
बढ़ते प्रदूषण और कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से राजस्थान सहित देश के कई राज्यों ने दीपावली के अवसर पर पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया गया है | इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुछ लोगों के साथ फुलझड़ी जलाते हुए दिख रहे हैं , को यह दावा करते हुए साझा किया जा रहा है कि राजस्थान में पटाखों पर पाबंदी लगाने वाले अशोक गहलोत खुद पटाखे जला रहे हैं |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने अपने राज्य में पटाखा छोड़ने को अपराध बनाया और कई बच्चों को गिरफ्तार किया गया उनके पिता ने भारी-भरकम जुर्माना देकर अपने बच्चों को पुलिस स्टेशन से वापस घर लाए | और खुद वे अपने परिवार के संग मुख्यमंत्री आवास में ऑक्सीजन छोड़ने वाला पटाखा जलाकर दिवाली मना रहे हैं |”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया कि अशोक गहलोत की ये तस्वीर इस साल की नहीं, बल्कि पिछले वर्ष 2019 की है |
जाँच की शुरुवात हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का एक ट्विटर पोस्ट मिला | २८ अक्टूबर २०१९ को प्रकाशित किये गये पोस्ट में वायरल तस्वीर सहित दीपावली के अवसर की कई और भी तस्वीरें मौजूद है | पोस्ट में लिखा गया है कि “दीपावली के अवसर पर सपरिवार लक्ष्मी मां की पूजा-अर्चना की”.
इस तस्वीर को २८ अक्टूबर २०१९ को अशोक गहलोत ने अपने आधिकारिक इन्स्टाग्राम अकाउंट से भी साझा किया था | पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “सहपरिवार दिवाली का त्यौहार मनाते हुए |”
२०१९ में पटाखे जलाने को लेकर राजस्थान में कोई भी पाबंदी नहीं थी, हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते जयपुर प्रशासन ने दीपावली के पर्व पर रात १० बजे से सुबह ६ बजे तक पटाखे जलाने पर प्रतिबंध जरूर लगाया था |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ये तस्वीर इस साल की नहीं, बल्कि २०१९ की दीपावली की है | पिछले साल पटाखे जलाने को लेकर राजस्थान में किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं लगाई गई थी |

Title:अशोक गहलोत के पटाखे जलाने की ये तस्वीर पिछले वर्ष की है, इस वर्ष राजस्थान में पटाखे प्रतिबंधित थे |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
