
२० अगस्त २०१९ को “SA Hindus” नामक एक फेसबुक पेज ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “कल मथुरा के वृंदावन में भारी बारिश के कारण इस्कॉन मंदिर में पानी भर गया! भगवान कृष्ण भक्तों कीर्तन करते रहते हैं !! जय श्रीकृष्ण | राधे राधे |” इस वीडियो में हम पानी में डूबे इस्कॉन मंदिर के प्रांगण में पुजारियों व भक्तों को पूजा करते हुए देख सकते है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह घटना वृन्दावन के इस्कॉन मंदिर की है जहां हाल ही में भारी बारिश के चलते मंदिर के अंदर बाढ़ आई हुई है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह विडीओ ३५० से ज्यादा प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को यूट्यूब पर “ISKCON flood” जैसे कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुये की, जिसके परिणाम से हमें १० अगस्त २०१५ को राधेश्याम जी द्वारा अपलोड किया गया वीडियो मिला, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “इस्कॉन मायापुर की बाढ़ अगस्त २०१५ पंचतत्व प्रकाश दास द्वारा की गयी पूजा |”
इसके पश्चात हमने इस्कॉन वृंदावन के सेक्रेटरी धर्मात्मा दास से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “यह घटना वृंदावन की नही है बल्कि यह वीडियो काफी पुराना है और पश्चिम बंगाल के मायापुर स्तिथ इस्कॉन मंदिर का है | वृंदावन में कभी इतनी बारिश नही होती है जिसके चलते मंदिर में पानी भर जाए | यह केवल एक अफवाह है |”
इसके पश्चात हमने इस्कॉन मायापुर से २० साल से जुड़े हुए संकर्षण निताई दास से संपर्क किया, वे अभी उत्तर प्रदेश के इस्कॉन के रीजनल सेक्रेटरी के पद से काम कर रहे है, उन्होंने हमें बताया कि “यह घटना २०१५ की है जब मायापुर में इस्कॉन मंदिर के अंदर बाढ़ आई थी | ऐसी घटना यहाँ अक्सर होती रहती है परंतु हमारा पूजा पाठ कभी बाधित नही होता | यह वीडियो वृन्दावन का नही हो सकता है क्योंकि वहां इतनी बारिश नही होती है |”
इसके पश्चात हमें १९ अगस्त २०१९ को इस्कॉन वृंदावन के फेसबुक पेज द्वारा प्रकाशित लाइव वीडियो मिला जहाँ हम साफ साफ़ देख सकते है कि इस्कॉन वृंदावन के मंदिर में ऐसी कोई बाढ़ नही आई है | २१ अगस्त २०१९ को भी ऐसा ही एक लाइव वीडियो देखा जा सकता है |
५ अगस्त २०१५ को इस्कॉन के न्यूज़ वेबसाइट पर हमें इस वीडियो में दर्शायी गयी घटना का विस्तृत विवरण मिला जिसे आप नीचे दिये हुये लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह वीडियो वृंदावन इस्कॉन मंदिर का नहीं है | यह वीडियो २०१५ को पश्चिम बंगाल का है जब मायापुर के इस्कॉन मंदिर में बाढ़ का पानी घुस गया था | हाल ही में वृंदावन इस्कॉन मंदिर में ऐसी कोई घटना नही हुई है |

Title:वृंदावन इस्कॉन मंदिर में बाढ़ नहीं आई है; यह वीडियो २०१५ को मायापुर का है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
