अम्बाला में एक मनचले की पिटाई का वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर हुआ वाईरल|

False

सोशल मीडिया पर एक वीडियो जिसमें कुछ औरतें एक आदमी को नग्न करके पीट रहीं है इस दावे के साथ वाईरल हो रहा है कि पिटता हुआ व्यक्ति एक मुसलमान है जिसने एक ५ वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार किया है, चूँकि ये दावा सांप्रदायिक है और अकसर पूर्व में ऐसे कुछ गलत दावे अलग अलग संप्रदायों को निशाना बना के भी किये जाते रहे हैं, इसलिए इस वीडियो की सच्चाई जानना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि सामाजिक स्तर पर ऐसे ही गलत व भ्रामक सोशल पोस्ट समाज में किसी समुदाय विशेष के लोगों के प्रति नफरत अग्रिसर करतें है| 

उपरोक्त वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “अंबाला शहर के जैन बाजार में एक मुल्ले ने 5 साल की लड़की से रेप करने की कोशिश की जिसमें वहां की महिलाओं ने पकड़ कर उसको नंगा करके घुमाया ऐसे घिनौनी सोच वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए |

सामान्य जनमानस ने शुरुवात तो की, वोभी महिलाओं ने, अब हर शहर गांव कस्बे मे यही होना चाहिए |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुवात हमने गूगल सर्च पर “अम्बाला नग्न आदमी मार्च” जैसे कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए की, परिणाम से हमें २० जनवरी २०२० को टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक खबर मिली | खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि “नाबालिक बच्ची को छेड़ने के कारण अम्बाला में बच्ची की रिश्तेदारों ने आरोपी को नग्न कर पीटा |” 

रिपोर्ट के अनुसार, अपराधी पवन उर्फ सोनू को तीन नाबालिग लड़कियों और स्थानीय लोगों के परिवार ने पीटा था | शहर की पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 12 (बच्चों के यौन उत्पीड़न के लिए यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) (POCSO) अधिनियम और धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) की धारा के तहत केस दर्ज किया है |

आर्काइव लिंक

दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार यह घटना २० जनवरी २०२० को अंबाला में हुई थी, जब महिलाओं ने पवन कुमार पर हमला किया था, जिस पर स्कूल की लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था | यौन उत्पीड़न के कारण एक लड़की ने स्कूल जाने से इंकार कर दिया | जिसके बाद इस बच्ची की मां ने चुपके से उसका पीछा किया और उसे अंबाला के जैन बाजार इलाके के पास पकड़ लिया, जहां उसके साथ मारपीट की और उसके कपड़े उतार दिए |

आर्काइव लिंक 

फैक्ट क्रेस्सन्डो ने अम्बाला महिला पुलिस स्टेशन के हेड कांस्टेबल, जसप्रीत से बात की, उन्होंने हमें बताया कि “इस मामले में मैंने गिरफ्तारी की है और मैं पुष्टि करती हूं, इस घटना में किसी का बलात्कार नहीं हुआ था और आरोपी मुस्लिम नहीं है | POCSO की धारा 12 और IPC की धारा 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है | तीन लड़कियों ने एक ४० वर्षीय व्यक्ति पवन कुमार पर भद्दे कमेंट पास करने और उनके निजी अंगों को दिखाने का आरोप लगाया | उनमें से एक ने स्कूल जाना बंद कर दिया था, जिसके बाद उसकी माँ ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया और उसे पुरे मोहल्ले के सामने नंगा कर दिया |”

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | घटना का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है | वीडियो में दिखाया गया आरोपी मुसलमान नही है और ना ही उसने ५ वर्षीय बच्ची का बलात्कार किया है |

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Title:अम्बाला में एक मनचले की पिटाई का वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर हुआ वाईरल|

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False