महाराष्ट्र भाषा विवाद से जोड़कर वायरल किया जा रहा वीडियो 2022 का है, दावा फर्जी….

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें कुछ लोग एक बुजुर्ग महिला को धक्का देते और उसके साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं। वीडियो को महाराष्ट्र में चल रहे हालिया भाषा विवाद में गैर-मराठी भाषियों के साथ मारपीट की घटना से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।  

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- मुंबई में क्या हो रहा है? यह गुंडा मनसे का एक पदाधिकारी है जो बैनर लगाने का विरोध कर रही एक बुजुर्ग महिला को गाली दे रहा है और पीट रहा है। @mnsadhikrut से उम्मीद है कि वे इन पदाधिकारियों से तुरंत माफ़ी मांगेंगे और उन्हें इस व्यवहार के लिए निलंबित करेंगे। शर्मनाक। CN* ऐ विडिओ पुरा महाराष्ट्र में फेला दो एक ओरतको मनसे चे गुंडे हिझडे मारके धका देके गाली दे रहा है

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल पोस्ट के तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें वायरल यह वीडियो एएनआई के एक्स हैंडल पर 1 सितंबर 2022 को अपलोड किया हुआ मिला। यहां ये साफ होता है कि वीडियो हाल ही का नहीं है।

पोस्ट में मुंबई पुलिस के हवाले से बताया गया, “28 अगस्त को मुंबई के कमाठीपुरा में एक व्यक्ति द्वारा एक महिला को पीटने और धक्का देने का एक वीडियो वायरल हुआ। कथित तौर पर महिला की दुकान के सामने बिना सहमति के बांस (एक विज्ञापन के लिए) लगाने को लेकर ऐसा किया गया। नागपाड़ा थाने में असंज्ञेय अपराध दर्ज: मुंबई पुलिस।

मिली जानकारी की मदद से गूगल सर्च करने पर हमें 1 सितंबर 2022 को द लल्लनटॉप की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट  मिली, जिसमें वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे।

रिपोर्ट में बताया गया था कि यह घटना सेंट्रल मुंबई के नागपाड़ा इलाके में हुई थी और पुलिस ने इस मामले में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता विनोद अर्गिले को हिरासत में लिया था। विनोद अर्गिले उस इलाके में गणपति बप्पा का हर जगह पोस्टर लगा रहा था। इस दौरान वह उस महिला की दुकान के आगे बिना अनुमति के पोस्टर लगाने लगा। इसी बीच महिला दुकानदार के विरोध करने पर विनोद ने महिला के साथ मारपीट की और उन्हें गालियां भी दी।

 मुंबई पुलिस ने इस मामले में इंडियन पीनल कोड की कई धाराओं में मामला दर्ज किया था।

जांच में हमें  टाइम्स नाउ के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो मिला। यहां पर वीडियो को 1 सितंबर 2022 को अपलोड किया गया था।

 वीडियो के साथ दी गई जानकारी के अनुसार, “महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के एक नेता ने एक बुज़ुर्ग महिला को थप्पड़ मारा।  मुंबई के प्रसिद्ध मुंबादेवी मंदिर के पास एक महिला की दुकान है, जहाँ ये कार्यकर्ता बैनर लगाने के लिए बाँस की लकड़ियाँ लगा रहे थे। जब महिला ने यह कहते हुए विरोध किया कि यह उसका परिसर है और कोई भी ऐसा बैनर नहीं लगा सकता, जिससे उसकी दुकान का प्रवेश द्वार बंद हो जाए। बहस के बाद मनसे नेता महिला को थप्पड़ मारते और उसकी पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

महाराष्ट्र में भाषा को लेकर विवाद–

बतादें कि बीते दिनों महाराष्ट्र सरकार ने स्कूलों में तीसरी भाषा के रूप में हिंदी सिखाने का फैसला लिया था, जिसका उद्धव ठाकरे की शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जैसी पार्टियां ने विरोध किया। इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 29 जून को राज्य सरकार के पहली कक्षा से ‘तीसरी भाषा’ पढ़ाने के फ़ैसले को वापस ले लिया। हालांकि, इस विवाद में खासकर राज्य के मुंबई में कुछ हिंसक घटनाएं भी हुईं, जिनमें मनसे के कार्यकर्ताओं ने गैर-मराठी भाषियों के साथ मारपीट की।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के हमने पाया कि , भाषा विवाद के बीच मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा महिला से मारपीट किए जाने का यह वीडियो असल में तीन साल पुराना है। यह वीडियो अगस्त 2022 का है, जब राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने एक दुकान के बाहर पार्टी का बैनर लगाने से रोकने पर एक महिला दुकानदार के साथ मारपीट की थी।

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Title:महाराष्ट्र भाषा विवाद से जोड़कर वायरल किया जा रहा वीडियो 2022 का है, दावा फर्जी….

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: Misleading

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