ये वीडियो पाकिस्तानी सेना द्वारा हिन्दू बच्चे को प्रताड़ित करने का नहीं है।

False International

ये वीडियो पाकिस्तान में हिन्दू बच्चे पर हो रहे अत्याचार का नहीं है बल्कि ये बच्चा मुस्लिम है जिसे डकैतों ने अगवा कर प्रताड़ित किया था।

सोशल मीडिया पर एक दिल दहला देने वाला वीडियो काफी तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में एक बच्चे को गले में बंधी जंजीर से लटका हुआ दिखाया गया है, साथ ही यह दावा किया गया है कि यह वीडियो पाकिस्तानी इस्लामी आतंकवादियों द्वारा पाकिस्तान में एक हिंदू लड़के को प्रताड़ित करने का है। 

वायरल हो रहे पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “*यह पाकिस्तान का वीडियो  है। यही इस्लाम की सच्चाई है।कांग्रेस के सेकुलरिज्म का झुनझुना बजाने वालों सेक्युलर उदासीन हिंदूओ देखो।** इस्लामिक मदरसा जिहाद आतंकवाद ने एक बलोच हिंदू बच्चे को केसे जंजीरों से बांध कर रखा है केसे तड़पा रहे है ।*कांग्रेस और मुस्लिम लीग का गठबंधन।”

आइए जानते है कि क्या ये वीडियो वास्तव में पाकिस्तान स्थित हिन्दू बच्चे को प्रताड़ित करने का हैं?

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने वायरल वीडियो को छोटे की फ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें न्यूज़ इंटरवेंशन के आधिकारिक एक्स हैंडल पर वायरल वीडियो से संबंधित रिपोर्ट मिला। इसके अनुसार, डकैतों ने एक सिंधी लड़के का अपहरण कर लिया और उसके गले में फंदा डालकर उसके माता-पिता से भारी फिरौती की मांग की।

इसी जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने आगे की खबरों को ढूंढने की शुरुआत की। जिसके परिणाम से हमें पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट समा टीवी द्वारा प्रकाशित खबर मिली| 9 मई 2024 को प्रकाशित इस खबर के अनुसार, यह घटना 14 अप्रैल को हुई जब गुड्डू काश्मोर के बाहर खेल रहे मासूम अयाज पठान को बेरहम अपराधियों ने अपने चंगुल में ले लिया। बच्चे की सुरक्षित वापसी के लिए 50 लाख रुपये की फिरौती मांगते हुए, डाकुओं ने मानव जीवन के प्रति अपनी घृणा का परिचय दिया। फिरौती वसूलने के लिए, डकैतों ने मासूम बच्चे को जंजीरों से बांध दिया और उसकी पीड़ा को वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया।

आगे रिपोर्ट के अनुसार हमें पता चला अयाज़ के अपहरण के बाद पाकिस्तान में कई पठानों ने विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस उसे खोजने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही है।

आगे हमें इस घटना से संबंधित कई न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिससे हमें पता चला कि अपहृत बच्चे के अपराधियों के हाथों से बरामद होने की खबर जान अचकजई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर तस्वीरों के साथ साझा की। जान अचकजई ने खुलासा किया कि अपहरणकर्ताओं ने 14 अप्रैल को कंधकोट में अपने घर के बाहर खेल रहे नाबालिग अयाज पठान का अपहरण कर लिया था।

राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के आदेश पर कार्रवाई करते हुए प्रांतीय सलाहकार अली हसन जेहरी ने लरकाना के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) से संपर्क किया। प्रांतीय सलाहकार ने डीआईजी को अपहृत पश्तून बच्चे की सुरक्षित बरामदगी सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। लरकाना के डीआईजी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपहृत बच्चे को सफलतापूर्वक बचा लिया। इस बच्चे को बचाने के बाद पुलिस के साथ इस बच्चे तस्वीर भी दी गयी है।

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उपरोक्त तथ्यों से हम स्पष्ट हो सकते है कि वायरल वीडियो पाकिस्तान में हिन्दू बच्चे पर हो रहे अत्याचार का नहीं है बल्कि एक मुस्लिम का अपहरण करने के बाद उसपे किये गये अत्याचार का है। इस मामले के साथ संप्रदायिकता का कोई संबंध नहीं है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। इस वीडियो में पाकिस्तानी सेना को किसी हिन्दू बच्चे पर अत्याचार करते हुए नहीं दिखाया गया है। वीडियो में दिख रहा बच्चा मुसलमान है और उसका नाम अयाज पठान है। उसे पाकिस्तान में पुलिस द्वारा बचाए जाने से पहले डकैतों ने अगवा कर लिया था और उसे प्रताड़ित किया था।

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Title:ये वीडियो पाकिस्तानी सेना द्वारा हिन्दू बच्चे को प्रताड़ित करने का नहीं है।

Fact Check By: Drabanti Ghosh 

Result: False