टर के बयान को भी सुना जा सकता है |

आर्काइव लिंक

इस घटना को लेकर कोटा स्थित सुधा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने २०१८ को एक स्पष्टीकरण जारी किया था जिसमे उन्होंने साफ़ बताया है कि मरीज की पोस्ट मोर्टेम होने के बाद उनके गुर्दे सही सलामत मिले | मृत व्यक्ति के परिजनों ने बिल चुकाने से बचने के लिए अवैध गुर्दे तस्करी का आरोप लगाया था ताकि हॉस्पिटल को बदनाम कर सकें |

आर्काइव लिंक

फैक्ट क्रेसेंडो ने तद्पश्चात सुधा हॉस्पिटल के स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुधा अग्रवाल से संपर्क किया उन्होंने इस सन्दर्भ में हमें बताया कि

सोशल मीडिया पर चल रहे दावे सरासर गलत है, वीडियो को ध्यान से देखा जाये तो किसी ने भी मास्क नहीं पहना हुआ है | यह वीडियो 2 साल पुराना है | सोशल मीडिया पर इस घटना को कोरोनावायरस से जोड़कर फ़ैलाने के संबंध में हमने पुलिस के पास शिकायत भी दर्ज करायी है | 2 साल पहले कुछ परिचारकों ने एक मरीज का यह वीडियो बनाया था, सम्बंधित मरीज की क्रैनियोटॉमी की गई थी जिसके चलते पेशेंट के खोपड़ी की हड्डी को उसके पेट की दीवार में रखा गया था | रोगी बीमार था और इसी के चलते उसकी मौत हो गयी | तब वहां उपस्थित लोगों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों द्वारा मरीज़ की किडनी चुरा ली गई है | हंगामा होने के बाद मरीज का पोस्टमार्टम किया गया और यह पाया गया कि मरीज़ के परिवार वालों द्वारा लगाये गये आरोप निराधार थे | अब 2-3 दिनों से यह वीडियो फिर से एक संपादित फुटनोट के साथ वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि एक कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज की किडनी चुरा ली गई है | यह उन लोगों द्वारा किया गया है जो हमारे अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं |”

नीचे आप उनके द्वारा हमें उपलब्ध कराई गयी पोस्ट मोर्टेम रिपोर्ट देख सकते है जिसमे दोनों किडनी के बारें में जानकारी दी गयी है |


नीचे आप हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा सोशल मंचो पर हाल ही में चल रहे हॉस्पिटल को लेकर फर्जी दावों के चलते साइबर क्राइम पुलिस के पास दर्ज कराई गयी ऍफ़.आई.आर की प्रतिलिपि को देख सकते है |

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात् हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो 2 साल पुराना है, जिसका कोरोनावायरस महामारी से कोई लेना-देना नहीं है | वीडियो में दिख रहे मृतक के गुर्दे सही सलामत थे |

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Title:राजस्थान में कोरोनावायरस के मरीजों के अंग तस्करी के नाम से फैलाई जा रहा वीडियो फर्जी है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False