
देश में कई प्रदेशों में चुनावों के चलते कई राजनेता प्रचार- प्रसार करने में जुटें हैं, साथ ही सोशल मंचों पर उनके भाषणों में कहीं बातों को क्लिप कर उन्हें गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है। फैक्ट क्रेसेंडो ने पूर्व में भी ऐसे कई वीडियो का अनुसंधान कर उनकी सत्यता अपने पाठकों तक पहुँचाई है। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण का वीडियो सोशल मंचो पर साझा किया जा रहा है जिसमें वे कह रहे हैं कि गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ, झूठ बोलो, उसे आपस में लड़ाओ और राज करो।
वायरल हो रही पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,
“गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ और राज करो मोदी युक्ति”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि उपरोक्त वीडियो में पूरा कथन नहीं बताया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये वाक्य कांग्रेस पार्टी को संबोधित करते हुए कहा था।
जाँच की शुरुवात हमने कीवर्ड सर्च कर वायरल हो रहे वीडियो के मूल वीडियो को ढूँढकर किया। हमें भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर इसका मूल वीडियो इस वर्ष 21 मार्च को प्रसारित किया हुआ मिला। यह एक लाइव वीडियो है जिसके शीर्षक में लिखा है, “पीएम श्री नरेंद्र मोदी असम के बोकाखाट में जनसभा को संबोधित करेंगे।”
इस वीडियो में आप 35:20 से 35:30 मिनट तक प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कहा गया मूल वाक्य देख सकते है। उस वाक्य में उन्होंने कहा है, “गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ, झूठ बोलो, उसे आपस में लड़ाओ और राज करो, यही कांग्रेस का हमेशा से सत्ता में रहने का फॉर्मुला रहा है।“
उपरोक्त वीडियो देखने पर ये स्पष्ट होता है कि वायरल हो रहे वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का पूरा कथन नहीं बताया गया है, व उनके इस क्लिपड वक्तव्य को गलत व भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।
आप नीचे दिये गये वीडियो में मूल वीडियो व क्लिपड वीडियो का तुलनात्मक विश्लेषण देख सकते है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि उपरोक्त वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी का पूरा कथन नहीं बताया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये वाक्य कांग्रेस पार्टी को संबोधित करते हुए कहे थे।
फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :
१. अमूल आइसक्रीम में सूअर की चर्बी इस्तेमाल होने के दावे फर्जी हैं |

Title:पी.एम नरेंद्र मोदी के क्लिप किये हुए वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: Missing Context
