शंकराचार्य का ये वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि साल 2015 में हुए लाठीचार्ज का है…. 

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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती पर लाठीचार्ज करते हुए कुछ पुलिसकर्मियों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को हाल ही में महाकुंभ में हुई घटना का बताते हुए योगी सरकार की आलोचना करते हुए शेयर किया जा रहा है।

वायरल पोस्ट के साथ यूजर ने लिखा है- लहनत है ऐसे फुद्दू हिंदुओं पर जो अपने ही धर्म गुरु और शंकरा चर्या को सड़क पर घसीट रहे हैं। धर्म को बाजार बना डाला।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो से मिलता हुआ वीडियो हमें फर्स्ट इंडिया न्यूज़ यूट्यूब चैनल पर मिला। यहां पर वीडियो को 23 सितंबर 2015 को अपलोड़ किया गया है। इससे ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं है। 

रिपोर्ट में बताया गया कि गंगा नदी में गणेश प्रतिमा के विसर्जन को लेकर यह विवाद शुरू हुआ। इस दौरान लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे सर्च करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर मिली। 25 सितंबर 2015 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार शंकराचार्य स्वरूपानंद के शिष्‍य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के नेतृत्व में वाराणसी में संत, गणेश भगवान की मूर्ति के विसर्जन को गंगा में करने पर अड़े थे।

लेकिन वाराणसी प्रशासन ने मूर्तियों को गंगा में प्रवाहित करने से मना किया था और इसके बाद संतों पर लाठीचार्ज भी किया गया था। लाठीचार्ज में संत अविमुक्तेश्‍वरानंद और उनके शिष्‍यों के अलावा कई प्रदर्शनकारी भी घायल हो गए थे और बाद में सभी को इलाज के लिए वाराणसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

हमें वीडियो का ऑरिजिनल वर्जन आज तक के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी मिला, जिसे 24 सितंबर 2015 को अपलोड किया गया था। दी गई जानकारी के मुताबिक, वाराणसी में गणेश विसर्जन को लेकर बवाल हुआ था। इसके बाद मामले को काबू में लाने के लिए पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया था। 

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, शंकराचार्य का ये वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि साल 2015 में हुए लाठीचार्ज का है। वीडियो का महाकंभ से कोई संबंध नहीं है।

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Title:शंकराचार्य का ये वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि साल 2015 में हुए लाठीचार्ज का है….

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: False