उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के चलते सोशल मंचों पर कई वीडियो व तस्वीरें गलत दावों के साथ वायरल की जा रही है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई वीडियो व तस्वीरों का अनुसंधान कर उनकी प्रमाणिकता अपने पाठकों तक पहुंचाई है। इन दिनों ऐसा ही एक वीडियो इंटरनेट काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है, उस वीडियो में आप कुछ महिलाओं भा.ज.पा (BJP) की प्रचार गाड़ी को भगाते हुये देख सकते है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में कुछ महिलाओं ने भा.ज.पा की प्रचार गाड़ी को गाँव से भगा दिया।

वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,

उत्तर प्रदेश में बीजेपी के स्टार प्रचारक नेताओं का गांव की महिलाओं ने भव्य स्वागत किया इसी तरह हर एक गांव में बीजेपी का स्वागत होना चाहिए, नहीं चाहिए भाजपा No BJP Only SP. 2022 में साइकिल को वोट दें। अखिलेश यादव जिंदाबाद।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो पिछले वर्ष संपन्न हुये बिहार विधानसभा चुनावों का है, ये प्रकरण बिहार स्थित मुजफ्फरपुर में महिलाओं द्वारा भा.ज.पा विधायक केदार गुप्ता के विरोध व उनके प्रचार काफिले को गाँव से वापस भेजने का है । इस वीडियो का वर्तमान उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों की सरगर्मी से कोई सम्बंध नहीं है।

जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे वीडियो में दिख रही घटना को ध्यान में रखते हुये गूगल पर कीवर्ड सर्च कर की, परिणाम में हमें यही वीडियो हमें हेडलाइन्स बिहार के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 24 अक्टूबर 2020 को प्रसारित किया हुआ मिला। इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “बिहार चुनाव: मुजफ्फरपुर के कुढ़ानी में भा.ज.पा विधायक केदार गुप्ता का महिलाओं ने किया विरोध, जमकर दी गाली।“

आर्काइव लिंक

इसके बाद उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखकर हमने गूगल पर इस सम्बन्ध में कीवर्ड सर्च किया तो हमें जनसत्ता द्वारा 25 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित किया हुआ एक लेख मिला, जिसमें वायरल हो रहे वीडियो में घटी घटना की जानकारी दी गयी है। लेख में बताया गया है कि, बिहार में स्थित मुजफ्फरपुर के कुढ़नी के एक गांव में भा.ज.पा विधायक केदार प्रसाद गुप्ता की प्रचार गाड़ी गाँव के लोगों से समर्थन मांगने पहुंची तो गांव की महिलाएं भड़क गयी व गाली-गलौच कर उस गाड़ी को वहाँ से भगा दिया।

आर्काइव लिंक

तत्पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने मुजफ्फपुर में स्थित कुढ़नी के एस.एच.ओ अरवींद प्रसाद से संपर्क किया व उनसे वायरल हो रहे वीडियो के बारे में जानकारी ली, उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो कुढ़नी का ही है जब केशव प्रसाद गुप्ता यहाँ विधायक थे व पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव के लिये उम्मीदवार थे। वायरल हो रहा दावा गलत है, यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है।“

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो पिछले वर्ष संपन्न हुये बिहार विधानसभा चुनावों से है, ये तब हुआ जब मुजफ्फरपुर में महिलाओं ने भा.ज.पा विधायक केदार गुप्ता का विरोध कर उनके चुनावी काफिले को गांव से भगाया था। इस वीडियो का उत्तर प्रदेश के आगामी चुनावों से कोई सम्बंध नहीं है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. वर्ष 2015 में सीरिया में एक महिला को अल-कायदा द्वारा गोली मारने के वीडियो को वर्तमान अफगानिस्तान से बता वायरल किया जा रहा है।s

२. ब्राज़िल के पेरोला शहर के एक वीडियो को श्रीनगर (जम्मू कश्मीर) का बता गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

३. ब्रिटेन में हुये २०१४ के एक नुक्कड़ नाटक वीडियो को अफगानिस्तान में मुस्लिम महिलाओं की सरेआम नीलामी का बता फैलाया जा रहा है|

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Title:२०२० बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान हुई एक घटना के वीडियो को आगामी उत्तर प्रदेश चुनावों से जोड़ गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है ।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False