
सुरक्षा बलों द्वारा कुछ महिलाओं की पिटाई और उसके साथ बदसलूकी करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि हिजाब पहनने के लिए पुलिस ने महिलाओं से मारपीट और बदसलूकी की। वीडियो भारत का बताया जा रहा है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- आखिर हिजाब से इतनी नफरत क्यो..? मुस्लिम औरतों के साथ इस तरह से मारपीट करना कहां तक सही पुलिस वाले मुस्लिम औरतों को लात मार रहे हैं। पुलिस वाले के खिलाफ शक्त करवाई हो।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो से मिलती हुई कुछ तस्वीर हमें एक फेसबुक (आर्काइव) अकाउंट पर मिली। प्रकाशित पोस्ट में वायरल वीडियो के विजुअल देखें जा सकते हैं। 26 मार्च के इस पोस्ट में लिखा है- कैसे मोंगला ईपीजेड वीआईपी कंपनी महिलाओं को उचित वेतन के बजाय बेप्ज़ा सुरक्षा अधिक दे रही है।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। परिणाम में हमें GARMENTS JOB QC & QA नाम के यूट्यूब चैनल में वायरल वीडियो की खबर मिली। प्रकाशित खबर के अनुसार मोंगला ईपीजेड में बैग बनाने वाली कंपनी ‘वीआईपी’ कथित तौर पर वहां काम कर रहीं महिलाओं को वेतन नहीं दे रही थीं। जिसे लेकर महिलाओं ने प्रदर्शन किया और फिर सुरक्षा गार्ड्स ने उनके साथ मारपीट कर दी।
आगे हमें इससे संबंधित कुछ मीडिया रिपोर्टस भी मिली। जिसे यहां, यहां और यहां पर देखा जा सकता है। प्रकाशित रिपोर्टस के अनुसार बागेरहाट के मोंगला एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन (ईपीजेड) में भारतीय बैग निर्माता कंपनी ‘वीआईपी’ ने अपनी फैक्ट्री में कई कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी।
इसी के खिलाफ मजदूरों ने 25 मार्च को विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस और ईपीजेड सुरक्षाकर्मियों से भी भिड़ गए। इस झड़प में कम से कम 30 लोग घायल हुए हैं।

वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं-
वीडियो भारत का है या नहीं इसके स्पष्टीकरण के लिए वायरल वीडियो को अच्छे से देखा। वीडियो में वीडियो में महिलाओं ने ‘वीआईपी’ कंपनी के बैज वाला ‘ऐप्रन’ भी पहना हुआ है। वीआईपी’ कंपनी लिख कर गूगल में सर्च किया। सर्च में हमें वीआईपी’ कंपनी के बारे में जानकारी मिली। वायरल वीडियो में महिला द्वारा पहनी ‘ऐप्रन’ में वही लोग हैं जो बांग्लादेश में स्थित वीआईपी कंपनी की है। निम्न में विश्लेषण देखें।

यहां ये भी साफ हो जाता है कि इस वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, बांग्लादेश में मजदूरों के प्रदर्शन के वीडियो को भारतीय सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। जो असल में बांग्लादेश में श्रमिकों के छंटनी और वेतन की समस्याओं के खिलाफ विरोध का है।

Title:बांग्लादेश में मजदूरों के प्रदर्शन के वीडियो को भारतीय सांप्रदायिक दावे से वायरल…..
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
