
सोशल मंचों पर एक बहुचर्चित तस्वीर जिसमें हमें भारतीय सेना की वर्दी पहने हुए लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह को देख सकते हैं, तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक तरनजीत सिंह को मोदी सरकार के खिलाफ साजिश रचने के लिए राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। इस दावे को खालिस्तान आंदोलन से जोड़ा गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह की तस्वीर के साथ जो शीर्षक है उसमें लिखा है,
“भारतीय सेना के सिख जनरल लेफ्टिनेंट। तरनजीत सिंह को मोदी सरकार के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह भारतीय सेना में तोड़फोड़ की शुरुआत का संकेत है। खालिस्तान आंदोलन अब बधाई को और मजबूत करेगा।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह की गिरफ्तारी के विषय में जो खबर वायरल हो रही है वह सरासर गलत व भ्रामक है। इस वायरल फेक खबर के संबन्ध में रक्षा मंत्रालय ने एक नोटिस जारी कर साफ साफ शब्दों में इस दावे को गलत बताया है।“ |
हमने सबसे पहले वायरल हो रहे दावे की जाँच कीवर्ड सर्च के ज़रिये की तो हमें इंटरनेट पर ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जो इस बात की पुष्टि कर रहा हो कि लेफ्टिनेंट जनरल के गिरफ्तारी का दावा सच है।
भारतीय सेना के सोशल एकाउंट्स को खंगालने पर हमें भारतीय सेना के प्रवक्ता के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर एक ट्वीट मिला जिसमें वायरल हो रहे दावे को फेक ठहराया है।
ट्वीट में उपरोक्त दावे की तस्वीर जिसे पंजाबी में लिखा है उसको फेक ठहराते हुये ये लिखा गया है कि सोशल मीडिया में इस प्रकार की भ्रामक व फेक मैसेजों पर विश्वास ना करें..
इसके पश्चात इस सन्दर्भ में और जाँच करने पर हमें भारतीय रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किया हुआ एक नोटिस मिला।
इस नोटिस में लिखा है,
“पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान द्वारा भारतीय सेना के खिलाफ और विशेष रूप से सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए)में तैनात वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह के खिलाफ राज्य प्रायोजित दुर्भावनापूर्ण सोशल मीडिया अभियान चलाया गया है। देश के भीतर धर्म आधारित असहमति को भड़काने में लगातार असफल होने के बाद पाकिस्तान हताश है। वह अब भारतीय सेना के भीतर विभाजन की कोशिश कर रहा है।
भारतीय सेना संस्थान को बदनाम करने के ऐसे कुत्सित प्रयासों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है।
भारतीय सेना एक धर्मनिरपेक्ष संगठन है, और इसके सभी अधिकारी, सैनिक अपनी धर्म, जाति, पंथ या लिंग का ख्याल किए बिना राष्ट्र की सेवा करते हैं।“
आप इस नोटिस को अंग्रेज़ी व उर्दू भाषा में भी पढ़ सकते है।
इसके पश्चात इस सन्दर्भ में हमने और जानकारी हासिल करने के लिए हमने भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद से संपर्क किया तो उन्होंने हमें यही बताया कि वायरल हो रहा दावा गलत है। उन्होंने कहा कि,
“लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह की गिरफ्तारी के विषय में जो खबर वायरल हो रही है वह सरासर गलत व भ्रामक है। इस गलत खबर का स्पष्टीकरण हमने हमारे ट्वीटर हैंडल पर दिया है। इस वायरल फेक खबर के संबन्ध में रक्षा मंत्रालय ने एक नोटिस भी जारी की है और उसमें भी साफ साफ शब्दों में इस दावे को गलत बताया है।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त दावे को गलत व भ्रामक पाया है। लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह को किसी भी आरोप में गिरफ्तार नहीं किया गया है।

Title:क्या भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह को मोदी सरकार के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है?
Fact Check By: Rashi JainResult: False
