
११ मई २०१९ को फेसबुक के ‘Sandeep Thakur’ नामक पेज पर एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में एक विडियो साझा किया गया है | विडियो में हमें बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ दिखाई दे रही है | बैकग्राउंड में हमें वन्दे मातरम् के नारे सुनाई देते है | कुछ ही पलों बाद वह कार्यकर्ता हॉल में रखे मेज, कुर्सियों की तोड़फोड़ करते नजर आते है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि –
ममता बनर्जी ने अपने आवास पर बुलाई मीटिंग में अपने #मंत्रियों और #विधायकों को #वंदेमातरम बोलने से मना किया जिसके बाद देशभक्त मंत्री और विधायकों ने तैश में आकर मुख्यमंत्री आवास में जो तांडव मचाया वह देखने के लायक है। मुख्यमंत्री #ममता_बनर्जी को जान बचाकर अपने कमरे में बंद होना पड़ा।
इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ममता बनर्जी को अपने ही विधायकों और मंत्रियों को वन्दे मातरम् बोलने से मना करने पर उनके हिंसक विरोध का सामना करना पड़ा | यह भी कहा गया है कि, ममता को जान बचाकर कमरे में बंद होना पड़ा | किसी मुख्यमंत्री को इस तरह की मुश्किल का सामना करना पड़े इस बात पर विश्वास नहीं होता है | तो आइये जानते है इस विडियो व पोस्ट के दावे की सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले विडियो को InVid टूल का इस्तेमाल करके देखा और उसे कई टुकड़ों में विभाजित किया | इन विभाजित टुकड़ों को एक एक करके रिवर्स इमेज सर्च किया, तो एक टुकड़े के सर्च परिणाम द्वारा हमें यांडेक्स सर्च से getlink.pro का एक लिंक मिला, जिसमे इसी तरह का एक विडियो मौजूद है, जो आप नीचे देख सकते है |
cwvideomaker द्वारा यह विडियो २५ सितम्बर २०१३ को यू-ट्यूब पर अपलोड किया गया है, तथा विवरण में लिखा है कि, ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में तोड़फोड़ की | हम देख सकते है कि, यह पूरा विडियो ८ मिनट २२ सेकंड का है, जबकि उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो इसी विडियो को क्लिप कर ३ मिनट ५० सेकंड का बनाया गया है |
इसके बाद हमने इस खबर के लिए mamta banerjee ransack wb assembly इन की वर्ड्स के साथ सर्च किया तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |
इस परिणाम से हमें यू-ट्यूब का एक और विडियो का लिंक मिला, जो आप नीचे देख सकते है |
kajalchowdhury नामक एक यूजर ने यह विडियो १८ अप्रैल २०११ को साझा किया था | विवरण में लिखा था कि, ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल विधानसभा पर किये गए हमले का पूरा विडियो |
इसी परिणाम से हमें एक ब्लॉग भी मिला, जो आप नीचे की स्क्रीनशॉट पर देख सकते है |
इस ब्लॉग को कपिल नामक एक यूजर ने १९ दिसम्बर २०१० को लिखा है, जिसमे ममता बनर्जी तथा तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा पश्चिम बंगाल विधानसभा में तोड़फोड़ किये जाने का व असंसदीय भाषा का प्रयोग करने का उल्लेख है | लेख में विडियो का उल्लेख तो है, मगर लिंक नहीं है |
१९ दिसम्बर २०१० को लिखा यह ब्लॉग और १८ अप्रैल २०११ को साझा यह पूरा विडियो इस बात को स्पष्ट करता है कि दोनों एक ही घटना के सन्दर्भ में हो सकते है, क्योंकि दोनों यूजर द्वारा साझा किये जाने की तारीख में ज्यादा अंतर नहीं है | हमें काफी संशोधन के बाद भी इस विषय पर कोई खबर नहीं मिली | लेकिन हमें यह पता चलता है २०११ में पहली बार ममता के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में वामपंथियों के हाथ से ३४ साल बाद सत्ता छिनी | आप नीचे १२ मई २०११ को timesnow द्वारा अपलोड वह विडियो देख सकते है, जिसमे चुनाव परिणाम के बाद तृणमूल के कार्यकर्ता जश्न मनाते नजर आते है |
इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा किया गया विडियो क्लिप किया गया है | यह विडियो ८ वर्ष पुराना है, जो कि १८ अप्रैल २०११ को पहली बार साझा किया गया था | ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की सरकार तब पश्चिम बंगाल में नहीं बनी थी | १२ मई २०११ को घोषित चुनाव परिणाम के बाद वह सत्ता में आयी | उपरोक्त पोस्ट में साझा किया गया विडियो तब का है, जब ममता बनर्जी सत्ता में ही नहीं थी | तो उन्होंने अपने मंत्रियों और विधायकों को वन्दे मातरम बोलने से रोका, यह संभव नहीं है, जैसा की पोस्ट में दावा किया गया है |
नीचे दोनों विडियो की तुलना आप देख सकते है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो के साथ किया गया दावा कि, “ममता बनर्जी ने अपने आवास पर बुलाई मीटिंग में अपने #मंत्रियों और #विधायकों को #वंदेमातरम बोलने से मना किया जिसके बाद देशभक्त मंत्री और विधायकों ने तैश में आकर मुख्यमंत्री आवास में जो तांडव मचाया वह देखने के लायक है। मुख्यमंत्री #ममता_बनर्जी को जान बचाकर अपने कमरे में बंद होना पड़ा।” बिलकुल गलत है | यह विडियो २०११ की है, जब ममता बनर्जी सत्ता में ही नहीं थी |

Title:क्या ममता बनर्जी ने अपने आवास पर बुलाई मीटिंग में अपने मंत्रियों और विधायकों को वंदे मातरम बोलने से मना किया?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
