
अरुण कुमार नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “ये मुल्ले द्वारा एक नागा साधु की पिटाई | और बेसरम लोग देखते रहे | थू..!” विडियो में हम एक लड़के को एक नागा साधू को बेरहमी से पीटते हुए देख सकते है | विडियो के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि विडियो में जिस आदमी को पीटा जा रहा है वह एक नागा साधू है जिसकी पिटाई एक मुसलमान लड़के के हाथों हुई है जिस दृश्य को लोग बेशरम जैसे देखते है | इस विडियो को सांप्रदायिक तनाव बढाने वालें कथन के माध्यम से साझा किया जा रहा है | यह विडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा में है |
क्या वास्तव में एक नागा साधू को एक मुस्लिम युवक ने इतने बेरहमी से पीटा? यह कथा जनता को गुमराह करके सांप्रदायिक विद्वेष को भड़काने की कोशिश कर रही है | सो हमने इस विडियो की सच्चाई जानने की कोशिश की |
संशोधन से पता चलता है कि…
इस विडियो का घटना स्थल हमें पोस्ट में नहीं मिला | जांच की शुरुआत करने के लिए हमें घटना स्थल का नाम जानना ज़रूरी था | हमने विडियो को बारीकी से देखा तो पाया कि १५ सेकंड में एक लाल रंग की स्कूटी दिखाई देती है जिसका नंबर है- UK-07 BJ7567 | इससे हमें यह पता चलता है कि यह विडियो उत्तराखंड की है |
गूगल सर्च करने पर हमें उत्तराखंड के परिवहन के सरकारी वेबसाइट से पता चला कि UK-07 देहरादून उत्तराखंड के लिए मानक है |
जांच के अनुसार, हमने पाया कि यह वीडियो २४ अगस्त २०१८ को उत्तराखंड के देहरादून में हुई एक वास्तविक घटना के बारे में है | हमें खबर उत्तराखंड के वेबसाइट के खबर से पता चला कि जिस व्यक्ति की पिटाई हो रही है, वह वास्तविक नागा साधु नहीं है | खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि “देहरादून- घर में घुस नागा बाबा ने की बलात्कार की कोशिश, लड़की ने ठाणे में की चप्पल से धुलाई |” कथित तौर पर वह एक स्थानीय सपेरा समुदाय से है, जिसने नागा साधु के रूप में कपड़े पहने और कथित तौर पर नशे में धुत, एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र की एक महिला के साथ दुर्व्यवहार किया | पीड़िता ने तहरीर में लिखा कि नागा बाबा ने उसके साथ अश्लील बात और हरकत की, साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया | इस खबर में तहरीर की तस्वीर भी संलग्न की गयी है |
संसकर न्यूज़ ने भी खबर को २४ अगुस्त २०१८ को प्रकाशित किया था |
२४ अगस्त २०१८ को एक वीडियो ख़बर उत्तराखंड ने उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर उपरोक्त कहानी के संदर्भ में एक अलग वीडियो अपलोड किया, जिसमें कथित नागा साधु को देहरादून के पुलिस स्टेशन में ले जाया गया |
३० अगस्त २०१८ को फैक्ट क्रेस्सन्डो इंग्लिश ने इस दावे का सच सामने रखा था | उस वक्त को हमने देहरादून पुलिस से संपर्क करने पर नीचे दिए गए जानकारी प्राप्त की थी |
- विडियो में जो व्यक्ति पिट रहा है, वह वास्तविक नागा साधु नहीं है | वह कथित रूप से एक स्थानीय सपेरा है जो नशे में था और एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश कर रहा था | इसके बाद पीड़ीत के परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने उन्हें रस्ते में खूब पीटा |
- वह शादीशुदा है और उसकी पत्नी का नाम कथित तौर पर ‘सुमी’ है | वह नागा साधु नहीं है |
- कथित रूप से इस व्यक्ति के खिलाफ एक नागा साधु होने का अभिनय करने का आरोप है और एक महिला के खिलाफ दुर्व्यवहार करने का आपराधिक मामला दर्ज किया गया है, अपराध क्रमांक: CR-351/18 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा ३५४बी, ५०४, ४५२, ३७४, ५११ |
- मामला प्राथमिकी कथित तौर पर पटेल नगर पुलिस स्टेशन, देहरादून, उत्तराखंड में दर्ज किया गया था | उक्त थाने का संपर्क नंबर: 0135-271-6219 है |
इसके पश्चात हमें एसएसपी देहरादून द्वारा की गयी ट्वीट मिला | ३० अगस्त २०१८ को इस विडियो का फर्जी दावा करने की सच्चाई सामने आयी | ट्वीट में लिखा गया है कि “सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति जिसे नागा साधु बताते हुए कुछ लोगों द्वारा पीटने का एक वीडियो वाइरल किया जा रहा है। उक्त संबंध में ज्ञात हो कि उक्त व्यक्ति एक बहुरूपिया है, जिसके विरुद्ध नशे की हालत में छेड़छाड़ की एक घटना में संलिप्त होने की शिकायत पर वैधानिक कार्यवाही की गयी है |”
भ्रामक आरोपों पर पुलिस ने एक और स्पष्टीकरण ट्वीट किया और जानकारी दी कि पिटाई करने वाले व्यक्ति ने भिक्षा के लिए एक भिखारी होने का नाटक किया | ट्वीट के शीर्षक में लिखा गया है कि “सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति जिसे नागा साधु बताते हुए कुछ लोगों द्वारा पीटने का एक वीडियो विभिन्न भ्रामक संदेशो के साथ वाइरल किया जा रहा है, उक्त प्रकरण में वास्तविक तथ्य निम्नवत् हैं-” | ट्वीट में लिखा गया है कि “सुशील नाथ एक व्यसनी है जो अतीत में भी ऐसे मामलों में शामिल रहा है | २४ अगस्त २०१८ को, उन्होंने एक घर में प्रवेश किया और एक महिला से छेड़छाड़ की, जिसके बाद उन्हें महिला के भाई शुभम और अन्य स्थानीय लोगों ने पीटा |”
@tsrawatbjp @uttarakhandcops @DehradunDm@annantsrivastav
— SSP Dehradun (@DehradunSsp) September 2, 2018
सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति जिसे नागा साधु बताते हुए कुछ लोगों द्वारा पीटने का एक वीडियो विभिन्न भ्रामक संदेशो के साथ वाइरल किया जा रहा है, उक्त प्रकरण में वास्तविक तथ्य निम्नवत् हैं- pic.twitter.com/pc3zYsKxvw
देहरादून पुलिस ने अपने फेसबुक पेज पर भी इस बात को स्पष्ट किया है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो में दावा किया गया है कि एक नागा साधु को मुसलमानों द्वारा पीटा गया था, यह बात सरासर गलत है | वीडियो में दिखाया गया आदमी एक भिखारी है जिसने एक महिला से छेड़छाड़ की जिसके भाई ने आरोपी की पिटाई की | कथित तौर पर आरोपी कोई नागा बाबा नहीं है और पीटाई करने वाला लड़का मुसलमान नहीं है | इस विडियो को भ्रामक कथन के साथ साझा किया जा रहा है |

Title:क्या उत्तराखंड में मुसलमान लड़के के हाथों नागा साधू की पिटाई हुई?
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
