८ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘Muslims of 21ST Century’ नामक एक फेसबुक पेज पर एक वीडियो साझा किया गया है, जिसमे कुछ युवक बुर्का पहनी मुस्लिम महिलाओं पर बाल्टी भर भर के पानी फेंकते हुए नज़र आ रहें है | इस पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, "The situation of Muslims women in india right now. Where is Muslim Ummah, where is Peacekeepers. Our sisters are put to disgrace mercilessly, they hurting thier faith. #PrayForKashmir #KashmirBleedsUNsleeps #HumanRightsWatch ।" इस पोस्ट के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि, ‘यह वीडियो वर्तमान में भारत के मुस्लिम महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का है |’

क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ArchivedLink

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने सबसे पहले उपरोक्त वीडियो का InVid Tool की मदद से स्क्रीनशॉट लेकर जब गूगल रिवर्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें एक ट्विटर और एक फेसबुक का पोस्ट मिला |

TwitterPost : ०२ मार्च २०१९ : ArchivedLink

FacebookPost : ०३ मार्च २०१९ : ArchivedLink

इस अनुसंधान से यह पता चलता है कि, यह वीडियो श्रीलंका मे स्थित ईस्टर्न विश्वविद्यालय का है | इसके बाद हमने गूगल पर ‘water thrown on students in eastern university+ SriLanka’ कीवर्ड्स से ढूंढा, तो हमें ‘P.S.Chandrashekhar’ नामक एक ट्विटर अकाउंट द्वारा १ मार्च २०१९ को किया गया ट्वीट मिला | इस ट्वीट में उन्होंने उपरोक्त साझा वीडियो पर कमेंट दिया है कि वे श्रीलंका के नागरिक और मुस्लिम समुदाय से हैं | यह वीडियो श्रीलंका के ईस्टर्न विश्वविद्यालय में रैगिंग का है |

ArchivedLink

इसके अलावा हमें ‘Puthithu’ नामक एक श्रीलंका के समाचार वेबसाइट द्वारा २४ फ़रवरी २०१९ को प्रसारित ख़बरYouTube का वीडियो भी मिला | इस ख़बर के मुताबिक यह वीडियो ईस्टर्न विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा किये गए रैगिंग का है | पूरी ख़बर के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

PuthithuPost | ArchivedLink

हमने YouTube पर जब ‘ragging in eastern university of Srilanka’ कीवर्ड्स से ढूंढा, तो हमें ‘Ragging in Eastern University’ के नाम से मिलता-जुलता वीडियो भी मिला | इन वीडियो को देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

Video 1Video 2Video 3

चूंकि हमें इन्टरनेट पर श्रीलंका के दो विश्वविद्यालय के नाम मिले (साउथ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी और ईस्टर्न यूनिवर्सिटी), हमने दोनों यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से संपर्क साधा. साउथ ईस्टर्न विश्वविद्यालय ने यह वीडियो को देखने के बाद – यह वीडियो उनके विश्वविद्यालय का नहीं है यह कहकर इस बात को खारिज कर दिया |

ईस्टर्न विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने इस वीडियो को देखने के बाद कहा कि, “It’s a usual "bucketing" incident near the university hostel area. Happened around Feb / March and nothing related to communal hatred. The water is taken from the nearby pond and it’s a common thing, which happens each year and it’s not exactly ragging.”

सरल हिंदी अनुवाद : “यह वीडियो हमारे विश्वविद्यालय के हॉस्टल इलाके के पास होने वाली एक ‘Bucketing’ की प्रथा का है, जो हर साल होती है | यह फ़रवरी / मार्च के आस-पास घटी थी, मगर इसमें कोई भी सांप्रदायिक हिंसा का संबंध नहीं है और ना ही यह रैगिंग है | पास के तालाब से पानी लिया जाता है और यह हर साल होता है |”

इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि पोस्ट में साझा वीडियो श्रीलंका के एक विश्वविद्यालय में होने वाली रैगिंग का है और इसका किसी भी विशिष्ट धर्म की महिलाओं के साथ हुए भद्देपन से या अत्याचार से सम्बंधित नहीं है | यह वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |

जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘यह वीडियो वर्तमान में भारत के मुस्लिम महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का है |’ ग़लत है |

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Title:श्रीलंका के एक विश्वविद्यालय की घटना को भारत के मुस्लिमों पर किये जा रहे अत्याचार का बताकर फैलाया जा रहा है |

Fact Check By: Natasha Vivian

Result: False