
८ अगस्त २०१९ को Rishu Buddh नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “ट्रांसपोर्ट नगर में १ घंटे पहले बच्चे उठाके किडनी निकलने वालों में से ३ लोग पकडे गये” | इस विडियो में हम पुलिस को कुछ लोगों को लेकर जाते हुए देख सकते है, साथ ही हम इन लोगों को भीड़ द्वारा छेड़े जाते हुए भी देख सकते है | इस विडियो को सोशल मीडिया पर काफी तेजी से साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह वे बच्चे उठाने वाले हैं जो बच्चों का अपहरण कर उनकी किडनी निकाल लेते है | साथ ही दावा किया जा रहा है कि यह घटना आगरा में ट्रांसपोर्ट नगर नामक जगह के पास घटी थी |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत हमने इस विडियो को बारीकी से देखने से की, इस विडियो में हमें कुछ गाड़ियाँ नज़र आती है जिसके नंबर प्लेट के अनुसार यह गाड़ियाँ मध्य प्रदेश की है | MP 07 मध्य प्रदेश में ग्वालियर का रजिस्ट्रेशन नंबर है | इससे हम यह कह सकते है कि यह घटना मध्य प्रदेश से हो सकती है |
१४ सेकंड को विडियो में हमें “होली एंजेल कान्वेंट स्कूल” नामक स्कूल नज़र आता है | गूगल सर्च करने पर हमें पता चला कि यह स्कूल ग्वालियर में ट्रांसपोर्ट नगर नामक क्षेत्र में स्थित है |
इसके पश्चात हमने इस घटना से जुडी ख़बरों को गूगल पर “ग्वालियर बच्चा चोरी” जैसे कीवर्ड्स के माध्यम से ढूँढने की कोशिश की, परिणाम से हमें ८ अगस्त २०१९ को दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित खबर मिली | खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि “मॉब लिंचिंग / बच्चा चोरी करने के शक में बाबा सहित तीन को भीड़ ने जमकर पीटा, पुलिस पहुंच गई वरना उन्हें जान से मार देते” | खबर के अनुसार यह घटना एक बाबा और उसके दो साथी को बाइक सवार दो युवकों ने अचानक घेर लिया और बच्चा चोरी करने के संदेह में शोर मचाते हुए मारपीट शुरू कर दी | साथ ही कहा गया है कि बहोड़ापुर थाने के दो सिपाही कुछ ही देर बाद वहां पहुंच गए थे |
इसके पश्चात हमने बहोड़ापुर के पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, वहाँ के आरक्षक ने हमें बताया – “यह घटना ७ अगस्त को घटी थी | इस औरत व उसके साथियों को बच्चा चोरी के आरोप से भीड़ द्वारा पीटा गया था परंतु यह बात सच नही है | वह तीन पैदल कहीं जा रहे जब उन्हें बाइक सवार लोगों ने बच्चा चोर समझते हुए पिटा” |
इसके पश्चात हमने ग्वालियर के आईजी, राजा बाबु सिंह से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि “जिस व्यक्ति को आप विडियो में देख रहे है, वह एक स्वघोषित बाबा है जो खुदको सखी बाबा का नाम देता है | जब सखी बाबा, अपने दो शिष्यों के साथ एक महिला के रूप में तैयार होकर ग्वालियर शहर की ओर जा रही थीं,उसी वक़्त उन्हें बच्चा चोर होने के संदेह पर भीड़ द्वारा पीटा गया | हालांकि, दो कांस्टेबलों के हस्तक्षेप के बाद उन्हें बचा लिया गया और इन लोगों को बचाने के लिए नजदीकी पुलिस स्टेशन से अधिक पुलिसबल बुलाया गया था | वह बच्चा चोरी के मामले से नही जुडी हुई है और ना ही बच्चों की किडनी बेचने का व्यापार करती है |” आईजी ग्वालियर रेंज द्वारा सोशल मीडिया पर किये गये दावों को सरासर ख़ारिज किया है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | इस औरत ने कोई बच्चा चोरी नही किया है, उसे केवल बच्चा चोर होने के गलत आरोप लगते हुए पीटा गया था |
