यह चित्र हमने हिंदूइस्म टुडे के वेबसाइट से प्रतिनिधित्व के हेतु लिया है । इस चित्र का निचे दिए लेख के साथ कोई सम्बन्ध नहीं है ।

व्हाट्सैप के ज़रिए भेजे गए एक संदेश ने लोगों का काफ़ी ध्यान आकर्षित किया है और बेहत तेज़ी से साझा (शेयर) भी जा रहा है । उस संदेश में यह कहा गया है कि सभी ब्राह्मण छात्रों को तुरंत न्यायिक तालुक कार्यालय जाना होगा और सरकार द्वारा प्रस्तावित शिक्षा और नौकरी के अवसरों में आरक्षण पाने के लिए आवश्यक 'जाति प्रमाण पत्र' के लिए आवेदन करना होगा । और इस सन्देश में यह भी कहा गया है कि जाती प्रमाणपत्र में “नं.७१३-ब्राह्मण” इसका भी उल्लेख होना चाहिए और तब ही आप आरक्षण प्राप्त कर पाओगे ।

सोशल मीडिया पर प्रचलित विविध कथन:

ये संदेश व्हाट्सैप पर काफ़ी बार साझा गया है । व्हाट्सैप संदेश और उसका हिंदी अनुवाद हमारे पाठको के सन्दर्भ हेतु नीचे दिया गया है ।

(सभी ब्राह्मण छात्र तुरंत न्यायिक तालुक कार्यालय जाए और सरकार द्वारा प्रस्तावित शिक्षा और नौकरी के अवसरों में आरक्षण पाने के लिए 'जाति प्रमाण पत्र' का आवेदन करे और सभी प्रमाणपत्रों में “नं-७१३-ब्राह्मण” का उल्लेख अवश्य करें । सभी ब्राह्मण छात्र आवेदन के साथ यह जाती प्रमाण पत्र जमा कर सकेंगे ।

*कृपया करके अपने रिश्तेदारों और ब्राह्मण मित्रों के बीच व्यापक रूप से प्रसारित करें ताकि यह संदेश सभी योग्य ब्राह्मणों तक पहुंचे ।)

इस संदेश के विविध कथन हमे मिले । इस संदेश के ऊपर काफ़ी लोगो ने अपनी राय और संदेह आगे लाया है । कुछ लोगो ने यह कहा कि यह संदेश ईबीसी कोटा से संबंधित है जिसे किसी जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है । ईबीसी कोटा के द्वारा आरक्षण चाहे किसी भी जाति का हो सकता है ।

ऊपर दिए गए चित्र मे लिखित संदेश तमिलब्राह्मण.कॉम से लिया गया है, उसका हिंदी में अनुवाद - (ईबीसी कोटा सभी जाति के भले के लिए है । इसलिए यहां कोई जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाता है । अगर आय प्रमाण पत्र है तो कोई भी ईबीसी कोटा के लिए अर्हता प्राप्त कर सकता है ।)

कुछ लोगो ने लिखा है कि जाति प्रमाणपत्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग कोटा उन सभी लोगों के लिए है जो जातियों की सूची के तहत शामिल नहीं हैं ।

इस मैसेज का हिंदी में अनुवाद - (मुझे लगता है कि ईडब्ल्यूएस कोटा सभी के लिए है, जो उन जातियों की सूची में शामिल नहीं हैं जिन्हें वर्तमान में आरक्षण दिया जा रहा है । इसलिए जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी ।)

इस चर्चा को हमारे पाठक इस लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते है । यहा क्लिक करे ।

हमारे द्वारा किये गए तथ्यों के जांच का परिणाम:

  • संदेश मे ऐसा कहा गया है कि जाति प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए लोगों को “संख्या- ७१३ ब्राह्मण” का उल्लेख करना चाहिए । यह दी गयी संहिता (कोड) गलत है । सरकार द्वारा इस प्रकार का कोई संहिता निर्धारित नहीं किया गया है । हमने जब सरकार की वेबसाइट पर इसे ढूंडने कि कोशिश की, तो हमे कोई परिणाम नहीं मिले । यहा क्लिक करे (india.gov.in)
  • परंतु इस कोड का नंद्नारस् चिल्ड्रन: द परैयंस ट्राइस्ट विद डेस्टिनी, तमिलनाडु १८५० - १९५६ नामक एक पुस्तक में वर्णन मिलता है । पुस्तक के लिये यहा क्लिक करे

  • भारत सरकार ने आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्र के लोगों के लिए एक अलग योजना शुरू की है जो ब्राह्मण छात्रों के लिए किसी विशेष कोटा का उल्लेख नहीं करता है । यहा क्लिक करे
  • ईबीसी योजना मे जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होती है, इसके लिए आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है जो ८ लाख प्रति वर्ष से कम होनी चाहिए । यहा क्लिक करे
  • व्हाट्सैप संदेश ने केवल ब्राह्मण छात्रों को ही इस छात्रवृत्ति के लिए पात्र बताया है, जब की यह योजना कम आय वाले सभी जाति के छात्रों के लिए है । यहा क्लिक करे
  • व्हाट्सैप संदेश में कहा गया है कि जाति प्रमाण पत्र से देश के नागरिको को नौकरी में भी आरक्षण मिल सकती है । सरकार ने ईबीसी योजना के द्वारा रोज़गार के अवसरों में आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं किया है । यहा क्लिक करे

इस संदेश के जाँच पड़ताल पर यह पता चलता है कि व्हाट्सैप मे दी गई जानकारी गलत है क्योंकि सरकार ने ऐसा कोई दावा नहीं किया है जिसमे यह कहा गया हो की सिर्फ ब्राह्मण छात्रों को शिक्षा और नौकरी के अवसरों में आरक्षण मिलेगा ।

निष्कर्ष:

हमारे विश्लेषण के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे है की यह संदेश में वर्णित तथ्य सच नहीं है और इसका संदेश भ्रामक है । सरकार ने ब्राह्मणों के लिए किसी प्रकार के आरक्षण का विशेष प्रावधान नहीं किया है । सरकार द्वारा छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की सुविधा है मगर नौकरी हेतु आरक्षण नहीं है । हम हमारे पाठको से यह आग्रह करते है की ऐसे भ्रामक संदेशों पर तथ्यों की जांच किये बिना भरोसा न करे ।

  • Title: क्या शिक्षा और रोजगारी मे ब्राह्मण जाती के लिए विशेष आरक्षण का प्रावधान है?
  • Fact Check By: Drabanti Ghosh
  • Result: False