
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी का एक वीडियो इस दावे से वायरल हो रहा है कि रेडिएशन के संपर्क में आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वायरल वीडियो 7 सेकेंड का है, जिसमें फवाद चौधरी हांफते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान उन्हें दो लोग पकड़ कर चलते हुए भी नजर आ रहे हैं।
वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी को रेडिएशन के संपर्क में आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया…पाकिस्तान में इस समय एक बड़ी विनाशकारी घटना घट रही है..।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया।परिणाम में वायरल वीडियो हमें अलजजीरा इंग्लिश के X अकाउंट से 17 मई 2023 को पोस्ट किया गया वीडियो मिला। जिसमें वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे सर्च करने पर हमें मई 2023 को छपी मीडिया रिपोर्ट्स मिली। खबर के अनुसार इस वीडियो में फवाद चौधरी को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उनकी रिहाई के आदेश के बाद गिरफ्तारी की कोशिशों से बचते हुए दिखाया गया है।
वहीं हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक फवाद चौधरी को साल 2023 में इमरान खान की गिरफ्तारी से भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद पाकिस्तान के “सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव” विनियमन के तहत हिरासत में लिया गया था।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के हमने पाया कि , यह वीडियो करीब 2 साल पुराना है, जब इस्लामाबाद उच्च न्यायलय से 16 मई 2023 को एक मामले में जमानत मिलने के बाद वे कार में बैठने जा रहे थे। तभी इस्लामबाद पुलिस उन्हें अन्य मामलों में गिरफ्तार करने पहुंची, जिसके बाद वे बचने के लिए न्यायालय की तरफ भागे थे।

Title:फवाद चौधरी का दो साल पुराना वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल हो रहा है…
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
