राजस्थान के जालोर जिले के सायला थाना इलाके में टीचर की पिटाई से दलित छात्र की मौत पर राजस्थान की सियासत गरमा गई है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर अलग-अलग दावों के साथ कई वीडियो शेयर किए जा रहे हैं।

एसे ही एक वीडियो में एक बच्चा स्कूल यूनिफॉर्म में डांस करता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो इंद्र कुमार मेघवाल का है, जिसकी टीचर छेलू सिंह ने मटकी से पानी पीने के कारण पिटाई कर हत्या कर दी।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स लिखा है, देखिए जाति के नाम पर केसे मासूमों को मारा जा रहा है। माफ़ करना इन्द्र कुमार छोटे भाई इस जातिवादी मानसिकता जहर के कारण इस आजाद देश में पानी पीने के संघर्ष को लेकर लड़ाई लड़ी। और अंत में जंग हार गया। और हमारे समाज दलित कैबिनेट मंत्री विधायक नेता कुछ नहीं बोले तुम्हारी संघर्ष भरी मौत पर। तुम किसी भगत सिंह से कम नहीं हो इंद्र कुमार मेघवाल भाई ।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जांच की शुरुआत में हमने जालौर जिले के एसएचओ ध्रुव प्रसाद से संपर्क किया। जब हमने उनसे वायरल वीडियो के बारे में पूछा तो उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो इंद्र कुमार मेघवाल का नहीं है। यह किसी दूसरे स्कूल का वीडियो हो सकता है। क्योंकि यह उस स्कूल की यूनिफॉर्म नहीं है जहां यह घटना हुई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वीडियो में दिख रहा बच्चा इंद्र कुमार नहीं है।

फिर हमने जिस स्कूल में यह घटना हुई उस स्कूल यानी स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के शिक्षक अशोक कुमार जिनगर से बात की। उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि यह वीडियो उनके स्कूल का नहीं है। और न ही वायरल वीडियो में दिख रहा लड़का इन्द्र कुंमार है।

उन्होंने हमारे साथ स्कूल की यूनिफॉर्म शेयर किया। जिससे साफ पता चलता है कि वीडियो इंद्र कुमार पढ़ रहे स्कूल का नहीं है।

हमने खबर की पुष्टि के लिए इंद्र कुमार के पिता दैवरम मेघवाल सुराणा जी से संपर्क किया। हमने उन्हें वायरल वीडियो व्हाट्सएप पर भेजा। जिसके बाद उन्होंने हमें साफ किया कि वीडियो में दिख रहा लड़का उनका बेटा नहीं है। साथ ही उन्होंने निवेदन किया कि उनके बेटे के नाम से इस तरह की झूठी खबरें न फैलाने जाने का उन्होंने निवेदन किया है।

उन्होंने हमें अपने बेटे की एक तस्वीर भेजी। हमने वायरल वीडियो में दिख रहा बच्चा और इंद्र कुमार की तस्वीर का विश्लेषण किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों बच्चे अलग अलग है।

वायरल वीडियो में दिख रहा छात्र

जीयूपीएस गोमरख धाम तारात्रा, चोहतान, बाड़मेर फेसबुक पेज पर 30 जुलाई को वायरल वीडियो पोस्ट की गई है। वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है - No bag day ke दिन कक्षा 2 के विद्यार्थी हरीश द्वारा आत्मविश्वास से भरपूर शानदार प्रस्तुति।

चेला राम राइका नाम के फेसबुक यूजर ने दावा किया है कि लड़के का नाम हरीश है और वीडिये में दिख रहा बच्चा राजस्थान के बाड़मेर के गोमरख धाम स्कूल में छात्र है। चेला राम राइका के प्रोफाइल के अनुसार, वह बाड़मेर के जीयूपीएस गोमरख धाम स्कूल में शिक्षक हैं।

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क्या है पूरी खबर….

घटना राजस्थान के जालौर जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव की है। सुराणा गांव के निजी स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले इंद्र मेघवाल की शिक्षक की ओर से की गई पिटाई के बाद तबीयत खराब हो गई। 9 साल के मासूम के साथ यह घटना बीते 20 जुलाई को हुई थी। उसके बाद उपचाराधीन इंद्र मेघवाल ने शनिवार को अहमदाबाद में दम तोड़ दिया था। परिजनों का आरोप है कि टीचर ने बच्चे की पिटाई इसलिये की थी उसने पानी के मटके के हाथ लगा दिया। टीचर की पिटाई से मासूम के कान की नस फट गई थी।

पुलिस का कहना है कि परिजन की तहरीर पर टीचर के विरुद्ध एससीएसटी एक्ट और धारा 302 के तहत केस दर्ज किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। स्कूल प्राइवेट तौर पर संचालित होता है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जांच के पश्चात हमने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहा बच्चा इंद्र कुमार नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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Title:राजस्थान में शिक्षक द्वारा मारपीट में मौत हुए दलित छात्र का यह वीडियो नहीं; जानिए सच

Fact Check By: Saritadevi Samal

Result: False