यह दावा गलत है। असम में मंदिर के पुजारियों को प्रतिमाह वेतन 15 हजार रुपये नहीं देगी, बल्की 15 हजार रुपये एकमुश्त वित्तीय अनुदान देने का उन्होंने ऐलान किया है।

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि असम सरकार ने मंदिर के पुजारियों को प्रतिमाह 15 हजार रुपये का वेतन देने का निर्णय लिहा है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा की सरकार ने ऐसा ऐलान किया ऐसा कहा जा रहा है।
वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है कि “असम की हिमंत बिस्व की सरकार का ऐलान अब असम मंदिरों के पुजारियों को सरकार देगी प्रतिमाह 15000/₹ महीना। “
(शब्दश:)

अनुसंधान से पता चलता है कि…
गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमने पाया कि इंडिया टुडे ने 5 नवंबर को एक समाचार लेख प्रकाशित किया था। उसमें उन्होंने यह जानकारी दी है कि 4 नवंबर को असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व शर्मा की अध्यक्षता में कैबिनेट मंत्रियों की एक बैठक हुई थी। उस दौरान यह निर्णय लिया गया कि कोविड-19 महामारी के दौरान कठिनाइयों का सामना करने वाले मंदिर के पुजारियों और वैष्णव पूजा स्थल के नामघोरियों को 15 हजार रुपये का वित्तीय अनुदान प्रदान किया जायेगा।
इस लेख में यह स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि पुजारियों और नामघोरियों को एकमुश्त वित्तीय अनुदान (One time financial aid) दिया जाएगा। इस लेख में ऐसा कही भी लिखा हुआ नहीं है कि उन्हें हर महिने 15 हजार रूपये दिए जाएंगे।
फैक्ट क्रेसेंडो ने असम सरकार के प्रमुख शासन सचिव जिष्णु बरुआ से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि “वायरल हो रहा दावा गलत और भ्रामक है। असम सरकार ने पुजारियों को 15 हजार रूपये अनुदान देने की बात की है; परंतु यह केवल एक ही बार देने का निर्णय लिया गया है। पुजारियों को हर महिने उतनी रकम नहीं मिलेगी।”
इस बारे में फैक्ट क्रेसेंडो ने अपर मुख्य सचिव पबन बोरठाकुर से भी बात की। उन्होंने भी हमें यही बताया कि “पुजारियों को हर महिने 15 हजार रूपये नहीं मिलेंगे। दिशा-निर्देशों के अनुसार एकमुश्त अनुदान के रूप में यह आर्थिक सहायता की जाएगी।“
उन्होंने हमें यह भी बताया है कि इस बारे में सरकार ने उनके आधिकारिक वैबसाइट और समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित किए है।। असम के मुख्यमंत्री के दफ्तर के आधिकारिक फेसबुक पेज पर इस योजना के संदर्भ में एक विज्ञापन मिला।
इसके पहले प्वाइंट में पुजारियों और नामघोरियों को दिए जा रहे अनुदान के बारे में जानकारी दी है। उसमें लिखा है कि पुरोहितों और नामघोरियों को 15,000 रुपये की एकमुश्त सहायता मिलेगी।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल हो रहे दावे को अर्धसत्य पाया है। असम सरकार ने राज्य के मंदिर के पुजारियों और नामघोरियों को प्रत्येक को 15 हजार रुपये का एकमुश्त वित्तीय अनुदान देने का ऐलान किया है। उन्हें यह राशी सिर्फ एक बार में दी जायेगी, ना कि हर महीने जैसा वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है।

Title:क्या असम में हिमंत बिस्व शर्मा की सरकार अब से मंदिर के पुजारियों को प्रतिमाह 15 हजार रुपये देगी?
Fact Check By: Rashi JainResult: False
