
७ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘National Samachar 24×7‘ नामक फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया गया था, इस वीडियो में भारतीय पुलिस एक विशिष्ट समुदाय के लोगों के दल पर लाठी बरसाते हुए दिख रही है। इस पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “धारा 370 हटने के बाद कश्मीर के असामाजिक तत्वों द्वारा विरोध करने पर पुलिस ने भांजी लाठियां वीडियो हुआ वायरल |” वर्तमान में सरकार द्वारा कश्मीर से धारा ३७० हटाने को लेकर सोशल मंचों पर कई प्रकार के दावे हो रहे है, इस पोस्ट में कश्मीर की मौजूदा स्तिथी के चलते यह दावा किया जा रहा है कि – ‘वर्तमान में कश्मीर के मुसलामानों ने धारा ३७० रद्द होने का विरोध करने पर पुलिस उनपर लाठी बरसा रही है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…हमने जब इस वीडियो का बारीकी से आँकलन किया तो हमने इस वीडियो के ०:३५वे सेकंड में ‘गर्दनीबाग थाना’ लिखा बोर्ड देखा | गूगल पर जब हमने ढूंढा, तो हमें पता चला कि गर्दनीबाग शहर पटना में स्थित है |
इसके बाद हमने गर्दनीबाग पुलिस चौकी के SHO अरविन्द कुमार गौतम से संपर्क साधा | उन्होंने कहा कि, “गर्दनीबाग में हालही में ऐसी कोई भी घटना नहीं घटी है, मगर २०१५ में जब विकास वैभव सर यहां के SSP थे, तब वेतन को लेकर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों द्वारा ऐसी एक घटना घटीथी, जिसमे पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था |”
हमने विकास वैभव जो कि पूर्व में उपरोक्त घटना के समय इस क्षेत्र के SSP थे व वर्तमान में DIG पूर्व रेंज – भागलपुर के पद पर हैं से बात की, उनके द्वारा दिया गया बयान आप नीचे पढ़ सकतें हैं :
इसके बाद हमने गूगल पर ‘lathicharge on muslims in gardanibagh’ कीवर्ड्स ढूंढे, तो हमें TOI की २७ अगस्त २०१५ की एक खबर मिली | इस खबर में इस घटना के बारे में विस्तार में बताया गया है।पूरी खबर को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
इसके अलावा हमारे अनुसंधान में हमें ANI द्वारा २७ अगस्त २०१५ को किया गया ट्वीट भी मिला |
इन अनुसंधानों से यह बात स्पष्ट होती है कि पोस्ट में साझा वीडियो २७ अगस्त २०१५ को पटना के गर्दनीबाग में प्रदर्शनकर्ताओं पर मामला बिगड़ने के चलते पुलिस द्वारा किये गए लाठीचार्ज का है और कश्मीर की वर्तमान की घटनाओं से इस वीडियो का कोई सम्बन्ध नहीं है | यह वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है।
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ”वर्तमान में कश्मीर के मुसलामानों ने धारा ३७० रद्द होने का विरोध करने पर पुलिस उनपर लाठी बरसा रही है |’ ग़लत है |

Title:२०१५ पटना लाठीचार्ज वीडीयो को वर्तमान में सरकार द्वारा धारा ३७० रद्द होने के कारण कश्मीरी मुसलमानों पर पुलिस अत्याचार बता फैलाया जा रहा है।
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
