यह वीडियो उत्तर प्रदेश के बुलडोजर का नहीं बल्कि मुंबई के सांताक्रुज का है।

इन दिनों एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप एक महिला को एक शख्स पर चिल्लाते हुये देख सकते है। आप सुन सकते है कि वह महिला और आदमी कोर्ट के ऑर्डर की बात कर रहे है। इस वीडियो को साझा कर दावा किया जा रहा है कि महिला अधिकारी कोर्ट का ऑर्डर न मानते हुये उस आदमी की ज़मीन पर बुलडोजर चलवा रही है। इस घटना को उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है , और उत्तर प्रदेश की बुलडोज़र कार्यवाही से जोड़ा जा रहा है।
इस वीडियो को पोस्ट कर यूज़र ने लिखा है, “उत्तर प्रदेश अधिकारी फैशन ड्रेस पहन कर कोर्ट का ऑर्डर नहीं मान रही। वीडियो में कह रहा है आदमी मेरे पास कोर्ट का डर है। लेकिन यह अधिकारी कह रही है मैं कोर्ट का ऑर्डर नहीं मानते बुलडोजर का राज चल रहा है यूपी में नियम का कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है।“
अनुसंधान से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने इस वीडियो को ठीक से देखा। इसमें दिख रहे बुलडोजर पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका लिखा हुआ है। आप नीचे दी गयी तस्वीर में देख सकते है।

फिर वीडियो में थोड़ी देर बाद हमने उसमें दिख रही महिला को मराठी भाषा में बोलते हुये सुना। इससे हम समझ गये कि यह घटना महाराष्ट्र के मुंबई की है।
आगे बढ़ते हुये हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें एक यूज़र द्वारा पोस्ट किये हुए इस वीडियो पर बीएमसी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से 29 मार्च को किया हुआ रिप्लाई मिला। उसमें उन्होंने साफ तौर पर लिखा है कि वीडियो में दिख रही घटना मुंबई के सांताक्रुज की है। इसमें लिखा है कि बीएमसी के अधिग्रहित सेटबैक क्षेत्र में 20 मार्च की रात सांताक्रुज पश्चिम में स्टेशन के पास केडी मार्ग और 2 गाओथन लेन जंक्शन पर लोहे की टिन की शीट से बने 6 अवैध स्टॉल पाये गये थे। अवैध रूप से खड़े इन स्टॉल को तोड़ने की कार्रवाई पुलिस सुरक्षा में 21 मार्च को किया गया। यह घटना उसी दौरान की है। इसमें यह भी लिखा गया है कि इन 6 अवैध स्टॉलों पर न्यायालय के कानूनी आदेशों पर कोई रोक नहीं है।
आप नीचे बीएमसी के ट्वीट को देख सकते है।
इससे हम कह सकते है कि यह वीडियो मुंबई का है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा आंशिक रूप से गलत है। यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्की मुंबई के सांताक्रुज का है।

Title:मुंबई में बुलडोजर चलाने का आदेश दे रही महिला अधिकारी का वीडियो उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है।
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: Partly False
