
२७ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘MEENA SAMAJ’ नामक फेसबुक पेज पर एक तस्वीर पोस्ट की गयी है, जिसके विवरण में लिखा है कि, “इससे बड़ी शर्मनाक घटना क्या हो सकती है? यह तस्वीर कल की है, कल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीकानेर आयी थी बीकानेर से वो गंगानगर के लिए निकली रास्ते मे धीरेरा गांव में बीजेपी के ओबीसी मोर्चे के जिला अध्यक्ष भँवर जांगिड़ ने वसुंधरा के खाने की व्यवस्था की खाने की टेबल सजाई वसुंधरा व उनके बाकी साथी नेताओं को स्टील की थालियां दी गयी थी वहीं साथ पूर्व विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल को एक डिस्पोजल पत्तल में खाना परोसा गया, आज इकीसवीं सदी में भी जब ऐसी जातिगत भेदभाव वाली घटनाएं देखते है तो सर शर्म से झुक जाता है कि हम कौनसी दुनियां में जी रहे है |” इस पोस्ट के द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ‘पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यात्रा के दौरान, एक पूर्व दलित विधायक को यूज एंड थ्रो प्लेट में भोजन कराया गया |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस दावे पर फैक्ट क्रिसेंडो के मराठी टीम ने ३० अगस्त २०१९ को फैक्ट चेक किया और इस दावे को गलत पाया | २६ अगस्त २०१९ को एक पोस्ट में, वसुंधरा राजे ने लिखा कि उन्होंने बीकानेर जिले के धीरा गाँव में आज कार्यकर्ताओं और आम जनता के साथ बातचीत की | ग्रामीणों के आग्रह के तहत, हम पेड़ के नीचे बैठ गए और खाखरा और सांगरी जैसे स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया | लोगों के इस प्यार से मैं अभिभूत थी |
इस बारे में अधिक शोध करने के बाद यह पता चला कि, वायरल फोटो में वसुंधरा राजे के बगल में बैठे पूर्व विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल है | उन्होंने खाजूवाला (बीकानेर) निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था | उन्होंने राजस्थान सरकार की ओर से संसदीय सचिव के रूप में भी कार्य किया है |
जब फैक्ट क्रिसेंडो के मराठी टीम ने डॉ. विश्वनाथ मेघवाल से संपर्क साधा तो उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजा या उनके भेदभाव करने वाली खबर झूठी थी | वास्तव में उस दिन उनके सामने सफेद प्लेट चीनी क्रॉकरी थी और पहले दी गयी स्टील की थाली को क्यों बदला गया यह भी बताया | उन्होंने विभिन्न कोनो से ली गई तस्वीरें भी भेजीं | इस तस्वीर में साफ़ दिखता है कि पहले उन्हें स्टील की थाली दी गयी थी और बाद में दी जाने वाली प्लेट चीनी क्रॉकरी की थी, कोई यूज एंड थ्रो प्लेट नहीं |
डॉ. विश्वनाथ मेघवाल द्वारा दिया गया घटना का स्पष्टीकरण :
वसुंधरा राजे ने २६ अगस्त को श्रीगंगानगर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री निहालचंद मेघवाल की मां की मृत्यु पर शोक व्यक्त करने के लिए उनके घर का दौरा किया था | इससे पहले यह लंच सूरतगढ़ में करने की योजना थी | सड़क पर कई गांवों में लोगों ने वसुंधरा राजाओं का स्वागत किया | लूणकरनसर तालुका के धीरेरा गाँव पहुँचने के बाद, लोगों ने दोपहर का भोजन करने का अनुरोध किया | चूंकि हमें पहले ही देर हो चुकी थी इसलिए हमने दोपहर का भोजन करने का फैसला किया | गांव के लोगों ने हमारे खाने की व्यवस्था बहुत तेजी से और प्यार से की | कोई तामझाम नहीं | अचानक निर्णय के परिणामस्वरूप व्यवस्था की गई | मेरे दायीं ओर वसुंधरा राजेन के पुत्र दुष्यंत सिंह (नीली शर्ट) में बैठे थे । शुरुआत में मुझे एक स्टील प्लेट भी दी गई (देखें फोटो नंबर 1) लेकिन, मैंने दिल्ली से आये हमारे बीच एक मेहमान तो अपना थाली दे दी | इसी वजह से बाद मे मुझे एक चीनी क्रॉकरी प्लेटर दिया गया | मुझे दिखाई देने वाली सफेद प्लेट डिस्पोजेबल या थ्रो प्लेट नहीं है | यह सिरामिक से बनी प्लेट है | सिर्फ मैं ही नहीं हूं जिसे क्रॉकरी प्लेट दिया गया था | नोखा के वर्तमान विधायक बिहारी लाल बिश्नोई (फोटो नं। 2 देखें) के सामने सफेद क्रॉकरी का प्लेट भी देखा जाता सकता है | यदि आप वसुंधरा राजाओं की थाली पर पूरा ध्यान देते हैं, तो सफेद कटोरियाँ दिखाई देते हैं | वे एक ही क्रॉकरी सेट से हैं | इसलिए, जानबूझकर मेरे लिए जातिवाद भेदभाव का दावा करना गलत है |
इस अनुसंधान से हमें साफ़ पता चलता है कि डॉ. विश्वनाथ मेघवाल के साथ कोई भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया गया था | उपरोक्त दावा केवल लोगों को भ्रमित करने के लिया एक जातिवाद का रूपांतर कर फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यात्रा के दौरान, एक पूर्व दलित विधायक को यूज एंड थ्रो प्लेट में भोजन कराया गया |’ ग़लत है |

Title:क्या वसुंधरा राजे के कार्यक्रम में पूर्व दलित विधायक के साथ डाइनिंग टेबल पर भेदभाव किया गया था ?
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
