क्या श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य ने राहुल गांधी को आशीर्वाद देने से इनकार कर दिया?

False Political

श्रृंगेरी पीठ के अधिकारी ने फैक्ट क्रेसेंडो का बताया कि यह दावा गलत है।

एक तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य ने राहुल गांधी और कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धरमैय्या को आशीर्वाद देने से इनकार कर दिया।

राहुल गांधी कर्नाटक स्थित इस पीठ में दर्शन लेने गए तो स्वामीजीने उनको हिंदू धर्मविरोधी बताते हुए आशीर्वाद देने से मना किया, ऐसा व्हायरल पोस्ट में कहा है।

पोस्ट के कैप्शन में लिखा है – “श्रृंगेरी पीठ के जगदगुरु शंकराचार्य ने राहुल और सिद्धरमैय्या (कर्नाटक के मुख्यमंत्री) को आशीर्वाद देने से किया इनकार। जगदगुरु ने कहा “यह अच्छा है कि आप हमारे मठ में पधारे, लेकिनआप जिस प्रकार हिंदू-विरोधी गतिविधियों में संलग्न हैं, हम आपको आशीर्वाद प्रदान नहीं कर सकते हैं।”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

कीवर्ड सर्च करने पर हमें शंकाराचार्य ने राहुल गांधी को आशीर्वाद न देने के बारे में कोई खबर नहीं मिली। अगर ऐसा होता तो जरूर ये बड़ी खबर होती और मीडिया उसे रिपोर्ट करता। 

आगे ढूंढने पर टीवी-9 कन्नडा के चैनल पर राहुल गांधी की इस मठ को भेंट देने का समाचार मिला। 21 मार्च 2018 की इस खबर के मुताबिक राहुल गांधी ने श्री भारती तीर्थ महास्वामीजी से श्रृंगेरी पीठ को भेंट दी और उनका आशीर्वाद लिया। उनके साथ कांग्रेस के महासचिव के. सी वेणुगोपाल, कर्नाटका के तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धरमैय्या और कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद थे।

इस रिपोर्ट में शंकराचार्य ने उन्हें आशीर्वाद न देने की कोई भी बात नहीं है।

द हिंदू के मुताबिक राहुल गांधी कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ श्रृंगेरी के शारदा पीठ गये थे। उन्होंने शारदंबा मंदिर में पूजा-अर्चना की और उसके बाद भारती तीर्थ स्वामी के मुलाकात की। फिर उस पीठ में शिक्षा ले रहे बच्चों से राहुल गांधी ने बातचीत की।

आंध्र प्रदेश यूथ कांग्रेस के पेज पर इस भेंट का वीडियो शेयर किया गया था। उसमें आप शंकराचार्य को राहुल गांधी से बात करते हुये देख सकते है।

शंकराचार्य कहते है कि “बहुत आनंद आया आपके श्रृंगेरी आने से हमें बहुत आनंद हुआ। आप श्रृंगेरी के बारे में इतनी श्रद्धा रखे है…हमें श्रृंगेरी को देखना है…स्वामीजी को देखना है, इस उद्देश्य से आप आये है इससे मैं बहुत प्रसन्न हूँ।”

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इसके बाद फैक्ट क्रेसेंडो ने श्रृंगेरी में स्थित शरादा पीठम के दफ्तर में संपर्क किया। उन्होंने बताया कि, “यह खबर गलत है। ऐसा कुछ नहीं हुआ था। राहुल गांधी यहाँ आये थे और शंकराचार्य ने उन्हें आशीर्वाद देने से इनकार नहीं दिया था।“

कांग्रेस के प्रवक्ता सय्यद नसीर हुसैन ने भी बताया कि यह दावा गलत है। 

आपको बता दें कि 1978 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने चिक्कमगलुरु से लोकसभा उपचुनाव से पहले इसे पीठ का दौरा किया था और चंद्रशेखर भारती स्वामी का आशीर्वाद लिया था। उनके बेटे राजीव गांधी भी वहां गये थे। श्रृंगेरी में पीठ द्वारा स्थापित एक संस्कृत अध्ययन केंद्र का नाम राजीव गांधी के नाम पर रखा गया है। 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत व भ्रामक है। शंकाराचार्य ने राहुल गांधी को आशीर्वाद देने से मना नहीं किया था। 

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Title:क्या श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य ने राहुल गांधी को आशीर्वाद देने से इनकार कर दिया?

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: False