घटना उत्तर-पूर्वी दिल्ली के थाना गोकलपुरी के अंतर्गत दयालपुर की है। जब 12वीं क्लास का पेपर देकर आ रहे लड़कों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद एक गुट के छात्रों ने दूसरे गुट के छात्रों पर चाकू से हमला कर दिया। घटना में किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

रमजान के महीने में सांप्रदायिक घटना को दर्शाता एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ स्कूली बच्चों को आपस में लड़ते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ ये दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के करावल नगर इलाके में मुसलमानों के एक समूह ने स्कूल जाने वाले कुछ हिंदू छात्रों पर चाकुओं से हमला किया।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है की - कल 20 मार्च को खजुरी से लेकर करावल नगर तक विशेष समुदाय के लोगो ने हिन्दुओ के बच्चे जो 12 th का पेपर देकर लौट रहे थे चाकूओं से हमला किया तकरीबन 20 से ज्यादा बच्चे बुरी तरह घायल पुलिस औऱ नेता मोन क्यों ।

ट्विटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल में सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को अलग-अलग की-वर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। परिणाम में हमें हिन्दुस्तान पेज पर प्रकाशित खबर मिली। खबर के मुताबिक दिल्ली के दयालपुरा इलाके में 20 मार्च को दोपहर में बोर्ड की परीक्षा के बाद छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए। 12वीं कक्षा के पांच छात्रों को चाकु से हमला किया गया।

पुलिस को सूचना मिली कि छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए हैं। दोनों गुटों में हुई चाकूबाजी से कुछ छात्र घायल हो गए हैं। पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर घायल छात्रों को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया ।

वहीं पुलिस ने छह छात्रों को हिरासत में लिया है।

अन्य मीडिया रिपोर्ट में पुलिस ने कहा है कि , सभी छात्र स्कूल यूनिफॉर्म में थे। इनमें से छह छात्रों को पकड़ा गया है। पूछताछ के दौरान एक छात्र ने पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले वह बाइक से जा रहा था। इसी दौरान दयालपुर बस स्टैंड के पास कुछ लड़कों ने उसे रोक लिया। लड़कों ने पहले पूछा कि किस स्कूल में पढ़ते हो। जब छात्र ने अपने स्कूल का नाम बताया तो लड़कों ने उससे अपने स्कूल के पास बाइक चलाने का कारण पूछा।

जब छात्र ने कहा कि वह तो ऐसे ही बाइक ड्राइव करता है तो लड़कों ने उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी। पिटाई से घायल छात्र ने जय प्रकाश अस्पताल में अपना इलाज कराया था। हालांकि मामूली चोट के चलते अस्पताल से कोई पर्ची नहीं बनी थी। इसके बाद छात्र ने बदला लेने के लिए अपने दोस्तों को बुलाया और प्लानिंग कर सर्वोदय बाल विद्यालय के छात्रों पर हमला कर दिया। जिसमें चाकूबाजी की बात भी सामने आ रही है।

साथ ही दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया है कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

इसके अलवा हमने घटना की स्पष्टीकरण के लिए उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बदयालपुर थाने में संपर्क किया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। घटना में सभी एक ही समुदाय के थे।

इसके अलवा पड़ताल में हमें डीसीपी जॉय तिर्की का एक वीडियो क्लिप टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित मिला। जिसमें वायरल वीडियो को लेकर उन्होंने स्पष्टीकरण दिया है। यहां पर आर्काइव लिंक देखें।

वीडियो में जॉय तिर्की कह रहे हैं कि दिल्ली के दयालपुर इलाके में 20 मार्च को स्कूली बच्चों के बीच झड़प हो गई थी। मामले की जांच करने पर पता चला कि दो अलग-अलग स्कूलों के लड़कों में झगड़ा हुआ था और उनमें से एक के पास से चाकू भी बरामद हुआ है। हमें दयालपुर में कुछ स्कूली लड़कों के बीच झड़प की सूचना मिली थी। लड़कों ने बताया कि दूसरे स्कूल के कुछ लड़कों ने उनके साथ मारपीट की। जांच के बाद 6 लड़कों को हिरासत में लिया गया, उनके पास से एक चाकू बरामद किया गया । घायलों की स्थिति सामान्य है।

साथ ही वीडियो के अंत में स्पष्ट किया कि सभी एक ही समुदाय के थे। सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है। घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। दो स्कूली छात्रों के बीच झड़प की घटना को झूठे सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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Title:छात्रों के बीच हुई चाकूबाजी की घटना में किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक एंगल नहीं है….

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False