
१५ सितम्बर २०१९ को “मोहम्मद तालिब” नामक एक फेसबुक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “दुर्गा एक खूबसूरत वेश्या थी | Durga was a beautiful Sex Worker. Smriti Irani” |
सोशल मीडिया पर हिंदू देवी दुर्गा के बारे में एक अत्यधिक अपमानजनक टिपण्णी के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है |
वीडियो में, स्मृति ईरानी निम्नलिखित टिप्पणी करते हुए एक पेपर पढ़ रही है, “दुर्गापूजा सबसे विवादास्पद, नस्लीय त्योहार है जहां प्रतिमा में खूबसूरत दुर्गा माँ को काले रंग के स्थानीय निवासी महिषासुर को बेरहमी से मारने का चित्रण किया गया है | महिषासुर, एक बहादुर, स्वाभिमानी नेता था जिसे आर्यों द्वारा शादी के झांसे में फसाया गया था, आर्यों ने एक सेक्स वर्कर का सहारा लिया जिसका नाम दुर्गा था, जिसने महिषासुर को शादी के लिए आकर्षित किया और ९ दिनों तक सुहागरात मनाने के बाद उसकी हत्या कर दी, ये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है” |इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि स्मृति ईरानी ने संसद में अपने भाषण में बोलते हुए देवी दुर्गा को “सेक्स वर्कर” कहा, जिन्होंने “महिषासुर” को अपने जाल में फंसाया |
अनुसंधान से पता चलता है कि…..
जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को यूट्यूब पर “smriti irani durga speech” कीवर्ड्स सर्च करने से किया, जिसके परिणाम से हमें भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट द्वारा अपलोड किया गया वीडियो मिला, इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “जेएनयू और रोहित वेमुला मुद्दों पर बहस के जवाब में श्रीमती स्मृति ईरानी का भाषण २४ फरवरी २०१६” |
इस वीडियो को अगर ध्यान से सुना जाये तो ३० मिनट २५ सेकंड के टाइमस्टेम्प पर हम स्मृति ईरानी को लोक सभा के स्पीकर को संबोधित करे हुए कहती है कि
“A statement by the minority, SC, ST and OBC students of JNU and what do they condemn, an attempt, like I said this very pamphlet on the 10th of February highlights, what the communist leaders call Mahishasur martyrdom day. And may my god forgive me for reading this”.
हिंदी अनुवाद-
“जेएनयू के अल्पसंख्यक, एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों द्वारा एक बयान दिया गया है, जहाँ वे कम्युनिस्ट नेता द्वारा मनाई गयी महिषासुर शहादत दिवस को औचित्य देते हुए और in छात्रों के द्वारा १० फरवरी को बांटे गये पम्फलेट में लिखे गए शब्दों को कहा, उन्होंने माँ दुर्गा से क्षमा मांगते हुये कहा कि ऐसे शब्दों को पदने के लिये उनका भगवान उन्हें माफ़ कर दे|
इसके बाद वह देवी दुर्गा के बारे में उन विवादास्पद चर्चाओं को पढना शुरू करती है | नीचे आप सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो व मूल वीडियो में कहे गये शब्दों की तुलना देख सकते है |
वीडियो में संदर्भित वाकया असल में जे.एन.यू के अल्पसंख्यक, एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों द्वारा कही गयी बातें है, इस बात का संदर्भ स्मृति ईरानी आपने भाषण के शुरुआत में ही देती है व इन बातों का उदाहरण देने से पहले वे इश्वर से क्षमा मांगती है |
२६ फरवरी २०१६ को इंडिया टुडे द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार “ईरानी द्वारा इन टिप्पणियों को पढ़ने के बाद, इसके खिलाफ विपक्षी दलों ने विरोध किया | इसके बाद इन टिप्पणियों को राज्यसभा द्वारा उनके रिकॉर्ड से हटाया गया | हालांकि वीडियो इंटरनेट पर उपलब्ध है |”
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | स्मृति ईरानी ने देवी दुर्गा को “सेक्स वर्कर” नहीं कहा | वह संसद में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों के हवाले से जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में बंटे पम्पलेटो के सन्दर्भ से बयान दे रही थीं कि कैसे ये छात्र मां दुर्गा के लिए अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं | पूरे वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया है, जिससे लोगों को भ्रमित किया जा रहा है |

Title:स्मृति इरानी ने दुर्गा माता के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि वे जे.एन.यू के अल्पसंख्यक छात्रों द्वारा माँ दुर्गा पर अपमानजनक टिप्पणी के सन्दर्भ से बोल रहीं थी|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
