फैक्ट क्रेसेंडो को राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने वाले शख्स वकील सैयद महमूद हसन की तरफ से स्पष्ट किया गया है, कि वो जज नहीं बल्कि बल्कि सिविल कोर्ट के वकील हैं, वायरल दावा भ्रामक है।

अभी हाल ही में भारतीय सैनिकों के लिए गलत बयान देने के आरोप में लोकसभा नेता विपक्ष राहुल गांधी की लखनऊ की एमपीएमएलए अदालत में 15 जुलाई को पेशी हुई थी। हालांकि मामले पर सुनवाई के बाद राहुल गांधी को जमानत दे दी गई थी। लकिन इसके बाद से एक सेल्फी वाली तस्वीर को काफी वायरल किया गया है, जिसमें एक शख्स जोकि कोर्ट रूम में है राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेते हुए दिख रहा है। इस पोस्ट को शेयर करते हुए यूज़र्स द्वारा दावा किया गया है कि राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने वाले शख्स उसी कोर्ट के जज हैं, जिनकी कोर्ट में राहुल गांधी की पेशी हुई थी। वहीं पोस्ट इस कैप्शन के साथ है…
आज कोर्ट में जज साहब भी #JanNayakRahulGandhi जी के साथ सेल्फी लेने से स्वयं को नही रोक पाए, आखिर देश का भविष्य भरोसा है Rahul Gandhi आखिर रुतबा भी मायने रखता है। अंधभक्तों का Non Biological बाप तो 8-10 कैमरामेन के बगैर शौचालय तक नहीं जाता। इस पोस्ट को देखने पढ़ने के बाद अंधभक्तों के बवासीर से रक्त विसर्जन होने लगेगा।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में गूगल लेंस के जरिए वायरल तस्वीर को ढूंढना शुरू किया। परिणाम में हमें यहीं तस्वीर पत्रकार अनुभव पांडे के एक्स अकाउंट पर 15 जुलाई 2025 को शेयर की हुई मिली। यहां पर दी गई जानकारी के अनुसार, तस्वीर में दिख रहे शख्स वकील सैयद महमूद हसन हैं।
आगे और सर्च करने पर हमें महमूद हसन की फेसबुक प्रोफाइल मिली, यहां पर उन्होंने खुद को सिविल कोर्ट का वकील बताया हुआ है। उनकी प्रोफाइल पर वायरल तस्वीर के साथ किए जा रहे दावे का खंडन भी मौजूद है। यहां उपलब्ध तस्वीरों को देखने से पता चला कि वायरल तस्वीर में राहुल गांधी के साथ दिखने वाले शख्स यही हैं।
हमने और पड़ताल किये जाने पर यह पाया कि कांग्रेस ने भी वायरल दावे का खंडन किया था। इसमें कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने आधिकारिक एक्स पर इस तस्वीर का खंडन करते हुए लिखा कि ये जज नहीं वकील हैं।
इन सभी तथ्यों के सामने आने के बाद अंत में हमने वायरल पोस्ट पर और अधिक पुष्टि के लिए राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने वाले वकील महमूद हसन से भी बात की। उनकी तरफ से फैक्ट क्रेसेंडो को यह स्पष्ट किया गया कि, “मैं सिविल कोर्ट लखनऊ में प्रैक्टिस करता हूं। जिस दिन राहुल गांधी अपनी केस की सुनवाई के लिए कोर्ट आये थें उस दिन मैं भी कोर्ट में था और मैं उनके आने की खबर सुन कर वहां पर गया तो एक सेल्फी क्लिक कर ली। अब उसी तस्वीर को लोगों ने यह कह कर शेयर करना शुरू कर दिया कि, मैं जज हूँ। लेकिन मैं जज नहीं हूं वकील हूं। मेरा राहुल गांधी के केस से भी कोई संबंध नहीं है।“
पड़ताल में हमें मिली अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार राहुल गांधी अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक वर्मा के सामने पेश हुए थे। जबकि वायरल तस्वीर में दिख रहे शख्स वकील महमूद हसन है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से पता चलता है कि, वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। असल में राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने वाले शख्स जज नहीं बल्कि लखनऊ सिविल कोर्ट में वकील है। इनका नाम वकील महमूद हसन है जबकि राहुल गांधी के केस की सुनवाई करने वाले जज आलोक वर्मा थें।

Title:लखनऊ कोर्ट में राहुल गांधी के साथ सेल्फी ले रहे शख्स की तस्वीर भ्रामक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
